इंडियन बीवी की चुदाई

बीवी की चुदाई, देसी बीवी इंडियन वाइफ की हिंदी सेक्स कहानियाँ जिसमे वो अपने पति और पराये मर्दों के साथ सेक्स करती है.

Biwi ki chudai, Indian Wife Ki Hindi Sex Kahaniyan.

Indian wife sex with her husband and other men, juicy narration and detailed fuck sessions in your favorite Hindi fonts.

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-9

पप्पू- हम आपका बेवकूफ़ नहीं बना रहे चचा... सच... अभी कुछ देर पहले यह मैडम हमारे साथ पूरी नंगी थी उस कमरे में! पप्पू ने बैडरूम की तरफ़ इशारा कर के कहा।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-8

अब एक साथ दो दो लन्ड सलोनी के अंदर थे। पप्पू का लन्ड सलोनी की गांड में और कलुआ का लंड उसकी चूत में! और कमरे में अनवरत असंख्य सिसकारियाँ... अह्ह आअह ओह्ह ऊई आअह्हा आअह्ह

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-7

पप्पू ने सलोनी के गांड के छेद पर उंगली फिराई, सलोनी तुरन्त उठी और वो कुछ कहती, इससे पहले ही कलुआ ने उसका मुँह दबा लिया और पप्पू को इशारा किया।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-6

शॉर्ट्स एक ही बार में पूरी चूतड़ों से नीचे आ गई और सलोनी के मस्त मक्खन जैसे नर्म, चिकने, उठे हुए गद्देदार चूतड़ पूरे नंगे हो गये... चूतड़ों के दोनों पट आपस में चिपके हुये थे...

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-4

कपड़े उठाते वक्त वो उन लड़कों की तरफ़ अपने चूतड़ करके झुकी तो उसकी गांड का छेद और पीछे को निकली हुई चूत भी उन लड़कों ने खूब अच्छे से देखी होगी।

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-2

जब मैं सलोनी को पूरी नंगी देखता हूँ तो मुझे लगता है कि जैसे वह अभी तक अक्षतयौवना अनछुई कच्ची कली हो... सच में ही मेरी सलोनी कुँवारी कमसिन बाला से भी ज्यादा जवान और नाजुक नज़र आती है

मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-1

सलोनी मेरी सेक्सी बीवी किसी परिचय की मोहताज़ नहीं... उसका सौन्दर्य बिना कहे ही अपनी कहानी खुद बता देता है... मेरी सलोनी है ही इतनी मस्त कि कोई उसको एक बार देख ले तो जिन्दगी भर भूल नहीं सकता।

दोस्त और उसकी बीवी ने लगाया ग्रुप सेक्स का चस्का-8

पीछे से आते ही उसने मेरी गांड को टटोला और जब उसे ये एहसास हुआ कि मैंने पैंटी उतार दी है तो वो जैसे पागल हो गए, उसने मुझे पीछे से पकड़ा और मेरे मम्मे दबाने शुरु कर दिये।

चचेरे भाई की बीवी को ग्रुप सेक्स में शामिल किया -2

नीता बोली- भाभी, इसमें तो ऐसा लग रहा है जैसे उनके सामने हम लोग बिना कपड़ों के ही हैं। मधु बोली- यही तो रिझाने की कला है, थोड़ा दिखाओ थोड़ा छुपाओ, थोड़ा दिखा के छुपाओ थोड़ा छुपा के दिखाओ।

दूसरी सुहागरात… यार के साथ

मेरे एक प्रशंसक से मुझे प्यार सा हो गया, मैंने कई बार इसे सेक्स के लिए उकसाया मगर वो यह जानते हुए भी कि मैं शादीशुदा हूँ, कहता कि तुम्हारे साथ सुहागरात मनाऊँगा शादी के बाद...

चचेरे भाई की बीवी को ग्रुप सेक्स में शामिल किया -1

नीता के कपड़े भी थोड़े से गीले हो गए पर बेचारी कुछ एक महीने से प्यासी थी इसलिए उसे उस समय कुछ समझ नहीं आ रहा था और वो इस आज़ादी और अपने चुम्बन का रस ले रही थी।

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -9

मधु बोली- आप तो मेरे हीरो हो, मुझे बहुत मज़ा आया। और सबसे ज्यादा आपको उत्तेजित देखकर बार बार में उत्तेजित हो रही थी। मैं तो अभी तक आपको अपने अंदर महसूस कर रही हूँ।

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -8

मधु नीलेश के बालों को पुचकारते हुए बोली- भइया, आप बहुत अच्छी चुदाई करते हैं। आपका कड़क लंड ऐसा लग रहा है जैसे लोहे की रॉड अंदर डाल दी हो। आप तो... आह ओह्ह्ह आह… भर दो ओह्ह्ह आह आह मेरी चूत को!

यौनसुख से वंचित पाठिका से बने शारीरिक सम्बन्ध -6

मैं एक उंगली उसकी चूत के पानी से गीली करके उसकी गुदा पर फेरने लगा, चूत का पानी बह कर उसकी गुदा के छेद पर आ चुका था तो मैंने उंगली को उसकी गांड में सरका दिया

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -7

अब मधु बैठ नहीं रही थी क्योंकि उसका तौलिया बहुत ऊपर तक था। वो सोफे के दूसरी तरफ खड़ी रही, मैं सोफे पर बैठा बैठा अपना हाथ बढ़ा कर उसकी चिकनी चूत को सहला रहा था।

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -6

नीलेश मेरी तरफ देखता हुआ आँखों से इशारे से बताने की कोशिश कर रहा था कि स्कर्ट और टॉप थोड़ा नीचे कर दूँ पर वो अभी मेरा प्लान जानता ही कहाँ था।

मैं, मेरी बीवी और चचेरे भाई का सपना हुआ सच -5

उसकी इस हरकत से में और उत्तेजित होने लगा, मैंने अपना हाथ उसके टॉप के अंदर डाल दिया और अब उसके नंगे बदन पर मेरे हाथ रेंग रहे थे, उसके मस्त उभारों को में सहला रहा था।

संतान के लिए परपुरुष सहवास -2

पति में कमी के कारण लेखिका ने गर्भधारण के लिए अपनी परम सखी से उसके पति की मदद मांगी जिसे उसकी सखी ने अपने पति से बात करके स्वीकार कर लिया और सारी बात हो गई।

संतान के लिए परपुरुष सहवास -1

पति में कमी के कारण लेखिका गर्भधारण नहीं कर पा रही थी तो उसने अपनी परम सखी से ऐसी मदद मांगी जिसे उसकी सखी के लिये स्वीकार करने का निर्णय लेना अति दुष्कर था।

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