इंडियन बीवी की चुदाई

बीवी की चुदाई, देसी बीवी इंडियन वाइफ की हिंदी सेक्स कहानियाँ जिसमे वो अपने पति और पराये मर्दों के साथ सेक्स करती है.

Biwi ki chudai, Indian Wife Ki Hindi Sex Kahaniyan.

Indian wife sex with her husband and other men, juicy narration and detailed fuck sessions in your favorite Hindi fonts.

चूत में बच्चा

मेरी जान निकल रही थी और मेरे पति भी पसीना पसीना हो गये। मैं बोल पड़ी अपने पति देव से- बहन के लंड… तूने ही डाला था… अब तू ही निकाल इसे! वरना मैं मर जाऊँगी।

मेरी चूत और गांड की तो मां चोद दी-2

मेरे पति मेरी चूत और गांड की चुदाई वहशीयाना तरीके से कर रहे थे, मुझे बहुत तकलीफ़ हो रही थी, मैं अपने पति को गालियाँ दे रही थी- मादर चोद छोड़ मुझे!

मेरी चूत और गांड की तो मां चोद दी-1

मैं लम्बे समय बास मायके से लौटी तो पति से जोरदार चूत चुदाई की उम्मीद में मैंने चूत के बाल साफ़ किए, फ़िर पूरी नंगी होकर आईने के सामने खड़ी अपने नंगे बदन को निहार रही थी।

दोस्त की मस्त मॉडल सी पत्नी चुद गई

मैं अपने दोस्त के घर खूब आता जाता था। उसकी बीवी मस्त थी मॉडल जैसी… उसके साथ मेरे टांका कैसे भिड़ा, उसने मुझसे फ़ोन सेक्स, सेक्स चैट करने के बाद कैसे चूत चुदाई। इस कहानी में!

पत्नी को उकसाया, ग्रुप सेक्स तक पहुँचाया-1

यह सेक्स कहानी एक ऐसे कपल की है जो आपस में खूब प्यार करते हैं पर सेक्स में रोमांच पसंद करते हैं। अन्तर्वासना की हिन्दी सेक्स कहानियां पढ़ कर पति के मन में ग्रुप सेक्स की इच्छा थी।

कनाडा में दोबारा ग्रुप सेक्स की मस्ती-1

मेरे पति से झगड़ा चल रहा था और वे मुझे कम्पनी के काम से कनाडा भेजना चाह रहे थे। इस कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरे पति ने मेरी चूत और गांड मार कर मुझे मनाया।

वो तोहफा प्यारा सा -3

अब कल तक हम दोनों घर में सारा दिन नंगे ही रहने वाले हैं, और एक दूसरे से बिना किसी औपचारिकता के बिल्कुल खुले भाव से पेश आयेंगे, कुछ गंदी-गंदी बातें भी करेंगे।

वो तोहफा प्यारा सा -2

मुझे जब भी समय मिलता मैं उस आई डी पर होने वाली सभी गतिविधियाँ देखती। कभी कोई कपल मित्र कामुक चुटकुला भेजते या मजाक करते तो मुझे बुरा नहीं लगता था।

वो तोहफा प्यारा सा -1

मैंने एक दिन अपने पति को किसी से फोन पर छुप छुप कर बात करते देखा। मुझे तो यकीन नहीं हुआ कि मेरे पति अपना हर सुख दुख मुझसे बांटते हैं, वो मुझसे छुपकर किससे बात कर रहे हैं।

मेरी हसीन सुहागरात

जैसे कि सबको अपनी शादी का इंतज़ार रहता है और सुहागरात का, मुझे भी था। शादी से पहले वो मिलने की बोलती थी, मगर मिलने में मेरी गांड फटती थी।

पत्नी की काम वासना में कमी

मेरी पत्नी को जब भी चुदना होता था तो कैसे न कैसे मुझे चुदाई के लिए मना ही लेती थी, और जब मूड नहीं होता था तब भी मेरे लिये बहुत खुश होकर उछल उछल कर बिल्कुल छिनाल की तरह चुदती थी।

डेरे वाले बाबा जी और सन्तान सुख की लालसा-4

मेरी बीवी डेरे वाले बाबा से हुई उसकी चूत चुदाई का वाकिया बता रही है। बाबा का लम्बा काला लौड़ा मेरी बीवी की फ़ुद्दी में अन्दर बाहर हो रहा था, उसे मज़ा आ रहा था।

डेरे वाले बाबा जी और सन्तान सुख की लालसा-3

बच्चे के लिये आशीर्वाद बाबा जी मुझे अपने लंड से मेरी कोमल फ़ुद्दी चोद कर दे रहे थे। इस भाग में पढ़ें कि बाबा ने मुझे पूरी नंगी करके मेरे जिस्म को चाट, चूसा।

दोस्त की बीवी की प्यारी चूत का नशा-2

मैंने अपने दोस्त की बीवी तनु को अपना प्यार देकर अपना दीवाना बनाया। कुछ दिन बाद मेरा दिस्त एक महीने के लिये अमरीका गया तो हम दोनों की खुशी का ठिकाना ना रहा।

डेरे वाले बाबा जी और सन्तान सुख की लालसा-2

मेरी बीवी संतान की चाहत में माँ के साथ डेरे वाले बाबाजी के पास गई। इस भाग में पढ़िए कि डेरे में बाबा ने क्या कहा, वहाँ क्या क्या हुआ, मेरी बीवी के मुख से!

जूसी रानी का इनाम-3

By चूतेश On 2016-09-10 Tags: 69, Oral Sex, गांड

रानी ने लंड के मुंह पर उभरी हुई एक बूंद को चाट लिया और खाल पीछे कर के सुपारा नंगा करके मुंह में ले लिया। मैंने पहले तो उन लज़ीज़ नितंबों पर जीभ फिराई।

डेरे वाले बाबा जी और सन्तान सुख की लालसा-1

मैं उन मर्दों में से हूँ जिन्हें बेहद गर्म बीवियां मिली हैं और अपनी गर्म बीवी को अजनबी मर्दों के साथ अपने सामने चुदना देखना चाहते हैं.. लेकिन कर नहीं पाते।

दोस्त की बीवी की प्यारी चूत का नशा-1

अपने पियक्कड़ दोस्त की सुन्दर जवान और सेक्सी बीवी को मैंने कैसे चोदा… इस कहानी में… हम दोनों उसके घर में पीते थे, उन दोनों में झगड़ा हुआ और मेरी बात बन गई.

जूसी रानी का इनाम-2

रेस्तराँ में मैंने जूसी का स्वर्णामृत पिया, फ़िर हम घर आ गए और आते ही मैंने जूसी रानी को भींच कर ड्राइंग रूम के कारपेट पर ही पटक दिया… कहानी पढ़ कर मज़ा लें।

जूसी रानी का इनाम-1

मैं अपनी बीवी जूसी रानी को शॉपिंग और डिनर के लिए ले गया क्योंकि मुझे बहुत मुनाफ़ा हुआ था। रेस्तराँ में हमने क्या गुल खिलाए, कैसे वहाँ जूसी का स्वर्णामृत पिया

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