ऐसी दुल्हन चाहिए
लेखक : बदतमीज़ न गोरी न साँवली, इक छैल-छबीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। – भारतीय मन हो, सरल हो, सीधी-सादी हो जवान तन उसका, फूलों की महकती वादी हो मुदु भाषिणी मधुर सुरीली दुल्हन चाहिए। कुछ खुले विचारों की, कुछ शर्मीली दुल्हन चाहिए। – नहीं चाहिए ससुर जी का […]