रिश्तों में चुदाई

इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.

Indian homemade Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi

अन्तर्वासना की कुछ चुनिन्दा हिंदी कहानियाँ आप के लिए यहाँ पर भी हैं.

बेईमान दिल

By यशोदा पाठक On 2006-08-25 Tags:

प्रेषिका : यशोदा पाठक मैं अब बड़ी हो गई हूँ। मेरी माहवारी चालू हुए भी चार साल हो चुके हैं। मेरी चूंचियाँ भी उभर कर काफ़ी बड़ी बड़ी हो गई हैं। मेरी चूत में अब पहले से अधिक खुजली हुआ करती है। उसकी गहराई अधिक हो गई है। मेरे चूतड़ अब और सुडौल हो गये […]

ये दिल मांगे मोर

By दिव्या गोआ On 2006-07-27 Tags:

प्रेषिका : दिव्या डिकोस्टा मैं आज अपने मायके आ गई, सोचा कि कुछ समय अपने भाई और माता पिता के साथ गुजार लूँ। मेरी माँ और पिता एक सरकरी विभाग में काम करते हैं, भैया कॉलेज में पढ़ता है। आप जानते हैं ना चुदाई एक ऐसी चीज़ है जिसके बिना हम लड़कियाँ तो बिल्कुल नहीं […]

मन का मीत

विनोद ने माधुरी को अपनी ओर खींचा और माधुरी जान करके उसकी गोदी में बैठ गई। विनोद माधुरी की नरम गाण्ड में अपना कड़क लण्ड दबाता हुआ उसे प्यार करने लगा। उसके कड़क लण्ड का अह्सास पा कर उसने अपनी गाण्ड को उसके लण्ड पर ठीक से सेट कर लिया।

चुपके-चुपके चोरी-चोरी

By छोटू 1985 On 2006-06-18 Tags:

प्रेषक : छोटू हेलो पाठको, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैं अपनी कहानी आप सभी को बताना चाहता हूँ। यह करीब पाँच साल पुरानी बात है, जब मैं स्नातिकी के प्रथम वर्ष में था। कॉलेज की छुट्टियों में मेरे घर के सभी सदस्य गाँव चले गए थे। मेरा रहने का प्रबंध मेरी चाची के […]

मासूम गौरी चुद गई

लेखिका : दिव्या डिकोस्टा मैं अपने घर में एकलौती लड़की हूँ। लाड़ प्यार ने मुझे जिद्दी बना दिया था। बोलने में भी मैं लाड़ के कारण तुतलाती थी। मैं सेक्स के बारे में कम ही जानती थी। पर हां कॉलेज तक आते आते मुझे चूत और लण्ड के बारे में थोड़ा बहुत मालूम हो गया […]

झगड़ा क्यों करती हो?

By संजय शर्मा 825 On 2006-04-29 Tags:

प्रिय पाठको ! संजय शर्मा का एक बार फिर से नमस्कार ! मेरी कहानी ‘फिर दूसरी से कर लेना’ और इसी का दूसरा भाग ‘कैसे तृप्त होती होगी !’ अन्तर्वासना पर आ चुकी है अब आपकी नज़र है इसी का तीसरा भाग ! पहले अंश में मैंने लिखा था कि किस तरह मैंने और भैया […]

मुझे अपनी बना ले

By seema4uhere4u On 2006-04-19 Tags:

लेखिका : सीमा सबसे पहले गुरु जी को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम ! गुरु जी का क्या कहना ? क्या वेबसाइट लॉन्च की है,जिसमे लोगों की चुदाई के किस्से पढ़ के चूत गीली हुए बिना नहीं रहती ! मेरा नाम सीमा (काल्पनिक) है ! दोस्तो, मैं २६ बरस की एक जवान औरत हूँ ! वैसे तो […]

कुछ गीला गीला लगा

By बांड On 2006-04-13 Tags:

जून 2006 की बात है जब मैं क्लास 12वीं में दिल्ली में पढ़ता था और दोस्तों से ढेर सारे किस्से सुनता था। कुछ दोस्तों की गर्ल-फ्रेंड थी और वो उनके मुम्मे दबाते थे या उनकी किस लिया करते थे। मुझे भी यह सब सुन कर बहुत ज़रुरत महसूस होती थी कि मैं भी किसी लड़की […]

टॉप नहीं फड़वाना चाहती

By राहुल125076 On 2006-04-12 Tags:

प्रेषक : राहुल मैं राहुल हूँ। मेरे परिवार में हम चार लोग हैं, मैं, मेरी दो बहनें बड़ी रिया और छोटी राखी और मेरी माँ गीता। मेरे पापा की मौत आज से दो साल पहले हो चुकी थी। मेरी छोटी बहन मुझसे दस माह छोटी और बड़ी बहन एक साल बड़ी है। हम लोगों के […]

प्यारा दोस्त और दीदी

By विजय पण्डित On 2006-03-23 Tags:

लेखक : विजय पन्डित मैं कॉलेज में आ चुका था। मेरे एक पुराना दोस्त मेरे साथ में मेरे घर में रहता था। हम दोनो पक्के दोस्त थे और एक दूसरे को बहुत चाहते थे। सेक्स के मामले में मैं बहुत झिझकता था। इतनी तो मेरी बड़ी दीदी भी नही शर्माती थी। मैं जब सुबह जागता […]

दिल का दर्द

By पिन्की सेक्सी On 2006-03-21 Tags:

प्रेषिका – पिंकी सेक्सी नमस्ते, मेरा नाम है सुहास। मैं बीस साल की हूँ। दो साल पहले मेरी शादी प्रदीप से हुई। परिवार में मैं, मेरे पति प्रदीप, मेरे ससुर जी रसिकलाल और मेरा छोटा सा बेटा किरण हैं। ससुर का बहुत बड़ा बिज़नेस है और हमें किस चीज़ की कोई कमी नहीं है। मेरे […]

समधन की गांड मारी-2

कहानी का पिछला भाग: समधन की गांड मारी-1 आनंदीलाल को गिड़गिड़ाता हुआ देखकर अनुपमा बोली- आपका काम माफ़ करने के लायक नहीं है। ज़रा मैं भी तो देखूँ कि तुम्हारे लंड में कितना दम है। आनंदीलाल यह सुनकर बुरी तरह चौंककर बोले- आप यह क्या कह रही हैं? अनुपमा- जो सुन रहे हो, वही कह […]

शादीशुदा आंटी की कुँवारी बुर

हैलो दोस्तो ! यह मेरी पहली कहानी है। यहां पर मैं अन्य लेखकों की तरह यह बिल्कुल नहीं कहूँगा कि यह मेरी सच्ची कहानी है। बल्कि मैं यह कह रहा हूँ कि यह मेरी काल्पनिक कथा है जो कि सिर्फ मनोरंजन के लिए है, इसलिए इसे कुछ और न समझें। मेरा नाम राजीव कुमार है। […]

अपनी मौसी को ही चोद !

हेल्लो दोस्तो, कैसे हो आप! मैं आपका प्यारा मेजस्टी, जिसकी कहानियाँ आप सब बहुत पसंद करते हैं। शायद इसलिये कि मेरी कहानियों में ज्यादातर लड़की या औरत मेरी करीबी होती है, जैसे मम्मी, बुआ या छोटी बहन। बहन से याद आया कि मेरी कहानी ¨छोटी बहन के साथ¨ को पसंद करने के लिए सबका शुक्रिया […]

मीरा दीदी की गाण्ड चुदाई

By राजेश अय्यर On 2006-01-14 Tags:

प्रेषक : राजेश अय्यर आज तक मैं अन्तरवासना पर यही पढ़ते आया हूँ कि दोस्तों मैं अगली कहानी लेकर हाजिर हूँ। इसका मतलब पाठक काल्पनिक कहानी भी भेजते हैं। परन्तु मेरे पास ऐसी काल्पनिक नहीं अपितु सत्य घटना है जो मेरे साथ घटी है। बात कुछ साल पहले की है मेरे एक दूर के रिश्ते […]

एक ही थैली के चट्टे बट्टे-2

मेरा भाई मेरी ननद की योनि में अपने लिंग से घर्षण करने लगा था और मैं अपने हाथों से शिल्पा के हाथों को पकड़ कर उनसे अपनी पेंटी का वह हिस्सा रगड़ने लगी थी

आवारगी-4

By माया देवी On 2005-12-07 Tags:

माया देवी इस प्रकार अपनी योनि के साथ भाँति भाँति के अजीब ढंग के प्रयोग करते करते समय निकल रहा था कि विदेश से मेरी दोनों भाभियाँ आ गई, वे एक माह के लिए हिन्दुस्तान घूमने आई थी, उन दोनों से मेरी खूब पटी। मेरी बड़ी भाभी का नाम मार्टिना और छोटी भाभी का नाम […]

मैं क्यों शरमाऊँ

By vijusexx On 2005-10-11 Tags:

प्रेषक – विजय कुमार हाय, मेरा नाम विजय है। मैं द्वितीय वर्ष का छात्र हूँ। मैं आपको जो कहानी बताने जा रहा हूँ वह गत वर्ष ग्रीष्मकाल की है। मैं गर्मी की छुट्टियों में मुम्बई गया था। मुम्बई में मेरी चाची रहती हैं। वह वहाँ पर चेम्बुर में रहती हैं। मैं जब मुम्बई गया था […]

ससुर जी ने मेरी कोख हरी की

दोस्तों, मेरा नाम सीमा है। मैं उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद की रहने वाली हूँ। मेरी उम्र तेईस साल है, ख़ूबसूरत और एक कसे हुए बद़न की मल्लिका हूँ। शादी से पहले मैंने कई लड़कों से चुदवाया था, पर शादी अपने घरवालों की मर्ज़ी से की। कहते हैं ना कि यह सच्चाई है कि एक लल्लू […]

सौ लौड़ों से चुद चुकी हूँ मैं !!

मैं उन दिनों अपने चाचा जान के यहाँ वाराणसी आई हुई थी। उनके लड़का अब्दुल बड़ा ही खूबसूरत था। गोरा चिट्टा, दुबला सा, लम्बा सा, उसे देखते ही मेरा दिल उस पर आ गया था। यूँ तो कानपुर में मुझे चोदने वाले कम नहीं थे, पर उनमें ज्यादातर तो गाण्ड मारने के शौकीन थे। गाण्ड […]

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