रिश्तों में चुदाई

इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.

Indian homemade Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi

अन्तर्वासना की कुछ चुनिन्दा हिंदी कहानियाँ आप के लिए यहाँ पर भी हैं.

क्या माल पटाया है !

By payal_20100 On 2008-11-18 Tags:

लेखक : भवानी भाई दोस्तो, आज मैं आपको अपनी बहन मंजू की चुदाई की कहानी बता रहा हूँ। एक बार मैं और मंजू उसकी एक सहेली की शादी से रात को तीन बजे वापस आ रहे थे, मैं बाइक चला रहा था, मंजू मेरे पीछे बैठी थी, सर्दी का समय था, मंजू ने जीन्स और […]

मुझे लेट कर मजा आता है !-2

By हैरी बवेजा On 2008-11-12 Tags:

हेलो दोस्तो, हैरी का नमस्कार ! आपने मेरी पहली कहानी पढ़ी थी अब आगे की कहानी। मेरी उम्र 25 साल की है और पंजाब का रहने वाला हूँ। तो उस रात जब मेरी नीद खुली तो देखा की मामी मेरे लण्ड से खेल रही थी, मुझे बहुत मजा आ रहा था, फिर मैं मामी की […]

मुझे लेट कर मजा आता है !

By हैरी बवेजा On 2008-11-08 Tags:

प्रेषक : हैरी बवेजा दोस्तो, मेरा नाम हैरी है, पंजाब का रहने वाला हूँ, यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है, मेरी उम्र 25 साल है। तो आइए अब कहानी की तरफ जाते हैं। यह मेरी सच्ची कहानी है जो आप के सामने लाने की कोशिश कर रहा हूँ। बात उन दिनों की है जब […]

वो बेवफा हो गई

By vikashsh On 2008-11-07 Tags: Indian sex stories

प्रेषक : विकास श्रीवास्तव मेरा नाम विकास है मैं दिल्ली के लक्ष्मीनगर में रहता हूँ। मेरी कहानी सुन कर शायद आप में से बहुत सी लड़कियाँ अपनी चूत खुजाने लगे या फिर बहुतों का लौड़ा लेने का मन करेगा। मैं एक कंपनी में लेखाकार हूँ। मेरा व्यक्तित्व बहुत ही आकर्षक है, बहुत सी लड़कियों के […]

ज्योतिषी की सलाह-5

By सूत्रधार On 2008-10-08 Tags:

प्रेषक : रिशु कहानी का पिछला भाग: ज्योतिषी की सलाह-4 रश्मि कितनी देर तक बर्दाश्त करती। उसकी चूत के मूत्र-छिद्र से हल्की सी पेशाब की धार फिर चालू हो गई जो मेरी ठोड़ी से होती हुई गले के नीचे गिर सीने से होती मेरे लंड को जैसे धोती जा रही थी। उसने मेरे सिर के […]

ज्योतिषी की सलाह-4

By सूत्रधार On 2008-10-07 Tags:

प्रेषक : रिशु कहानी का पिछला भाग: ज्योतिषी की सलाह-3 रिशु अब उसकी चूत पर झुका। होठों के बीच उसकी झाँटों को ले कर दो-चार बार हल्के से खींचा और फ़िर उसकी जाँघ खोल दी। उसकी चूत की फ़ाँक खुद के पानी से गीली हो कर चमक रही थी। रिशु अपने स्टाईल में जल्द ही […]

मस्त राधा रानी-5

लेखक : राज शर्मा मामा के मुँह से ये सारी बातें सुनते सुनते मेरी तो चूत गंगा जमुना हो चुकी थी, चूत का रस नीचे टपकने लगा था। मैंने नीलम से कहा- मेरी चूत भी लण्ड लेने को बेताब है ! कुछ करो ! तो वो बोली- अभी कुछ देर में हम लोग डॉक्टर के […]

मस्त राधा रानी-4

हाय दोस्तो ! मैं राधा एक बार फिर अपनी मस्ती के एक और किस्से को लिए राज के साथ आपके सामने हूँ। आप सभी ने मेरी पिछली कहानियाँ पढ़ी और बेहद पसंद भी की उसके लिए आप सभी की बहुत बहुत धन्यवादी हूँ। अब मेरे परिचय की तो जरूरत नहीं है फिर भी मेरे नए […]

यहाँ भी चुदी और वहाँ भी-1

By यशोदा पाठक On 2008-07-07 Tags:

मेरे भैया के एक मित्र राजीव मुझे कम्प्यूटर पढ़ाया करते थे। रोज सवेरे स्कूल जाने से पहले मैं एक घण्टे के लिये वहाँ जाती थी। मैं बाहरवीं कक्षा की छात्रा हूँ। ऐसा नहीं है कि कभी मैं चुदी ही नहीं ! मैं कुछ दिन पहले भावना में बह कर अपने चाचा के लड़के से चुदा […]

बहन का नग्नतावाद से परिचय-4

By आसज़ On 2008-07-01 Tags:

प्रेषक : आसज़ मैंने पूल से जाने का फैसला किया क्योंकि उसके चेहरे पर चमकती उसकी बुरी नज़र मुझे अच्छी नहीं लगी। करेन जल्द ही सनबाथिंग में मेरे साथ में शामिल हो गई और थोडी देर में हमने खाने के लिए कमरे में वापस जाने का फैसला किया। जब हमने पूल छोडा कम से कम […]

बहन का नग्नतावाद से परिचय-3

By आसज़ On 2008-06-30 Tags:

प्रेषक : आसज़ मैंने कहा,”तुम कपड़े बदल आओ, मैं बरामदे में बैठ कर एक बीयर लेता हूँ ! और हाँ ! जब तुम तैयार हो कर बाहर आओगी तब तक मैं नग्न हो चुका हूँगा ! अब जैसे तुम ठीक समझो !” उसने अपने को शान्त दिखाते हुए कहा,”धन्यवाद टिम !” वह बेडरूम में चली […]

बहन का नग्नतावाद से परिचय-2

By आसज़ On 2008-06-29 Tags:

प्रेषक : आसज़ “देखो, आपने पक्का फ़ैसला कर लिया है? मेरा मतलब है अगर तुम आओ तो मुझे बिल्कुल आपत्ति नहीं है, लेकिन यह एक नग्न रीसोर्ट है, और हम सभी पूरे सप्ताह नग्न ही रहेंगे !” “तुम नंगे रहोगे, मैं नहीं ! वेबसाइट पर स्पष्ट रूप से कपड़ों का विकल्प बताया है। तो मैं […]

बहन का नग्नतावाद से परिचय-1

By आसज़ On 2008-06-28 Tags:

प्रेषक : आसज़ मित्रो, अभी कुछ दिन पहले मैं ऑफ़िस से छुट्टी लेकर परिवार के साथ दक्षिण भारत की यात्रा पर गया था। हम लोगों ने सीधे त्रिवेन्द्रम के लिये राजधानी एक्सप्रेस में रिजर्वेशन लिया था। वहाँ से आस पास और फिर कन्याकुमारी आदि स्थानों पर घूम कर पोन्दिचेरी होकर वापस आना था। वहाँ त्रिवेन्द्रम […]

बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां भी……-2

By pappu783 On 2008-06-21 Tags:

प्रेषक : पप्पू राम हम दोनों घबरा गए, मै झट से कपड़े ठीक करके उसकी तरफ़ लपकी और उससे विनती करने लगी,”सन्जू रुक ! हम तो ऐसे ही खेल रहे थे, प्लीज, पापा से कुछ मत कहना, तू जो कहेगा, जो माँगेगा वो तुझे दूँगी, प्लीज रुक जा।” निक्कू भी उससे विनती करने लगा। सन्जू,”एक […]

बड़े मियां तो बड़े मियां, छोटे मियां भी……-1

By pappu783 On 2008-06-20 Tags:

प्रेषक : पप्पू राम हेल्लो दोस्तो, मेरा नाम सिमरन है। यह मेरे जीवन की वास्तविक कहानी है इसलिये इसे जरूर जरूर पढ़ें और अपने विचार भेज कर मेरी हौंसला-अफ़्जाई करें। प्यार से मुझे सिम्मू कहते हैं। मेरी उम्र सिर्फ़ 20 साल है लेकिन मेरे गदराये हुए जिस्म कि वजह से मैं भरपूर जवान लगती हूँ। […]

कैसी कटी रात?

By n On 2008-06-17 Tags:

प्रेषक : वसीम मैं भी अन्तर्वासना के लाखों चाहने वालों में से एक हूँ। मैंने यहाँ सारी कहानियाँ पढ़ी हैं, हर कहानी को पढ़ने के बाद में अपने लंड से पानी जरूर निकालता हूँ। ये मेरी पहली सेक्स कहानी है जो आज आप लोगो के सामने बताने जा रहा हूँ, यह पूर्णतया सत्य है, यह […]

थ्री ईडीयट्स-2

By Antarvasna On 2008-06-08 Tags:

प्रेषक : जो हण्टर अरे नहीं भैया … चोदना-चुदाना सब शादी के बाद ! राधा ने चुहलबाजी की। तो मुन्नी तुझे ठिकाने लगाता हूँ। मेरी नज़रें अब राधा की चूत पर थी। अरे तेरा दिमाग तो ठीक है? मैं तो तेरी बहन हूँ ! मुन्नी ने आंखें तरेर कर कहा। तो क्या हुआ, मस्ती में […]

थ्री ईडीयट्स-1

प्रेषक : जो हण्टर हम तीनों एक साल से शहर में पढ़ रहे थे। मैं और मेरी बहन मुन्नी और गांव में ही रहने वाली पड़ोस की एक मुन्नी की हम उम्र राधा, अब हम तीनों ही कॉलेज में दूसरे साल में आ चुके थे। इस एक साल में हम तीनों का नजरिया काफ़ी कुछ […]

मिल-बाँट कर..-4

प्रेषक : सुशील कुमार शर्मा अब मेरे पास कृत्रिम रूप से अपनी जवानी की आग को शांत करने के अलावा और कोई दूसरा साधन न था। मैं छुप-छुपकर कृत्रिम साधनों से अपनी कामाग्नि को शांत करने की कोशिश करती। योनि में कभी लम्बे वाले बैंगन डाल कर अपनी कामाग्नि को शांत करती तो कभी आधी-आधी […]

ससुर से मिला यौन सुख

मैंने ख़ुद पाँव लम्बे किए और चौड़े कर दिए वो ऊपर चढ़ गए। धोती हटा कर लंड निकाला और भोस पर रगड़ा। मेरे नितम्ब हिलने लगे। वो बोले: साहिरा बेटी, ज़रा स्थिर रह जा, ऐसे हिला करोगी, तो मैं कैसे लंड डालूँगा?

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