रिश्तों में चुदाई

इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.

Indian homemade Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi

अन्तर्वासना की कुछ चुनिन्दा हिंदी कहानियाँ आप के लिए यहाँ पर भी हैं.

मेरी डार्लिंग सिस्टर-5

मैं कमर के नीचे पूरी तरह नंगा था। मेरा लंड अब पानी छोड़ कर लटक गया था। मेरी बहन तेज़ी के साथ बिस्तर पर से उतर गई और अपनी स्कर्ट को उसने चूतड़ों पर चढ़ा लिया।

मेरी डार्लिंग सिस्टर-4

कमर के नीचे वो पूरी नंगी थी। उसकी गुलाबी चूत, उसकी भूरे रंग की गांड का छेद और उसके गुदाज चूतड़ मेरी आँखों के सामने खुले पड़े थे और मुझे अपनी ओर खींच रहे थे।

मेरी डार्लिंग सिस्टर-3

हम दोनों के बदन में आग लगी हुई थी और हम बेचैन थे, कब हम एक-दूसरे की बाँहो में खो जाएँ। इसलिए हमने दरवाजे को धक्का दे कर खोला और अपने बैग और किताबों को एक तरफ फेंक कर, जूतों को खोल कर सीधा एक-दूसरे की बाँहों में समा गए। दरवाज़ा हालाँकि हमने बंद कर […]

मेरी डार्लिंग सिस्टर-2

सोनिया बोली- तुम तो मेरी सहेली तनीषा को जानते ही हो, उसने अपने घर पर कल रात हुए एक बहुत ही उत्तेजक घटना के बारे में मुझे बताया, जिसके कारण मैं बहुत गर्म हो गई हूँ। नीचे से पूरी तरह से गीली हो गई हूँ और मेरी पेंटी मेरी चूत के पानी से भीग गई […]

किस्मत से मिली मामी की चूत

मेरी मामी बहुत सुंदर हैं। बिल्कुल स्वर्ग की अप्सरा लगती हैं। कोई उसे देख ले तो मन करे कि बीच चौराहे पर नंगी करके उसकी फ़ुद्दी में अपना लाण्डिया घुसा कर चोद दे!

बहन का यौवन-2

अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार! जैसा कि मैं पहले ही अपनी बहन के बारे में बता चुका हूँ, इसलिए मैं अपनी कहानी अब आगे बढ़ाता हूँ। डी.यू. में एडमिशन लेने से पहले तक मैंने अपनी बहन तान्या को कई बार चोदा। मगर एडमिशन के बाद तान्या ने मम्मी-पापा से हॉस्टल में रहने की इजाजत […]

बहन का यौवन-1

अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार ! आप सबको मेरी अगली कहानी का इन्तजार करवाने के लिए माफ़ी। मेरे घर में मेरे अलावा मेरे माता-पिता और मेरी एक छोटी बहन है। मेरी उम्र 24 साल है जबकि मेरी बहन तान्या 22 साल की है। यह चार साल पहले की बात है जब वो 18 साल […]

ममेरे भाई से फुद्दी चुदवाई

By monufncloub On 2013-06-10 Tags:

लेखिका : मोनिका हैलो दोस्तो ! मैं अन्तर्वासना की नियमित पाठिका हूँ। इस लाजवाब साइट पर मैंने बहुत सारी कहानियाँ पढ़ी और सैक्स के बारे में ज्ञान लिया। आज मैंने सोचा मैं भी अपनी प्यारी सच्ची घटना सुनाऊँ। यह मेरी पहली सैक्स कहानी है। पहले मैं अपने बारे में कुछ बता दूँ, मेरा नाम मोनिका […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-36

By शहनाज़ खान On 2013-05-28 Tags:

“यहाँ कोई नहीं आयेगा और किसे परवाह है? देखा नहीं हॉल में सब नंगे नाच रहे थे।” कहते हुए उन्होंने मेरी स्कर्ट खींच दी और मेरे सैंडलों के अलावा मुझे बिल्कुल नंगी कर दिया और खुद भी बिल्कुल नंगे हो गये। सबसे पहले ताहिर अज़ीज़ खान जी पूल में दाखिल हुए। मैं वो हाई-हील के […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-35

By शहनाज़ खान On 2013-05-27 Tags:

मेरी चूत का मुँह लंड के एहसास से लाल हो कर खुल गया था जिससे उनके लंड को किसी तरह की परेशानी ना हो। मेरी चूत से काम-रस झाग बनके निकल कर मेरे चूतड़ों के कटाव के बीच से बहता हुआ बिस्तर की ओर जा रहा था। मेरी चूत का मुँह पानी से उफ़न रहा […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-34

By शहनाज़ खान On 2013-05-26 Tags:

“मम्मऽऽऽ… शहनाज़… मीऽऽऽऽ… ऊँमऽऽऽऽ… तुम बहुत सैक्सी हो। अब अफ़सोस हो रहा है कि तुम्हें इतने दिनों तक मैंने छुआ क्यों नहीं। ओफ…ओहहऽऽऽ तुम तो मुझ पागल कर डालोगी। आआ…आऽऽऽ…हहऽऽऽ… हाँऽऽऽ… ऐसे हीऽऽऽ…” वो अपने लंड को मेरी चूत के ऊपर रगड़ रहे थे। कुछ देर तक हमारे एक दूसरे के जिस्म को रगड़ने के […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-33

By शहनाज़ खान On 2013-05-25 Tags:

मेरी पीठ मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी के सीने से लगी हुई थी। मैंने अपना सिर पीछे की ओर करके उनके कंधे पर रख दिया। साढ़े-चार इंच ऊँची हील के सैंडल पहने होने से मेरा कद उनके कद से मेल खा रहा था। उनके हाथ मेरे सीने के दोनों उभारों को बुरी तरह मसल […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-32

By शहनाज़ खान On 2013-05-24 Tags:

“आज मैं आपके बेटे की बीवी हूँ।” “लेकिन पहले तू मेरी सेक्रेटरी है। यहाँ पर तू मेरी सेक्रेटरी बन कर आई है… मेरे बेटे की बहू नहीं ! और सेक्रेटरी का काम होता है अपने एंपलायर को खुश रखना। देखा नहीं यहाँ मौजूद दूसरी सेक्रेटरियों को?” “क्या हो गया है आज आपको?” मैंने थूक निगलते […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-31

By शहनाज़ खान On 2013-05-23 Tags:

कुछ देर बाद हम वहीं आराम करके अपने कपड़े पहन कर बाहर आ गये। बाहर अपनी टेबल पर आकर देखा कि टेबल खाली थी। मैंने बैठते हुए इधर-उधर नज़र दौड़ाई लेकिन साशा और ससुर जी कहीं नहीं दिखे। हैमिल्टन ने अपनी कुर्सी पर बैठ कर मुझे अपनी गोद में खींच लिया। मैंने उसकी गोद में […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-29

By शहनाज़ खान On 2013-05-21 Tags:

मैं कमरे से बाहर निकल कर बगल वाले कमरे में, जिसमें ससुर जी रह रहे थे, उसमें चली गई। ससुर जी कमरे में नहीं थे। मैंने इधर उधर नज़र दौड़ाई। बाथरूम से पानी बहने की आवाज सुनकर उस तरफ़ गई तो देखा कि बाथरूम का दरवाजा आधा खुला हुआ था। सामने ताहिर अज़ीज़ खान जी […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-28

By शहनाज़ खान On 2013-05-20 Tags:

लाँग स्कर्ट्स के बाद माइक्रो स्कर्ट्स की बारी आई। मैंने एक पहना तो मुझे काफी शर्म आई। स्कर्ट्स की लम्बाई पैंटी के दो अंगुल नीचे तक थी। टॉप भी मेरी गोलाइयों के ठीक नीचे ही खत्म हो रही थी। टॉप्स के गले भी काफी डीप थे। मेरे आधे बूब्स सामने नज़र आ रहे थे। मैंने […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-27

By शहनाज़ खान On 2013-05-19 Tags:

अभी दो महीने ही हुए थे कि मैंने अपने ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी को कुछ परेशान देखा। “क्या बात है अब्बू… आप कुछ परेशान हैं?” मैंने पूछा। “शहनाज़ ! तुम कल से हफ़्ते भर के लिये ऑफिस आने लगो !” उन्होंने मेरी ओर देखते हुए पूछा, “तुम्हें कोई परेशानी तो नहीं होगी ना, अपने […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-19

By शहनाज़ खान On 2013-05-11 Tags:

मैंने शर्म के मारे अपनी आँखें बंद कर लीं। मेरा चेहरा शर्म से लाल हो रहा था। लेकिन मैं इस हालत में अपने पेशाब को रोकने में नाकाम थी और नशे में मुझसे खड़ा भी नहीं रहा जा रहा था। इसलिये मैं कमोड की सीट पर इसी हालत में बैठ गई। जब मैं फ्री हुई […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-18

By शहनाज़ खान On 2013-05-10 Tags:

उन्होंने मुझे बेडरूम में लाकर बिस्तर पर लिटा दिया। फिर वो मेरी बगल में लेट गये और मेरे चेहरे को कुछ देर तक निहारते रहे। फिर मेरे होंठों पर अपनी उँगली फ़िराते हुए बोले, “मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि तुम जैसी कोई हसीना कभी मेरी बाँहों में आयेगी।” “क्यों? भाभी तो मुझसे भी […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-17

By शहनाज़ खान On 2013-05-09 Tags:

अचानक उन्होंने अपनी मुठ्ठी में बंद एक खूबसूरत लॉकेट मेरे गले में पहना दिया। “ये?” मैं उसे देख कर चौंक गई। “यह तुम्हारे लिये है। हमारी मुहब्बत की एक छोटी सी निशानी !” उन्होंने उस नेकलेस को गले में पहनाते हुए कहा। “ये छोटी सी है?” मैंने उस नेकलेस को अपने हाथों में लेकर निहारते […]

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