मौसी ने मुझ पे मौसा चढ़ाया: मेरी पहली चुदाई
मुझ पर जवानी आई, कॉलेज में बॉयफ्रेंड बन गया, चूमा चाटी, लंड चूस लिया, मेरी बुर लंड मांग रही थी पर कोई मौक़ा नहीं मिल रहा था. मेरी बुर में मौसा का लंड गया.
इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.
Indian homemade Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi
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मुझ पर जवानी आई, कॉलेज में बॉयफ्रेंड बन गया, चूमा चाटी, लंड चूस लिया, मेरी बुर लंड मांग रही थी पर कोई मौक़ा नहीं मिल रहा था. मेरी बुर में मौसा का लंड गया.
मेरी चुत को चाचा चोदना चाहते थे और मेरी चुत चाचा से चुदी भी… कैसे? मुझे कॉलेज की पढ़ाई के लिए अपने चाचा के घर रहना पड़ा, चाचा की नज़र हमेशा मेरा ऊपर ही रहती है.
एक रात के लिये मुझे भाई की ससुराल में रुकना पड़ा तो भाई की साली पूजा मेरी खूब सेवा कर रही थी। रात को छत पर टहलने गया तो और लड़कियाँ भी पूजा के साथ आ गई।
लड़की जब पूरी गर्म हो जाए, अपने पे आ जाए तो फिर वो चूत में लंड लेने के लिए कुछ भी कर सकती है। 'उफ्फ पापा जी, मेरी चूत में पेल दो अपना लंड मुझे जल्दी से!' बहूरानी बेसब्री से बोली।
पहली बार तो अनजाने में अँधेरे में गलती से बहूरानी मुझसे चुद गई थी लेकिन आज तो मेरे आग्रह पर वो मेरे लिए बल्कि यों कहें कि अपने यौनानन्द के लिए मेरे पास आने को तैयार थी.
मैंने कितना प्रयास किया था उन सब बातों से बचने का… लेकिन तू तो पूरी निर्वस्त्र होकर मुझसे लिपटी जा रही थी और तो और मेरा लिंग भी तूने अपने मुंह में भर के चूसा और न जाने क्या क्या...
हाथों में चाय की ट्रे थामे वो मेरी गजगामिनी बहू नयन झुकाये मेरी ओर चली आ रही थी, मेरी नज़र रह रह कर उसके वक्ष के उभार निहारती और फिर उसकी जांघों के मध्य जा कर ठहर जाती!
कोलकाता के टूअर में अपने ससुर से चुद कर मेरे और मेरे परिवार के बीच एक नया रिश्ता जन्म ले चुका था, जो जब चाहता मुझे अपनी बीवी बना कर चोदता।
मैंने सभी कपड़े उतारे, आधे घंटे तक ससुर जी ने मेरी मालिश की, फिर ससुर जी ने बाथरूम में मुझे अच्छी तरह से नहलाया। बीच बीच में उनकी उंगली मेरी चूत, गांड में जा रही थी।
यह यक्ष प्रश्न मुझे बार बार कचोट रहा था और अदिति पर आश्चर्य भी हो रहा था कि कोई स्त्री ऐसी कैसे हो सकती है कि चुद जाए और यह भी न पहचान सके कि चोदने वाला उसका पति ही है या कोई और!!
मुझे शरारत सूझी तो मैंने हल्के से पापा जी को देखा, वो मेरी तरफ नहीं देख रहे थे तो मैं मौके का फायदा उठाते हुए वेटर को दिखाते हुए अपनी चूत को खुजलाने लगी।
यह हिन्दी सेक्स स्टोरी है एक ऐसे ससुर की जिसके पास उसकी बहू आधी रात के बाद अंधेरे में उसे अपना पति समझ कर आ गई और यौनक्रियाओं से रिझाने लगी। ससुर बेचारा…
रितेश बोला- यार, मेरे लंड की मेरी चूत रानी, तेरी चूत का क्या हाल चाल है? मैं पापा जी की बांहों में ही बिंदास बोली- बस तेरे लौड़े की याद आ रही है तो उसका पानी टप टप कर रहा है।
ससुर जी का लम्बा मोटा लंड देख कर मेरी चूत ललचा गई और उनका लंड मांगने लगी। लेकिन ससुर बहू की आपस की शर्म और हिचक तो बाकी थी। कहानी पढ़ कर देखें कि मैंने कैसे ससुर जी को पटाया।
हावड़ा पहुँच कर हम होटल में गए, पापा जी सोफ़े पर, मैं बेड पर लेट गई, मेरा बुखार तेज हो रहा था। सुबह मेरी नींद खुली तो मेरी नजर बाथरूम में पेशाब कर रहे पापाजी पर पड़ी।
एक दिन मेरी ममेरी बहन मेरे साथ चिपक कर सो रही थी.. मेरा लण्ड खड़ा हो गया और उसके जिस्म से लगने लगा। उसने मेरी जेब में हाथ डाल दिया और मेरा लण्ड पकड़ लिया।
दोनों बहनें साथ ही चाचा के कमरे में पहुंची थीं जहां चाचा अपना स्थूलकाय लिंग पाजामे से बाहर निकाले दरवाज़े की तरफ देख रहा था। 'आज करें क्या चाचा के साथ?'
क्या सिर्फ इसलिए उसे अपने शरीर का सुख प्राप्त करने से रोका जा सकता था कि वह लोगों द्वारा अपेक्षित एक योग्य वधू के मानदंडों पर पूरी नहीं उतरती?
गली के गुण्डे ने शीला के चूतड़ों की दरार में उंगली घुसा कर उसे छेड़ा, उधर उसके चाचा का हाथ जल जाने के कारण चाचा हस्तमैथुन नहीं कर पा रहा था, पढ़ें इस भाग में!
कम्मो मौसी को मेरे खड़े लंड की बात बताने लगी। बातों में उसने मौसी से पूछा कि क्या मौसी ने गांड मरवाई है। मौसी के साथ उनकी बेटी भी गांड मरवाने को आतुर हो गई।