बुआ के प्रति भतीजे की वासना-1
यह कहानी है मेरे प्रति मेरे भाई के बेटे यानि मेरे भतीजे की कामवासना की ... कि कैसे मुझे महसूस हुआ कि वह मेरे प्रति कैसे वासनामयी आसक्ति रखता था.
इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.
Indian homemade Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi
अन्तर्वासना की कुछ चुनिन्दा हिंदी कहानियाँ आप के लिए यहाँ पर भी हैं.
यह कहानी है मेरे प्रति मेरे भाई के बेटे यानि मेरे भतीजे की कामवासना की ... कि कैसे मुझे महसूस हुआ कि वह मेरे प्रति कैसे वासनामयी आसक्ति रखता था.
मेरे पड़ोस में रहने वाली विवाहिता लड़की मुझे मामा कहती है. एक बार हालात कुछ ऐसे बने कि मैंने उस लड़की को चोद दिया. ये सब कैसे हुआ? पढ़ें मेरी इस कहानी में!
मैंने अपने चचेरे भाई की बेटी की चूत को चूस कर उसे झड़वा दिया था. अब वो खुश दिख रही थी लेकिन साथ ही हल्की सी शर्म भी उसकी आंखों में दिखाई दे रही थी. आगे क्या हुआ?
यह कहानी है मेरे दोस्त की मामी और उसके दादा जी की सेक्स की यानि ससुर बहु चुदाई की... उसके दादा जी गाँव से उसके घर रहने आये थे कुछ दिन के लिए तो...
मैं पढ़ाई के लिए अपनी चचेरी बुआ के घर रहता था. बुआ की ननद अपने ससुराल वालों से झगड़ा कर बुआ के पास आ गई. पता लगा कि उसका पति से चोद कर बच्चा नहीं दे पा रहा.
हाँ मेरी जान... तुम्हारे बड़े बेटे ने सब से पहले मेरी इस फूल जैसी लड़की की कच्छी उतारी... उसकी चूचियों को चूसा, दबाया... उसकी चूत भी चाटी... वो भी इसी घर में...
इस इन्सेस्ट सेक्स कहानी में आप पढ़ें कि कैसे एक जवान लड़की अपनी माँ को उकसा कर उसके ही बेटों के साथ सेक्स करने को राजी किया.
यह कहानी काल्पनिक है. मैं सारा दिन चुदाई, सेक्स के बारे में सोचती रहती हूँ. इस कहानी में मैंने अपनी सेक्स भरी कल्पना से, जो कुछ मेरे दिमाग में आया लिख दिया. इस लिए लॉजिक को एक तरफ डाल कर कहानी पढ़ें!
मेरे ममेरे भाई की बेटी यानि मेरी भतीजी काफी सेक्सी थी. मैं उनके यहाँ जाता रहता था. मैं दिखने में बहुत अच्छा हूँ तो वो मेरे ऊपर मर मिटी और मुझे फोन करने लगी. बात सेक्स तक कैसे पहुंची?
भाई बहन सेक्स की इस कहानी में पढ़ें कि कैसे एक खूबसूरत लड़की ने कामवासना के ग्रसित होकर अपने सगे भाइयों को अपनी जवानी के जाल में फंसाया और उन्हें बहनचोद बनाया.
मैं अपने सास ससुर संग गाँव गयी. वहां मुझे चचिया ससुर मिले. वे मुझे बहुत घूर रहे थे, पहले मुझे अजीब सा लगा, फिर मुझे उम्मीद हो गई कि बहू की चूत को ससुर का लंड मिल सकता है.
मैंने बाथरूम में रखी हुई क्रीम अपने लिंग और उसकी गांड के छेद पर मल कर एक बार फिर प्रयास किया. तब मेरा लिंग मुंड उसके उसकी गांड में घुस गया।
मेरी सास मेरे घर आई हुई थी. एक दिन मैंने अपनी सास को नंगी देख लिया. वो नहाने के बाद कपड़े पहन रही थी. मेरा मन उनके रस भरे यौवन को चखने के लिए व्याकुल था, वहीं रिश्तों की मर्यादा भी थी.
उन्होंने अपने लंड को मेरी चुत के मुँह पर रखा और मेरी तरफ देखा, वह पल आ गया था कि मैं अपने पचास साल के मौसा जी पर अपनी अठारह साल की कमसिन जवानी लुटाने जा रही थी।
मेरे यारो, आज मैं अपनी रियल चुदाई स्टोरी में बताऊंगी कि कैसे मैं अपनी दीदी के देवर से चुदी. मेरी जान पहचान उससे कुछ ज्यादा ही हो गयी थी. एक बार उसने मेरी चूची को मसल दिया तो...
नाईटी घुटनों तक लंबी थी पर बीच में जांघों तक कट था तो उसमें से मेरे गोरी जांघें दिख रही थी। बारिश की वजह से मेरी पतली नाईटी भीग कर पारदर्शी हो गयी थी और उसमें मेरी ब्रा और पैंटी दिख रही थी
हसीनाओं की ये भोली अदाएं ही तो चुदाई का आनन्द दोगुना कर देतीं हैं; इनका ये रोना धोना, नखरे कर कर के चुदना, एक प्रकार का कॉम्प्लीमेंट, उत्साहवर्धक ही है हम चोदने वालों के लिये.
बहू के मायके में मैं अपनी बहू को बंजारन के लिबास में देख कर उसकी चुदाई के लिए बेचैन हो रहा था, बहू भी मेरी लालसा को जानती थी और वो भी यही चाहती थी. हमारी प्यास कैसे बुझी?
मैं अपनी पूत्रवधू को लेकर उसके चचेरे भाई की शादी में गया. अब शादी में तो रंग बिरंगी तितलियाँ आई ही होती हैं, मैं चक्षु चोदन कर रहा था कि मेरी बहू बंजारन लिबास में मेरे पास आई.
मैंने कहा- पापा, खुश करते हैं, उनके प्यार में कोई कमी नहीं है, उन्हें काम की टेंशन है तो हफ्ते में एक दो बार ही करते हैं, पर मेरी ही भूख ज़्यादा है, मुझे तो हर रोज़ चाहिए, इसलिए मुझे हर वक्त सेक्स की चाहत रहती है।