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हिंदी सेक्स स्टोरी चूत चुदाई, गांड में लंड की
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भाभी और गर्लफ्रेंड एक साथ

मेरा नाम मुख़्तार है, मेरी उम्र 24 साल है, मैं एक आर्किटेक्ट हूँ। मेरी कहानी दोस्त की बीवी की चुदाई बहुत लोगों को पसंद आई, बहुत सारी महिलाओं के मेल आये जो मुझसे चुदवाना चाह रही थीं। अन्तर्वासना पर यह मेरी दूसरी कहानी है जो मेरे जीवन में घर कर गई। मेरा लंड 7 इंच […]

लण्डकन्या से गाण्ड मराई

मेरा नाम सूमी है और मैं 25 साल की शीमेल हूँ, मतलब मेरे पास चूचियाँ और लंड दोनों हैं. मेरा फिगर बिल्कुल लड़की जैसा है और मैं लड़की की तरह ही दिखती हूँ.

काम की चाह-3

By आनन्द किशन On 2011-10-25 Tags:

मेरी चूत लंड लेने के लिए बेचैन थी, इस अचानक हमले को झेल नहीं पाई, ऐसा लगा कि मेरी पहली चुदाई हो रही है, मैं अब तक कुँवारी थी, मेरी चूत में उनका लंड घुसते ही मेरे मुँह से चीख नकल गई

काम की चाह-2

By आनन्द किशन On 2011-10-24 Tags:

मैं बोली- कल ब्लू फिल्म देखते हुए काफ़ी जोश आ गया है, इसलिए तुम्हारी याद आ रही है, अगर तुम नहीं आओगे तो मैं किसी और से चुदवा लूँगी!

काम की चाह-1

मेरी जांघ पर हाथ रखे रखे कार आहिस्ता आहिस्ता सहलाने लगे तो मेरे तन बदन में एक आग सी लग गई। उनका हाथ मेरी चूत के करीब आता और वापस चला जाता, मेरी चूत गीली हो रही थी।

औरत की चाहत-3

चुदाई का असली मजा तब आता है जब उसे बेशर्म होकर किया जाये, सब एक बात ध्यान में जरूर रखना, चाहे आप लड़का हो या लड़की, चुदाई पूरे मजे से करो और बेशर्म होकर करो

औरत की चाहत-2

उसने मेरा सिर पकड़ कर अपनी तरफ़ खींचा और मेरे मुँह और होंठों पर लगे अपनी चूत के रस का आनन्द लेने लई, उसने चाट-चाट के मेरे मुँह को एकदम साफ़ कर दिया।

औरत की चाहत-1

उसका ब्लाऊज़ पीछे से खुला हुआ था वो बस कुछ फ़ीतियों से बंधा था, उसकी कमर पूरी नंगी दिख रही थी, उसने ऊँची ऐड़ी वाली सैंडिल पहनी थी जिससे उसके कूल्हे बाहर को निकले हुए दिख रहे थे

अगर उस दिन मैं दरवाजा खोल देती

By फ़ुलवा On 2011-06-13 Tags:

कई बातें ऐसी होती हैं जो बीत जाने के बाद बरसों तक, कई बार तो ताउम्र अपनी याद बनाये रखती हैं। मुझे आज भी बहुत अच्छी तरह याद है कि वो जाड़ों की एक ऊँघती हुई सी दुपहरी थी, मैं घर पर निपट अकेली थी, करने को कुछ खास नहीं था तो मैं अपनी पसंद […]

छैल छबीली-2

'और ये देख, साली इस चूत को... किसके किस्मत होगी मेरी ये चूत... प्यासी की प्यासी... रस भरी... वो भड़वा... भेन चोद... मेरा मरद नहीं चोदेगा तो और कूण फ़ोड़ेगा इन्ने...?'

मेरी जवानी की गलतियाँ-2

By सिमरन सधी On 2010-09-01 Tags:

प्रेषिका : सिमरन सोधी पिछ्ले भाग में आपने मेरी पहली चुदाई का घटनाक्रम पढ़ा। अब आगे- कुछ साल बाद मैंने बीएससी में अड्मिशन लिया और पवन के पापा की ट्रांसफर अहमदाबाद हुई और वो सब चले गए। मैं पवन से चुदती थी तो मेरी फिगर बहुत सुडौल हो गई थी। इसलिए कोलेज के पहले ही […]

शालू की गुदाई-4

By लीलाधर On 2010-08-14 Tags:

मुझे दरार के नीचे गुदा की गुलाबी कली की लुका छिपी बार-बार आकर्षित कर रही थी। योनि से निकलते रसों से भीगकर वह भी चमक रही थी। मुझे सुबह वहाँ पर हेयर रिमूवर लगाते वक्त का ख्याल याद आया, ”आज इसका भी बेड़ा पार होगा क्या?” मैं जानता था अंग्रेज लोग पृष्ठभाग के बड़े प्रेमी […]

योनि की आत्मकथा

By शगन कुमार On 2010-06-30 Tags:

मैं प्रगति की योनि हूँ! प्रगति एक 36 साल की मध्यम-वर्गीय, कार्यरत महिला है जिसकी शादी को 15 साल हो चुके हैं और उसके एक बेटा है जो अब 12 साल का है। उसके पति सरकारी कर्मचारी हैं और उनकी उम्र 40 साल है। मैं प्रगति का सबसे छुपा हुआ अंग हूँ … मुझे बहुत […]

लड़कियों की मारता हूँ

By Antarvasna On 2010-04-06 Tags:

यह कहानी केवल मनोरंजन के लिए है जिनका वास्तविक जीवन से कोई संबंध नहीं है। मैं मध्यप्रदेश के एक गाँव की रहने वाली हूँ, मेरा नाम मोहिनी है, उम्र 23 साल है। यह बात आज से 4-5 साल पहले की है, मैं गांव से 10 मील दूर कॉलेज में पढ़ने के लिए जाती थी क्योंकि […]

सुहागरात की विधि -3

सुहागरात के समय लड़कीको संकोच होता है। वह आकांक्षा और आशंका से जूझ रही होती है। पुरुष को चाहिए कि वह उसे दिलासा दे, उसका साहस बढ़ाये तथा उसे आश्वस्त करे

सुहागरात की विधि -2

सम्भोग का उद्देश्य है... पुरुष के लिंग का स्त्री की योनि में प्रवेश और ज्यादा देर मैथुन करना। इसके लिए लिंग और योनि को सम्भोग के लिए तैयार होना चाहिए।

सुहागरात की विधि -1

इस लेख में कुँवारी लड़की के साथ पहली बार सम्पूर्ण सम्भोग की विधि बताई है। इसे हिन्दी में कौमार्य-भंग, योनिछेदन, सील तोड़ना व अंग्रेज़ी में Deflowering कहते हैं।

बाथरूम का दर्पण-6

मैं रोनी सलूजा आपसे फिर मुखातिब हूँ। मेरी कहानी बाथरूम का दर्पण को सभी ने बहुत सराहा है। कुछ लोगों ने मुझसे सागर की हेमा पवार के बारे में जानकारी चाही तो कुछ ने रमा के बारे में जानना चाहा। क्षमायाचना के साथ मैं आप सभी को बता दूँ कि मेरी कहानियों में सभी नाम, […]

अग्निपरीक्षा

By फ़ुलवा On 2010-01-24 Tags:

फ़ुलवा ऍम बी ए करके सुरेखा को अच्छी नौकरी मिल गई। छोटे से शहर की रहने वाली सुरेखा सरल स्वभाव की थी, अतः नौकरी के लिए मायानगरी मुम्बई भेजते समय माता-पिता का मन भी चिंताओं से भरा था परन्तु अपने एक बुजुर्ग मित्र के पास बेटी के रहने की व्यवस्था हो जाने से उनको कुछ […]

मुम्बई की गंध-2

By फ़ुलवा On 2009-10-12 Tags:

तीन फुट ऊंचे, संगमरमर के फर्श पर, बहुत कम कपड़ों में, चीखते आर्केस्ट्रा के बीच वह लड़की हंस हंस कर नाच रही थी। बीच-बीच में कोई दस-बीस या पचास का नोट दिखाता था और लड़की उस ऊंचे, गोल फर्श से नीचे उतर लहराती हुई नोट पकड़ने के लिए लपक जाती थी। कोई नोट उसकी वक्षरेखा […]

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