भाभी की सहेली की मालिश और चुदाई -2
मैं भाभी के कहने पर उनकी सहेली के घर गया तो वो तो चूत चुदाई के लिये तैयार बैठी थी। इस कहानी में पढ़िये कि मैंने उसे पूरा मज़ा दे दे कर कैसे चोदा!
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मैं भाभी के कहने पर उनकी सहेली के घर गया तो वो तो चूत चुदाई के लिये तैयार बैठी थी। इस कहानी में पढ़िये कि मैंने उसे पूरा मज़ा दे दे कर कैसे चोदा!
पूजा पायल की कुंवारी चूत का मजाक बना रही थी तो दोनों की नोकझोंक हो गई। उधर दोनों भाई मुनिया को धमाधम पेल रहे थे। बाद में पूजा ने पायल से सॉरी कहा।
क्या बकवास कर रहा है.. मैंने बोल दिया ना और वो सिर्फ़ तेरी बहन नहीं.. मेरी भी है.. तू डर मत.. हम जीतेंगे और इसकी बहन को इसके सामने नंगा करेंगे।
धीरे धीरे सारे दोस्त गेम के इकट्ठे होने लगे कि एक दोस्त अपनी बहन को साथ ले आय, वो उसे कहीं और छोड़ने गया तो पीछे से सब मिल कर उसकी बहन की ही बात करने लगे।
विनी और गीति की दो सहेलियाँ मुझसे अपने इंजिन की सर्विस करवाने आई तो कम्मो के कहने पर मैंने पहले उन्हें लंड चुसवाया और फिर चूत चोद कर उनकी तसल्ली की !
एक दिन सौरभ मुझे अपने घर ले गया तो उसकी मम्मी से मिला… अच्छी ख़ासी, गोरी चिट्टी औरत, होंठों पे सूर्ख लाल लिपस्टिक, नाखूनों पे नेल पोलिश, वो भी चालू सी लगी।
शराब के साथ साथ इसी घटिया संगत का परिणाम बचपन से ही हस्तमैथुन की प्रैक्टिस चालू थी।
आज मेरी उम्र 26 साल है, न नौकरी, न शादी… सिर्फ दारू और रोज़ रात को लैपटॉप पर पोर्न देख देख कर हस्तमैथुन…
अब हालत यह है कि लंड ने भी कुछ साथ छोड़ दिया एक तो बचपन से हस्तमैथुन की वजह से पहले ही लंड का साइज़ छोटा था और अब उत्तेजना में कमी…
मालिक जाने अब अगर शादी हुई किस्मत से तो आगे क्या होगा?
उसके मम्मे बहुत बड़े थे, एकदम तने हुए.. होंठ गुलाबी! उसके बदन से खेलते हुए मैने मज़ा लेकर और देकर उसकी चूत भोग किया… फ़िर जब वो उठ कर चली तो उसके चूतड़...
शक्ति कपूर मैं वहाँ से अपनी वैन में आया और आज मैंने आगे के और दो सीन पूरे कर लिए। मेरे हर शॉट के साथ तालियों की गूंज बढ़ती ही चली गई, वहाँ मौजूद हर इंसान को मैंने अपना दीवाना बना लिया था। मैं अब वापस घर की ओर निकल पड़ा। मैं जब गाड़ी की […]
सवाल- तृषा किसी और को पसंद करती हैं.. तो इसमें दिक्कत क्या है आपको? मैं- कलाकार हूँ मैं जनाब.. हमेशा ही डायरेक्टर की दिखाई झूठी दुनिया को सच मान कर जिया है मैंने.. सच्ची दुनिया की आदत नहीं है न मुझे.. बस इसीलिए थोड़ी दिक्कत हो गई। सवाल- आपने इंडस्ट्री के सुपरस्टार से पंगा ले लिया। आपको अपने कैरियर की फ़िक्र नहीं है क्या?
राधे- साली तेरी टाइट चूत का कमाल है.. ये लौड़ा तो खड़ा होगा ही.. तेरी चूत तो ऐसी है कि 80 साल का बूढ़ा भी तेरी चूत देख ले.. तो उसका लौड़ा भी खड़ा हो जाए.. आ जा तेरे मुलायम होंठों से थोड़ा लौड़ा चूस कर गीला कर दे.. उसके बाद मैं तेरी ठुकाई चालू करूँगा। ममता मदहोश हो कर लौड़े को चूसने लगी। राधे- आह्ह.. गुड.. वेरी गुड.. मेरी ममता ऐसे ही चूस.. बहुत मज़ा आ रहा है..
'आज़ जब मैंने टीवी पर तुम्हारी खबर देखा तो एक बार तो बहुत बुरा लगा कि तुमने यहाँ आकर मुझे एक कॉल भी नहीं किया.. पर जब उन्होंने तुम्हारे काम के बारे में बातें की और तुम्हारी फिल्म के कुछ सीन दिखाए.. तब मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया। तुमने ऐसे वक़्त में ये मुकाम हासिल किया है.. जहाँ कोई दूसरा होता तो शायद फिर से खड़े होने की आस तक छोड़ देता। कल जो भी हो.. पर मेरे और हम सब के लिए तुम एक सुपरस्टार हो।
मैं- तुम किस बारे में बात कर रही हो? श्वेता- कल कुछ ख़ास लोगों को एक पार्टी दी गई थी। तृषा ने वो पार्टी होस्ट की थी.. ब्रेकअप पार्टी थी वो... फिर से मेरी साँसें बढ़नी शुरू हो गई- कौन है वो? श्वेता- वहीं जिसके साथ मेरी पार्टी में तृषा को देख कर तुम बेचैन हुए थे और उसी के साथ अभी उसने दो और फ़िल्में साइन की हैं।
मैं उसे अपनी ओर खींचते हुए कहने लगा- क्यूँ.. कोई परेशानी है उनसे आपको.. तृषा- नहीं.. बस यह जानना था कि अब आपके दोस्तों की लिस्ट में इतनी बड़ी शख्शियतें हैं.. तो हमारे लिए वक़्त निकाल पाओगे? मैंने उसके लबों को चूमते हुए कहा- अब यह हुस्न मुझे किसी और के लिए वक़्त निकालने की इजाजत दे... तब न..
मेरा तो डर के मारे गला सूखने को हो आया था। मैं हाथ छुड़ा कर उठते हुए बोला- जी मैं वो कोशिश करूँगा.. मैं उठ कर केबिन से बाहर भाग आया। कट.. परफेक्ट शॉट.. मैं जब अपनी वैन के पास पहुँचा तो देखा.. तृषा और निशा दोनों ही मुझे देख देख कर हँसे जा रही हैं।
मैंने अपनी शर्ट के बटन खोलते हुए कहा- तो फिर मेरे सीने से लग जाओ.. मैंने कब रोका है। तृषा (गुस्से में)- तुम्हें बात करने की तमीज नहीं है.. लड़कियों से ऐसे बात करते हैं..? मैंने अपनी पैंट को ऊपर करते हुए कहा- जी तमीज़ तो है.. पर यूँ भीगता देख कर ज़ज्बात काबू से बाहर हो रहे हैं।
नक्श को ट्रेन में कुछ लड़कियाँ मिली… अगले दिन उन लड़कियों ने उसे किसी काम से एक फ़िल्म स्टूडियो में भेजा… वहाँ उसे ऑडिशन देने का मौक़ा मिला और वो चुन लिया गया...
मेरी ज़िंदगी की शुरुआत सभी की तरह हुई थी.. बस एक छोटे से फ़र्क को छोड़कर और वो यह कि मैंने उस उमर में ही चूत के दर्शन कर लिए थे.. जब मुझे इसका नाम भी नहीं मालूम था। तब तक मौसी की शादी नहीं हुई थी। उनकी एक सहेली जिसका नाम सुषमा था.. उसकी भी शादी नहीं हुई थी।
नक्श को ट्रेन में कुछ लड़कियाँ मिली… अगले दिन उन लड़कियों ने उसे किसी काम से एक फ़िल्म स्टूडियो में भेजा… वहाँ उसे ऐक्टिंग का ऑडिशन देने का मौक़ा मिला... पढ़िए कहानी के इस भाग में...
नक्श को ट्रेन में कुछ लड़कियाँ मिली जो बॉलीवुड से जुड़ी थी.. आपस में बात शुरू हुई तो सबसे अपनी अपनी जिन्दगी के बारे में बताया... फ़िर सब पहुंचे एक अपार्टमेंट में… गले दिन उन लड़कियों ने उसे किसी काम से एक फ़िल्म स्टूडियो में भेजा… पढ़िए कहानी के इस भाग में...