एक और अहिल्या-9
मैंने आगे झुक कर वसुन्धरा के दाएं निप्पल को मुंह में लिया और उसे होंठों और जीभ से चुमलाने लगा. वो तत्काल मेरा सर अपने हाथों में ले अपने उरोजों पर दबाने लगी.
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मैंने आगे झुक कर वसुन्धरा के दाएं निप्पल को मुंह में लिया और उसे होंठों और जीभ से चुमलाने लगा. वो तत्काल मेरा सर अपने हाथों में ले अपने उरोजों पर दबाने लगी.
मेरी मंगेतर पहले मेरी असिस्टेंट थी. मैंने उसे पटाया. विवाह से पहले हम चोरी छुपे खूब मिला कर मस्तियाँ मारा करते थे. इनमें से एक किस्सा कुछ ऐसा हुआ जो बताने लायक है.
"ओ राज! मुद्दतों तड़पी ... बरसों सुलगी, मैं इस पल के लिए." कह कर वसुन्धरा ने अपने दोनों हाथों से मेरा सर नीचे कर के मेरा चेहरा चुंबनों से भर दिया.
मेरे दोस्त के पापा नहीं थे. उसकी मम्मी घर में दूकान चलाती थी. जब मैं दोस्त के घर जाता तो आंटी मुझे देखती रहती थी. एक दिन मुझे उनके बूब्ज़ ब्लाउज में से दिख रहे थे तो ...
ऊँचा कद, कमान सा तना सुडौल गोरा बदन, माथे पर उड़ती ज़ुल्फ़ें, तीखा सुतवां नाक, गुलाब सी कलियों से होंठ, नाभि से ज़रा नीचे बंधी शिफ़ौन की मरून साड़ी में से पारे की तरह थिरकती लम्बी पुष्ट जाँघें.
मैंने कांपते हाथों को स्थिर किया और वसुन्धरा की के पैरों के बीच जमीन पर पड़ा लहंगा ऊपर उठाना शुरू किया, उसकी जांघों के में पेंटी कुछ-कुछ गीली हो गयी दिख रही थी.
मेरी पत्नी ने अपने यार से मिल कर मुझे अपना पालतू गुलाम बना लिया था. वे दोनों मिल कर मुझसे क्या क्या करवाते थे, इस कहानी में पढ़ कर मजा लें!
बैंक एग्जाम की कोचिंग में एक भाभी से मेरी दोस्ती हो गयी. हम दोनों इकट्ठे जयपुर पेपर देने गए तो होटल के एक ही रूम में रुके. वहां क्या और कैसे हुआ? पढ़ें यह सेक्स कहानी!
मेरी भानजी की शादी मेरे शहर में, मेरी रहनुमाई में हो रही थी. मेरे घर रुकी में एक खूबसूरत, शिक्षित लेकिन बेढंगी, उखड़ी उखड़ी सी रहने वाली एक लड़की से मैं परेशान सा था.
मैं अपने शौहर से खुश नहीं थी, ना ही उसके डील डौल और चेहरे से और ना ही उसकी बिस्तर की कारगुजारी से ... तो मैंने क्या किया? मेरी एक सहेली ने भी मेरी मदद की. कैसे?
12वीं पास करने के बाद पापा ने आर्थिक मजबूरी से मेरी पढ़ाई बंद कर दी. मेरे सारे अरमान धूल में मिल गए पढ़ाई करके बड़ी जॉब पाने के ... मैंने अंकल से मिलना बंद कर दिया. फिर उसके बाद?
पिछली रात तक वो मेरे कॉन्डोम लगे लंड को लेने में भी संकोच कर रही थी. पर दूसरी रात वो खुद मेरे पास आकर बिस्तर पर लेट गयी और उसने कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर मैं हैरान रह गया.
रात को उसकी चुदाई मैंने कॉन्डोम लगाकर कर दी. जब सुबह उठा तो लगा कि वो अपनी खामोशी को तोड़कर कुछ कहेगी मगर उसने कुछ भी नहीं कहा. फिर जब अगली रात आई तो ...
मैं इंश्योरेंस कम्पनी में काम करता हूँ. मैंने एक क्लाइंट का काम कराया तो वो मेरी मुरीद हो गयी, उसने दोस्ती का हाथ बढ़ाया. हमारी दोस्ती किस हद तक पहुंची. कहानी पढ़ कर मजा लें!
मेरी पड़ोसन की लड़की के ससुराल जाने का मौक़ा मिला तो मैं तुरंत राजी हो गया. मैं उसको चोदने की मंशा से ही गया था. रात हुई तो मैंने वही खेल शुरू कर दिया. फिर ...
पड़ोसन की विवाहिता बेटी मोनी के प्रति मेरी वासना के चलते शराब के नशे में मैंने रात में उसकी चूत को अपने लंड से छू लिया था मगर अगले दिन उसका पति आ गया.
अपनी बहन जैसी लड़की के नितम्बों को अपने लंड से छूने के बाद मेरी वासना बढ़ी और मैंने एक रात उसके नितम्बों पर अपना वीर्य छोड़ दिया. उसके बाद मैंने क्या किया?
पड़ोसन चाची की बेटी को मेरी बहन समान थी. पर एक रात अनायास उसके बदन के स्पर्श से मेरे मन में उसके लिए वासना की लहर उठ गयी. तब मैंने क्या किया?
मेरे पति के बॉस की नजर मेरी जवानी पर थी, मुझे समझ आने लगा था कि मेरे पति अपने प्रमोशन के बदले मुझे अपने बॉस से चुदवाना चाहते थे. मेरी भी वासना भड़क उठी थी तो ...
मेरे पति ने मुझे बताया कि बॉस के घर डिनर पर जाना जाना है. और मुझे अच्छे से तैयार होने को कहा. मैं खूब सेक्सी बन संवर कर गयी. लेकिन वहां जाकर क्या हुआ?