रद्दी वाले से गांड मरायी
प्रेम अंकल से चुद चुद कर मुझे लौड़े का चस्का लग गया। मुझे गांड मरवाने का नवाबी शौक पड़ गया और मुझे यह नवाबी शौक लगाकर अंकल खुद बंगाल जा बैठे।
गे सेक्स स्टोरी, दो मर्दों के बीच गांड मारने-मराने वाले समलिंगी, गाण्डू, लौण्डेबाजी गे सेक्स की कहानियाँ हिंदी में
Do mardon ke beech Gand Marne Maraane Ki Gay sex kahaniyaan Hindi mein
Gay sex Stories in hindi based on Sex between two males anal sex
प्रेम अंकल से चुद चुद कर मुझे लौड़े का चस्का लग गया। मुझे गांड मरवाने का नवाबी शौक पड़ गया और मुझे यह नवाबी शौक लगाकर अंकल खुद बंगाल जा बैठे।
प्रेषक : अन्कित दोस्तों मेरा नाम लौड़ा पुजारी और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरा असली नाम है अंकित ! मैं अन्तर्वासना का पुजारी हूँ, इस वेबसाइट के सामने अब देसीपापा भी कम है, इसमें छपने वाले बिस्तर के हादसे लोगों के सोये हुए सेक्स को जगा देते हैं। एक यादगार चुदाई का जिकर […]
प्रेषक : रवि पुप्लू मेरे गाँव का ही लड़का था और बचपन में हम लोग साथ साथ ही रहे थे। उसका बाप हमारे घर का पुराना नौकर था, मगर गाँव देहात में इन सब चीज़ों को कोई नहीं मानता। हम लोग साथ ही दिन भर खेला करते थे और मेरी उम्र उस समय लगभग अठारह […]
उसका ज़बर्दस्त लंड थाम मेरी गांड मरवाने की चाहत बढ़ गई। मैंने ख़ुद ही पैन्ट उतार ली। वह मेरी सफ़ेद जाँघों को देख कर बोला- तू तो चोदने की चीज़ है।'
मैं उनके आगे खड़ा था, पहले ही गांड घिसा के मजे ले रहा था, दोनों ने शॉल औढ़ रखे थे। मेरी गांड उनमें से एक के लंड पे पूरी तरा दबाव डाल रही थी उसका लंड सॉलिड लगा।
कैसे बना मैं एक चुदक्कड़ गाँडू दोस्तों मेरा नाम सनी है। मैंने अन्तर्वासना में पहले भी अपनी एक चुदाई के बारे में लिखा था। मुझे बचपन से ही लड़कियों का साथ पसंद था, लड़को में कम बैठता था। मैं बहुत चिकना हूं और मेरे शरीर पर बाल नहीं हैं, मेरी गोल मोल गाण्ड है गुलाबी […]
बाप रे बाप! उसका लौड़ा देख मैं डर गया। बहुत सॉलिड था, मैं मुठ मारने लगा, फ़िर चूसने लगा। मैं बहुत खुश था कि जिस लौड़े की मैं तलाश में था वो आज एक नहीं दो मिले!
नेहा वर्मा रोहन और साहिल नये नये कॉलेज में आये थे और शहर में ही कॉलेज के पास उन्होंने एक कमरा किराये पर ले रखा था। जवानी का नया नया जोश भी था और वो जवानी का पूरा लुत्फ़ भी उठाना चाहते थे। उन्हें स्वतन्त्र माहौल मिल गया था। मां बाप का कोई डर नहीं, […]
जीजाजी के जंगल की ओर जाते ही शिव और मथारू ऊपर कमरे में आ गए। आते ही मथारू बोला – ‘ तुम तो साहब की औरत के भाई हो, उनसे यह क्या करवाते हो? ‘ ‘क्या …? ‘ मैं हड़बड़ाया। ‘ बनो मत … हमें सब मालूम है कि तुमने साहब से क्या क्या करवाया […]
खाना खाने के बाद जीजाजी ने थोड़ी देर आराम किया। मुझे भी अपने पास लिटा कर मेरे लण्ड को सहलाया तथा उसे मसला भी। मेरे गाण्ड के छेद में उंगली डाली, मुझे मजा तो आ रहा था पर न जाने क्यूँ यह सब मुझे बहुत अच्छा नहीं लगा।
मेरा नाम है कैलाश, मैं आज आपको बताने जा रहा हूँ वो मैं ओर मेरे दोस्त अश्विन के साथ स्कूल में हुआ था। मैं गोरे गाँव का रहने वाला हूँ। जब मैं ग्यारवी कक्षा मैं यह की एक स्कूल मैं नया था। तब मैंने आश्विन के साथ दोस्ती हुई थी। थोड़े ही दीनो में हम […]