बिहारी और सीआरपी वालों के लंड लिए-2
उसने अपनी सुडौल जाँघों की ताकत से मुझे फाड़ डाला था और फिर उसने मुझे औरत की तरह नीचे डाल कर ज़ोर-ज़ोर से चोदा और सारा माल मेरी गाण्ड में निकाल कर सांसें भरने लगा।
गे सेक्स स्टोरी, दो मर्दों के बीच गांड मारने-मराने वाले समलिंगी, गाण्डू, लौण्डेबाजी गे सेक्स की कहानियाँ हिंदी में
Do mardon ke beech Gand Marne Maraane Ki Gay sex kahaniyaan Hindi mein
Gay sex Stories in hindi based on Sex between two males anal sex
उसने अपनी सुडौल जाँघों की ताकत से मुझे फाड़ डाला था और फिर उसने मुझे औरत की तरह नीचे डाल कर ज़ोर-ज़ोर से चोदा और सारा माल मेरी गाण्ड में निकाल कर सांसें भरने लगा।
उसने अपना हाथ अंडरवियर में घुसा लिया और लौड़े में साबुन लगाने लगाने के बहाने से उसने अंडरवियर खिसका दिया। उसका काला लटकता हुआ लुल्ला देख कर मेरी गाण्ड में पसीना आने लगा था।
दोस्तो, मेरा नाम हसित है, शादीशुदा हूँ, एक बेटी है जो चौथी क्लास में पढ़ती है, सुंदर बीवी है। सेक्स तो घर में और बाहर भी बहुत बार किया है, पर मैंने कभी औरत के अलावा किसी और जीव से कभी नहीं किया। मैं एक प्राइवेट कम्पनी में दिल्ली में जॉब करता हूँ। जब मेरी […]
हाय दोस्तो, कैसे हैं आप? आप सभी को मेरा नमस्कार। मैं आशू.. बुरहानपुर मध्यप्रदेश का रहने वाला हूँ। मेरी पहली कहानी आप सभी ने पढ़ी और मुझे आप सभी के बहुत ईमेल आए इसके लिए शुक्रिया। अभी कुछ ही दिन पहले मैंने पहली बार विक्रम सर से अपनी गाण्ड का उद्घाटन करवाया था और बदस्तूर […]
हाय दोस्तों.. मैं आशू.. बुरहानपुर मध्यप्रदेश का रहने वाला हूँ। यह मेरी अन्तर्वासना पर पहली कहानी है, यदि कहानी लिखने में मुझसे कुछ गलती हो जाए तो माफ कीजिएगा। यह कहानी छः महीने पहले की है.. जब गर्मियों की छुट्टियाँ चल रही थीं। मैं इन छुट्टियों में कम्प्यूटर क्लास जाया करता था। वहाँ एक आकर्षक […]
Janamdin ke Upahar me Gaand Marvai-2 मैं काफ़ी देर तक भैया के ऊपर लेटा रहा, कभी उनकी आँखों मे आँखें डाल कर उनको देखता और वो मुझे फिर उनके रसीले होंठों का रस पीता और कभी उनके बालों पर अपना हाथ फेर कर उनकी गर्दन को चूमता। वो भी मेरे साथ ऐसा ही कर रहे […]
Janamdin ke Upahar me Gaand Marvai-1 दरअसल मेरे ये भैया मेरे पापा के जूनियर हैं, उनका नाम करण है। हमेशा से ही मुझे पुलिस वाले अच्छे लगते थे और भैया भी एक पुलिस वाले हैं। उनमें एक अजीब सी कशिश है, जिसने मुझे पहली ही नज़र में दीवाना कर दिया था और आज तक कर […]
वह आँखें मूँद कर लौड़ा चुसवा रहा था, मुँह में लेना काफी मुश्किल हो गया था, मैंने शर्ट उतार दी। वह बोला- तुझे लड़की होना चाहिए था।
मित्रों को मेरा नमस्कार। आज मैं आपको अपनी आपबीती बताने जा रहा हूँ, जब मैं पहली बार चुदा था, यह कहानी सच्ची है लेकिन इसे मजेदार बनाने के लिए मैंने थोड़ा मिर्च-मसाला मिला दिया है। मेरा एक बॉयफ्रेंड हुआ करता था रजत ! रजत बड़ा बांका छोरा था- हट्टा-कट्टा, लम्बा चौड़ा। मैं उससे याहू के […]
सीमा प्रणाम पाठको, मैं अन्तर्वासना की बहुत ज़बरदस्त फैन हूँ और इसमें हर किरदार की छपी चुदाई पढ़ कर मैं कई बार पैंटी गीली कर चुकी हूँ। मेरी शादी को सिर्फ छह महीने हुए हैं, अभी पूरी तरह से लाल चूड़ा भी बाँहों से नहीं उतरा था। मैं शादी से पहले से ही अन्तर्वासना पढ़ती […]
मैं चाहता था कि चाय वाला मेरा यौन शोषण कर डाले, मुझे ज़बरदस्ती नंगा करे, मेरा नाज़ुक जिस्म उसके सामने कुछ न कर सके !
हैलो दोस्तो आज मैं आपको अपने एक यादगार ट्रेन के सफर की कहानी सुनाने जा रहा हूँ। यह बात है 20 मार्च की। मैंने अपने 3 दोस्तों के साथ लुधियाना से दिल्ली जाना था। सुबह जल्दी पहुँचना था इसलिए सोचा के रात को कोई ट्रेन पकड़ लेते हैं। मैं ट्रेन का सफर कम ही करता […]
मैं अपनी गाण्ड को हिलाते हुए गया, जाकर बैड के नीचे बैठ गया और हिलते हुए लण्ड का चुम्मा लिया। वह तो बावला और मस्त होकर देखने लगा कि कोई उसका लण्ड भी चूसेगा।
वह खोखे से उठा और साइड पर जाकर स्ट्रीट लाइट के नीचे मेरी तरफ मुँह करके मूतने लगा। उसका लण्ड पूरा तन चुका था और मेरी गांड अब गीली होने लग गई थी
मेरा नाम अमन प्रीत है, मैं पंजाब का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 20 साल है, लंड 6.5″ लम्बा है। मेरी गाण्ड की मोरी 2″ तक खुली हुई है, मुझे गाण्ड मरवाने का बहुत शौक है। बात तब की है, जब मेरे घर वाले घर पर नहीं थे। पापा बाहर जॉब करते थे और मम्मी […]
रंगबाज़ आज मैं आप सबको सत्य घटना पर आधारित कहानी सुनाने जा रहा हूँ। बस इसे रोचक बनाने के लिए मैंने इसमें थोड़ा सा मिर्च-मसाला लगा दिया है। मुझे कुछ दिनों पहले पता चला कि हमारे शहर के मुख्य बस अड्डे के कोने में एक पुरुषों का शौचालय है जहाँ हमेशा समलैंगिक मर्द और लड़के […]
मैंने पैन्ट खोल कर टेबल से सामान हटाया कुहनियाँ टिका कर घोड़ी बन गया। उसने गीला करके लुल्ला घुसा दिया और दस मिनट मुझे फुल चोदा।
आज तो लंड मेरे खुद के बिस्तर पर था, वो भी मुझे सोता हुआ समझ कर मुझ पर हाथ फेर चुका था। अगले दिन वो मुझे शरारत वाली नजर से देख रहा था।
मुझे लगा भी कि अब वो सारा डर छोड़ कर मुझे बाँहों में भर लेगा और मेरे नंगे जिस्म की तारीफ करते ही मुझ पर सवार हो जाएगा, लेकिन वो झिझक रहा था।
बदन पर सिर्फ नाम की एक फ्रेंची थी, वो भी काले रंग की जिसमें मेरा गोरा जिस्म और आकर्षक दिख रहा था, चूतड़ों पर भी फ्रेंची आधी चिपकी थी और बाक़ी गांड के चीर में फँसी थी।