प्यास से प्यार तक-2
प्रेषक : मानस गुरू तभी से मैं श्रीजा को पाने के लिए योजना बनाने लगा। कुछ दिन बाद समीर कुछ काम से अपने घर चला गया। यही मेरे लिए सोने पे सुहागा जैसा था। तो मैंने श्रीजा को चोदने की सारी योजना पर अमल करने लगा। उस दिन मैं सुबह के करीब नौ बजे ही […]