मेरे दोस्त ने मेरी भाभी को चोदा-2
मेरे दोस्त ने मेरी भाभी को लगभग पटा ही लिया था, बस भाभी की चुदाई ही बाक़ी थी. इस हिंदी सेक्सी स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी सभी भाभी को अपने दोस्त से चुदते देखा.
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मेरे दोस्त ने मेरी भाभी को लगभग पटा ही लिया था, बस भाभी की चुदाई ही बाक़ी थी. इस हिंदी सेक्सी स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपनी सभी भाभी को अपने दोस्त से चुदते देखा.
मैं भैया भाभी के साथ रहता था. मेरा एक दोस्त भी हमारे साथ रहने लगा कुछ समय के लिए. उसने मेरी भाभी को पटा कर कैसे चोदा? पढ़ें इस सेक्सी कहानी में!
छोरी चुदासी तो थी पर चुदना अपने हिसाब से चाहती थी. उजाले में अपनी चूत नहीं दिखाना चाहती थी. मैंने भी तय कर लिया कि इसे रोशनी में पूरी नंगी करके अपने लंड पर झूला झुलाऊँगा.
मेरे ऑफिस में मेरी जूनियर लड़की मेरे पास आती तो चिपक कर खड़ी होती थी. मैं उसमें इंटरेस्ट लेने लगा तो वो मुझसे और ज्यादा चिपकने लगी और बाहर मिलने के लिए बोलने लगी. आगे क्या हुआ?
मेरे होस्टल और मेरी गर्लफ्रेंड के पीजी की दूरी ज्यादा नहीं थी, हम रोज़ मिलते थे, मगर चुदाई की चुल्ल मुझे कुछ ज्यादा थी, चुदाई का कोई जुगाड़ नहीं था. मैं खतरा मोल लेकर उसे अपने होस्टल में ले आया.
सगे भाइयों से सेक्स करने के बाद वो अपनी माँ को भी इस खेल में शामिल करने की सोचने लगी ताकि वो निडर सेक्स का मजा ले सके और उसके भाई भी अपनी माँ के साथ सेक्स का मजा ले सकें!
मेरे पापा के दोस्त की बेटी कुछ महीने हमारे घर में रही. वो खूब मस्त गदरायी हुई लड़की थी. उसके साथ मैंने खूब सेक्स भारी मस्ती का मजा लिया. आप भी मेरी कहानी पढ़ कर मजा लें!
हम कुछ दोस्त घूमने गए थे तो ट्रेन में ही एक लड़की से मुलाक़ात हो गयी. वो अपनी मॉम के साथ वहीं जा रही थी. उसकी और मेरी सेटिंग कैसे हुई और वो कितनी चुदासी निकली, पढ़ें मेरी कहानी में!
बड़ी खतरनाक औरत हो, सोंह रब्ब दी, ढिल्लों के लौड़े के ऊपर इस तरह कोई नहीं उछली थी, तेरे जितनी आग नहीं देखी किसी में, क्या खाती हो?
एक महाचोदू किस्म के बड़ी उम्र के आदमी से चुदवा कर मुझे मजा आ गया था. तो मैंने एक बार फिर एक सीनियर सिटीजन को अपनी चूत चोदने के लिए पटाया. क्या इस बार भी मुझे पूरा मजा मिला?
मैं गाँव में रहता था. वहां मैंने बहुत सारी देसी गर्ल की खूब चुदाई की, खूब मजा लिया देसी सेक्स का! ग्रुप सेक्स भी किया. कुछ छोटी छोटी चुदाई कहानियों का मजा लें!
ढिल्लों जब लौड़े को फुद्दी के अंदर बेरहमी से मारता तो मेरे मुंह से अनाप शनाप निकल जाता जैसे- हाय मर गई ... नज़ारा आ गया ... चक्क ता कम्म ओए... हाय ... मेरे शेरा!
तीन लण्ड अब तक मेरी चूत, गांड भेदन कर चुके थे। इनसे चुद चुद कर मैं पूरी चुदक्कड़ बन चुकी थी, मेरी नजर पैंट में छुपे लन्डों का जायजा लेने लगी थी। हर समय मैं चुदास से भरी रहती थी।
फिर एक बार मेरी ठुकाई की तैयारी थी, मेरे चोदू यार ने मेरी टाँगें अपने डौलों पर धर लीं और मेरी तह लगा दी मगर उसने खुद लौड़ा अंदर नहीं डाला और मुझसे बोला- डाल जट्टीये अपने आप अंदर!
अंकल ने कैसे हमारी जवान नौकरानी को चोदा, पढ़ें इस भाग में... साथ ही पढ़ें कि कैसे बारिश में अंकल ने मेरे साथ सेक्स से भरा मजा लिया.
उसने पहले खुद को फिर मुझे नंगा किया और शावर चला दिया, पानी थोड़ा ठंडा था, इसलिए हम जल्दी से एक दूसरे के साथ गूंथ गए, उसके शरीर को मैंने हर जगह से चूमा, उसके चूतड़ों को काट कर लाल कर दिया.
इस बार मैं पूरे जोश में थी, जब उसने तीसरी बार पूरा लण्ड निकाल कर जड़ तक पेला तो मैंने पूरा जोर लगाकर अपनी गांड ऊपर उठायी, हालांकि चीख मेरी इस बार भी निकली थी।
मैं एक गाँव में शादी में आई तो मेरी चूत मुझे जीने नहीं दे रही थी. मैं वहीं एक रिटायर्ड फौजी को पटा रही थी. इतना तो तय था कि आज नहीं तो कल उससे मैं चुदने वाली थी।
मुझे सेक्स की ललक चढ़ती जवानी में लग गई थी, नौकर ने चोदा, 15-20 लड़कों से सैकड़ों बार चुदी पर संतुष्ट नहीं हुई। शादी के बाद पति ने खूब चोदा तसल्ली कर दी. मगर ...
मैं अपने पति संग उनके ताऊ जी की बेटी की शादी में राजस्थान गई तो दिन में 2-3 बार चुदने वाली की चुदाई बंद हो गयी. मेरी चूत का तो बुरा हाल ... मैंने सोच लिया कि किसी जोरदार लंड का इंतजाम करना ही है.