भाई बहन

सगे भाई बहन, चचेरे, ममेरे, फुफेरे भाई बहन के बीच चुदाई खेल की कहानियाँ

Bhai bahan sex, bahan ki chut chudai ki kahaniyan

Incest Sex stories about Real Brother Sister Sex Relations

मेरा गुप्त जीवन- 178

मैं भी धड़ल्ले से बोली- वो मैं सम्भाल लूंगी, तुम बेफिक्र रहो! लेकिन उस रात भाभी को चोदने के बाद तुम मुझको आखिरी बार ज़रूर उसी कमरे में चोदोगे, वायदा करो??

जिस्मानी रिश्तों की चाह -18

'अब मुझे ये बताओ कि बाजी के जिस्म में ऐसी कौन सी चीज़ है.. जिसे देख कर तुम्हें बहुत मज़ा आता है और तुम्हारा जी चाहता है बार-बार देखने का?' आपी सवालिया नजरों से मुझे देखने लगीं।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -17

'अच्छा जी तो मेरे सोहने भाई की कहाँ-कहाँ नज़र पड़ी है.. और क्या-क्या देखा है जनाब ने.. अपनी सग़ी बाजी और सग़ी खाला का?' आपी ने ये कह कर सोफे से पाँव उठाए और टाँगें सीधी करते हुए पाँव ज़मीन पर टिका दिए।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -15

आपी का भी एक हाथ टाँगों के दरमियान और दूसरा उनके एक उभार पर था.. फिर आहिस्तगी से उन्होंने अपनी सलवार से ही अपनी टाँगों के बीच वाली जगह को साफ किया और फिर सीधी बैठीं!

जिस्मानी रिश्तों की चाह -14

जैसे-जैसे दास्तान आगे बढ़ती जा रही थी आपी की बेचैनी भी बढ़ती जा रही थी। वो कभी टाँगों को आपस में भींचती थीं तो कभी अपनी दोनों रानों को एक-दूसरे से रगड़ देती थीं..

मौसेरी बहन की चूचियों का दूध और चूत का पानी-2

वो बोली- अरे भैया, तब मैं थी भी कितनी, अब तो दो बच्चे हो गए हैं, और तीन जानों ने चूसे हैं, इनको तो खुद बहत पसंद हैं, बहुत दबाते हैं और बहुत पीते हैं।

जिस्मानी रिश्तों की चाह -13

जब आपी ने देखा तो उनकी ब्रा मेरे बायें हाथ में थी और मैं कप के अन्दर ज़ुबान फेर रहा था। मैंने आपी को देखा लेकिन अब मैं अपनी मंज़िल के बहुत क़रीब था इसलिए अपने हाथ को रोक नहीं सकता था।

मौसेरी बहन की चूचियों का दूध और चूत का पानी-1

मेरी मौसी की लड़की 15 साल बाद हमारे घर आई, शादी हो चुकी है. कोई समय था जब हम दोनों आपस में काफी आगे बढ़ गए थे. मैं बार बार उसे पुराने वक़्त की यादें दिला रहा था और वो बार बार बचती जा रही थी।

जब पहली बार मुझे सेक्स के बारे में पता चला-4

मैंने अपनी बहन को लंड पकड़ने को कहा तो वो मना करने लगी लेकिन फ़िर पकड़ लिया, कहने लगी कि अब तुम क्या करना चाहते हो। वो भी चाह रही थी पर डर रही थी।

जब पहली बार मुझे सेक्स के बारे में पता चला-3

मेरी बहन की अन्तर्वासना मेरी चूमा चाटी से जागृत होने लगी तो मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल कर उसकी ब्रा के कप उसके स्तनों से ऐसे उठाए जैसे ढक्कन खोला हो!

मेरा गुप्त जीवन- 176

मैंने उसको अपनी टांगों के बीच में बैठने के लिए कहा और उसके लण्ड को हाथ से पकड़ कर अपनी चूत के मुंह पर रख कर ज़ोर का धक्का मारने को कहा और उसने वैसे ही किया।

जब पहली बार मुझे सेक्स के बारे में पता चला-2

मेरे जिद करने पर मेरी बहन नंगी होकर अपना नंगा बदन दिखाने को राजी हो गई। लेकिन उसने मुझे उसके पास जाने से मना किया, बाथरूम में जाकर उसने अपनी शर्ट उतार दी।

जब पहली बार मुझे सेक्स के बारे में पता चला-1

एक बार नहाते हुए लिंग पर साबुन लगाते समय मुझे गुदगुदी सी महसूस हुई। मैंने उसे और रगड़ा तो मुझे और अच्छा लगा। मैंने अपने दोस्त से पूछा तो उसने मुझे बताया।

दीदी ने अपनी शादी से पहले चूत चुदवाई-3

दीदी की मालिश करते हुए मैंने उसकी ब्रा और नाइटी उतरवा कर नंगी कर लिया और उसकी चूचियों की मालिश करने लगा। दीदी की कामुकता शिखर पर पहुंच गई थी, अब वो चुदने को आतुर थी।

दीदी ने अपनी शादी से पहले चूत चुदवाई-2

अंधेरा होने के कारण मेरा हाथ उसकी जाँघ को छू गया, उसकी नंगी जांघ बहुत ही नरम और चिकनी थी। मैं उसे सहलाने लगा.. मुझे बहुत मज़ा आने लगा और शायद दीदी को भी मज़ा आ रहा था क्योंकि वो कुछ नहीं बोल रही थी और ना ही मुझे रोक रही थी..

दीदी ने अपनी शादी से पहले चूत चुदवाई-1

मेरी बड़ी बहन की शादी तय हुई तो उसे दुल्हा पसन्द नहीं था। हम दोनों शॉपिंग करने गये तो लोकल ट्रेन में भीड़ के कारण हम दोनों आपस में सट गए और उत्तेजित हो गये।

भाई के लण्ड से चुद कर जीने की आजादी पाई-3

मैं बोली- भैया आपने अपनी सग़ी बहन को चोद दिया। मैं आगे बोली- पापा को अभी फोन करने जा रही हूँ कि भैया ने यहाँ मुझे अकेले पाकर मुझे चोद दिया।

मामा की कुंवारी लड़की रिया की चुदाई

उसने चादर अपने ऊपर ओढ़ ली। अब तो वो मुझसे और भी सटकर लेट गई.. उसने अपनी दोनों बाहें मेरी गर्दन में डाल लीं। मैंने अपना हाथ उसकी चूची पर फेरना शुरू कर दिया.. इस पर वो थोड़ा सीधी लेट गई।

भाई के लण्ड से चुद कर जीने की आजादी पाई-2

टी-शर्ट पहनते समय मैंने अपनी ब्रा निकाल दी थी। मुझे पता है कि मेरी बड़ी चूचियाँ हैं.. जो टी-शर्ट में पूरी नहीं आ पा रही थीं। इसी वजह से मैं और हॉट लगने लगी।

चाण्डाल चौकड़ी के कारनामे-14

शिखा बोली- आ जा भाई, आ जा… मैंने काफी देर से तेरी आँखों में मेरे बदन के लिए हवस देखी है… तू आजा मेरे ऊपर और नोच डाल अपनी सगी बहन के बदन को!

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