दहेज की कार में सलहज की चूत सेवा
मैं अपनी सलहज को छोड़ने जा रहा था तो रास्ते में भाभी ने अपना हाथ मेरे हाथ पर रखा, उनके छूते ही मैंने कहा- आपका हाथ कितना गर्म है। उन्होंने कहा- तुम्हारी भाभी भी तो गर्म है।
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शायद ही कोई ऐसा मर्द हो जिसने अपनी सगी भाभी, चचेरी ममेरी फुफेरी भाभी या पड़ोस की भाभी की चुत के सपने ना देखें हों. बहुत से लड़के, मर्द खुश किस्मत होते हैं जिन्हें ऎसी भाभी की चुत की चुदाई करने का मौक़ा मिल जाता है.. ऐसे ही कुछ भाग्यशाली मर्दों की भाभी की चुदाई की हिंदी सेक्स कहानी हैं यहाँ!
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मैं अपनी सलहज को छोड़ने जा रहा था तो रास्ते में भाभी ने अपना हाथ मेरे हाथ पर रखा, उनके छूते ही मैंने कहा- आपका हाथ कितना गर्म है। उन्होंने कहा- तुम्हारी भाभी भी तो गर्म है।
मैं गाँव आया तो घूमने निकल पड़ा, गेहूँ के खेत तक पहुँचा, मुझे चरचराहट की आवाज़ सुनाई दी, कोई औरत गेहूँ काट रही थी, पीछे से गांड बहुत मोटी थी, पसन्द आ गई…
रसोई में भाभी खाना बना रही थीं, मैं बगल में ही भाभी के जिस्म से खेल रहा था। फिर भाभी ने भी अपना दाहिना हाथ मेरे पैंट में डाल दिया और मेरा लौड़ा सहलाने लगीं।
करीब आधी रात को मैंने साथ वाले कमरे में सोई चंचल भाभी के कमरे में झाँका और यह देख कर हैरान हो गया कि भाभी अपनी साड़ी ऊपर उठा का अपनी चूत में ऊँगली मार रही थी।
मकान-मालिक भाभी का नाम है प्रिया.. वो हाउसवाइफ थी। क्या माल लगती है वो.. पूछो मत.. उसकी हाइट 5.3" और फिगर 34" के चूचे 28" कमर और 36 के चूतड़। मैं तो उसके मम्मों का दीवाना हो गया था।
मेरे पड़ोसी दोस्त भैया की शादी हुई, बहुत खूबसूरत भाभी आई. लेकिन भैया की शराब की आदत भाभी को खुश ना रख सकी और मेरी उनसे गहरी दोस्ती हो गई! आगे क्या हुआ?
मम्मों की चुसाई के बाद मैं नीचे आ गया और पेटीकोट का नाड़ा खोल कर पैन्टी को चूमने लगा। वो गीली हो चुकी थी.. मैंने वो उतार फेंकी और उंगली डाल-डाल कर ज़ोर-ज़ोर से चूत चूसने लगा।
लड़की पटाने के लिये मैंने फ़ेसबुक की मदद ली तो एक भाभी से बात होने लगी जो मुझसे 10 साल बड़ी थी। मैंने उसे आई लव यू भी बोल सिया और सेक्स की बातें भी होने लगी।
मैं किराये के कमरे में रहता था तो अचानक भाभी की बर्ताव बदल गया, अचानक भाभी मुझमें रुचि लेने लगी, मेरे सामने अपने कामुक अंग दिखाने लगी, मेरी पैन्ट पर अपनी नजरें घुमातीं.. मुझसे गर्ल-फ्रेंड के बारे में पूछतीं.. फिर धीरे-धीरे वो सेक्सी बातें करने लगीं..
साल में एक बार आते हैं.. तो मुझे चोदते हैं लेकिन 5 मिनट के अन्दर ही झड़ जाते हैं और मेरी चूत की प्यास नहीं बुझ पाती है तो देख कर मैं अपनी उंगली से काम चला लेती हूँ।
तूने तो मेरी बीवी के साथ मस्ती कर ली। जब तुम्हारी बीवी आएगी.. तब मैं उसके साथ करूँगा। जब मेरा बाहर जाना होता तो संजय और मेरी बीवी चुदाई करते और मस्ती करते।
भाभी मेरे ऊपर बैठ कर चुदवा रही थी, बल्कि मुझे चोद रही थी। साथ ही हम दोनों बातें भी कर रहे थे। मैं भाभी की चूत की तारीफ़ करते हुए उनकी गान्ड में उंगली करने लगा तो…
भाभी के क्या कमाल के मखमली चूतड़ हैं… और उस पर गाण्ड की पागल कर देनी वाली दरार.. क्या कमाल का नजारा होता है दोस्तों.. जब भाभी मुझे अपना पिछवाड़ा दिखाती हैं!
भाभी- सोमू, अभी रति ने बताया कि तुमने पिक्चर में कितना अच्छा डांस किया है तो मैं अपने आप को रोक नहीं सकी। क्या एक छोटी सी चुदाई मेरी कर सकते हूँ अभी? प्लीज सोमू, मैं बहुत हॉट हो रही हूँ… प्लीज प्लीज!
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मुझे भाभी की खूबसूरत चूत नसीब हुई। अब कहानी के इस हिस्से में भाभी के साथ कैसे संयोग बना और पूरी रात भाभी की जी भर कर चुदाई हुई!
वह कोशिश कर रहा था कि मेरी मुनिया दिखे.. मैंने भी संतोष की यह कोशिश जरा आसान कर दी। मैंने पूरी तरह सोफे पर लेटकर पैरों को चौड़ा कर दिया। मेरा ऐसा करने से मानो संतोष के लिए किसी जन्नत का दरवाजा खुल गया हो.. वह आँखें फाड़े मेरी मुनिया को देखने लगा।
मेरी पड़ोसन भाभी ग़ज़ब की सेक्सी हैं.. एक दिन भाभी ने मुझे बाइक से उज्जैन छोड़ कर आने को कहा। रास्ते में भाभी को पेशाब लगी तो वो झाड़ी में मूतने बैठी। मुझे उनकी चूत दिख गई।
मेरे ताऊ के बेटे की पत्नी यानि मेरी भाभी ने मुझे जगाने के लिये मेरी रजाई हटाई पर एकदम वापिस डाल लर चली गई। बाद में उन्होंने मेरे ऊपर जो प्यार बरसाया उसकी यह कहानी है।
भाभी सपना की चूची चूस कर सपना को मज़ा दे रही थीं और मेरा लंड सपना की चूत का भुर्ता बना रहा था। मेरा लंड सपना की चूत में करीब 7 इंच तक घुस चुका था।
मैंने सुबह सुबह भाभी को आई लव यू बोल दिया। वो राजी तो थी पर डर रही थी। मैंने उनसे कहा कि मैं दोपहर को आ जाऊँगा, उस वक्त घर में कोई नहीं होता तो उन्होंने हामी भर दी।