प्यासी चूत प्यासा लण्ड
मैं सुबह के समय अपने घर की सबसे ऊपर वाली छत पर टहल रहा था तो भाभी सुबह में टॉयलेट से निकल रही थी और उन्होंने सलवार का नाड़ा भी नही बाँधा था, वो उसे बांधते हुए ही निकल रही थी।
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शायद ही कोई ऐसा मर्द हो जिसने अपनी सगी भाभी, चचेरी ममेरी फुफेरी भाभी या पड़ोस की भाभी की चुत के सपने ना देखें हों. बहुत से लड़के, मर्द खुश किस्मत होते हैं जिन्हें ऎसी भाभी की चुत की चुदाई करने का मौक़ा मिल जाता है.. ऐसे ही कुछ भाग्यशाली मर्दों की भाभी की चुदाई की हिंदी सेक्स कहानी हैं यहाँ!
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मैं सुबह के समय अपने घर की सबसे ऊपर वाली छत पर टहल रहा था तो भाभी सुबह में टॉयलेट से निकल रही थी और उन्होंने सलवार का नाड़ा भी नही बाँधा था, वो उसे बांधते हुए ही निकल रही थी।
फिर उसकी साड़ी उतार दी और ज्यों ही साया खोलने के लिए हाथ बढ़ाया.. उन्होंने मना कर दिया और बोलीं- ये मत खोलो.. अगर मेरी सास आ जाएगी.. तो गड़बड़ हो जाएगी।
दोस्तो, आपने पढ़ा था कि मैं बारिश के मौसम में प्रीत को छत पर गया और उसकी चूत गर्म करने लगा। साथ ही मैं प्रीत को इस बात के लिए भी राजी करने की जुगत में था कि नेहा भाभी की चूत किसी तरह और मिल जाए तो उनको भी प्रीत के साथ ही चोद […]
मैंने प्रीत को फिर से बिना कपड़ों के देखा तो मुझसे रहा नहीं गया.. मैं एक बार फिर से उसके गोरे-चिट्टे बदन को देखता ही रह गया, उससे एकदम से चिपक गया और कसके उसे अपनी बाँहों में दबा लिया..
मैं तीन दिन के लिये अपने चचेरे भाई के घर रहने गया क्योंकि भाई को बाहर जाना था, भाभी अकेली रह जाती। उन तीन दिनों में क्या हुआ, इस कहानी में पढ़िये।
ऊषा मेरे लण्ड को पैंट से बाहर निकाल कर खेलने, चूमने लगी, फ़िर लण्ड को लहलहाते हुए देख कर अपनी सलवार ढीली की और वो अपनी चूत में लण्ड को डलवा कर चढ़ बैठी।
मकान मालिक जॉब दूर लगी तो उनकी नवविवाहिता पत्नी घर में उदास रहती थी। मेरी नजर तो पहले दिन से ही भाभी पर थी। एक दिन मैंने भाभी को बैंगन से चूत चोदते देखा।
वो बोली- हाँ मुझे पता है.. मेरी एक सहेली भी अपने पति से गाण्ड मरवाती है.. उसको भी बड़ा मज़ा आता है.. लेकिन मैं तो तुम्हारे लण्ड से डर रही हूँ इतना बड़ा लण्ड और मोटा भी.. मेरी गाण्ड में कैसे जाएगा.. अगर चला भी गया.. तो दर्द बहुत होगा.. ना बाबा ना..
हमारे घर में किरायेदार भाभी को चोदने का मेरा मन था, वो अक्सर मेरे को देख कर मुस्कुराती थीं तो मैं अक्सर उसके पास बतियाने चला जाता था. उसे कैसे पटाया और चोदा?
भाभी ने हाथ पकड़ मुझे जाने से रोक कर दूसरे हाथ से मेरी पैंट की ज़िप खोल कर मेरे लंड को बाहर निकाल लिया। अब गोरी भाभी ने अपने शरीर पर पड़े तौलिए को भी हटा दिया!
वो तड़प रही थी, बोल रही थी- बहुत दिनों की प्यासी हूँ, आज मेरी प्यास बुझा दो, इनको तो काम से ही फ़ुर्सत नहीं, रात को लेट आते हैं और सबेरे जल्दी चले जाते हैं।
जुबैदा मेरी भाभी लगती हैं दूर के रिश्ते में, भाईजान यानि उनके शौहर कई बार टूअर पर बाहर जाते हैं तो भाभी अक्सर मुझे मौज-मस्ती के लिये बुला लेती हैं, उनके घर में और कोई नहीं है तो कोई दिक्कत नहीं होती।
मेरे पड़ोस में एक मस्त भाभी रहती थी. एक दिन भाभी के यहाँ नई स्कूटी आई.. उन्होंने भैया से कह कर मुझे स्कूटी सिखाने के लिए बोला। मैं भाभी को एक सुनसान सड़क पर ले गया..
मैंने दोनों को एक साथ आलिंगन में लिया और बारी बारी से उन दोनों को लबों पर चूमा और फिर उनके मम्मों को चूमा एक एक कर के और उनके गोल गुदाज चूतड़ों पर हाथ फेरे।
मैंने रितु और रानी भाभी को लेटने के लिए कहा, फिर ऊषा और शशि को अपन पास बुलाया और उनके मम्मों को थोड़ा छेड़ा, फिर उनको कहा- आप दोनों इन भाभियों से प्यार करें।
इतने में अचानक जोर-जोर से बारिश बारिश होने लगी तो मैंने प्रीत का हाथ पकड़ कर उसके पीछे खड़ा होकर उसकी कमर पर हाथ से सहलाते हुए बोला- बेबी, आज तो बारिश भी हमारे साथ है।
बाकी जोड़े मेरी नक़ल करते हुए अपनी साथियों को पूरा आनन्द प्रदान कर रहे थे और रितु और रानी भाभी पूर्ण विस्मय से हमारे कार्यकलाप को देख कर गहरी सोच में पड़ गई।
नीता शरारती मुस्कान के साथ बोली- तो आपकी बीवी अब तक कितने लंड ले चुकी है आपके सामने? और आप कितनी चूत चोद चुके है अपनी बीवी के अलावा?
जिस रात मेरे भैया नहीं रहते.. मैं सारी रात भाभी के साथ होता हूँ और उन्हें चोदता हूँ। मेरा और मेरी भाभी का कमरा एकदम अगल-बगल में है। मेरे पापा-मम्मी का कमरा थोड़ा हट कर है..
सोनाली भाभी को किसी दीपक से प्यार है और मुझे सोनाली भाभी से। मैंने कैसे सोनाली भाभी धीरे धीरे पटा कर, उन्हें उत्तेजित करके उनकी प्यासी चूत की चुदाई की, पढ़िए इस कहानी में!