बॉलीवुड हिरोईन के साथ मेरी सेक्स फैंटेसी- 1
(Celebrity Sex Gossip Story)
सेलेब्रिटी सेक्स गॉसिप स्टोरी फैंटेसी पर आधारित है। मैं बॉलीवुड के म्यूजिक किंग की बीवी बॉलीवुड की मशहूर और खूबसूरत हिरोईन थी। हिरोईन की चुदाई कौन नहीं करना चाहता।
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम आरव है। मेरी उम्र 22 साल है।
मैं गांव का रहने वाला हूं और मध्यम वर्गीय परिवार से आता हूं।
आज मैं आपके सामने एक सेक्स कहानी प्रस्तुत कर रहा हूं जो एक काल्पनिक कहानी है।
यह सच्चाई नहीं है लेकिन फिर भी सेलेब्रिटी सेक्स गॉसिप स्टोरी आपका मनोरंजन अवश्य ही करेगी.
क्योंकि बहुत से लोगों की कोई न कोई फंतासी होती है किसी मशहूर हस्ती को लेकर, किसी बॉलीवुड स्टार को लेकर। यह भी कुछ वैसी ही कल्पना है जो कईयों को पसंद आएगी।
आप सभी लोग ई सीरीज़ का मालिक भूपत कुमार को तो जानते ही होगें जिन्होंने ई सीरीज़ को आज एक अलग पहचान दिलाई है।
आज से कई साल पहले मैंने अपने जुनून के चलते ई सीरीज़ में काम करना शुरू किया था और आज में भूपत सर का पर्सनल मैनेजर हूं।
मेरी कामयाबी के पीछे मेरी वफादारी और काम करने की इच्छा है।
मैं हर काम को बहुत अच्छी तरह करता हूं।
भूपत कुमार उम्र में 44 साल के हैं और दिखने में ठीकठाक हैं।
पैसे और नाम की वजह से आज उनके पास हॉट और बेहद खूबसूरत बीवी है जिसका नाम भव्या है।
भव्या उम्र में 34 साल की है और दोनों के पास एक बेटा है जिनका नाम सुहान है। उनका बेटा उम्र में 6 साल का है।
भव्या मैम एकदम खूबसूरत, हॉट-सेक्सी फिगर वाली, स्टाइलिश जिदंगी जीने वाली औरत है।
वो भूपत सर से दस साल छोटी हैं।
भव्या मैम भूपत सर की बीवी इसलिए है क्योंकि भूपत सर ई सीरीज़ के मालिक हैं और उनके पास बहुत पैसे हैं।
मुझे तो लगता है इतना नाम, पैसा, पहुंच होने के कारण से ही भव्या मैम ने भूपत सर से शादी की होगी।
तो मैं अब अपनी कहानी पर आता हूं।
सर के साथ काम करते हुए मैं उनके लिए जैसे एक दोस्त की तरह बन गया था।
मैं उनके परिवार का हिस्सा हो चुका था; मैं अक्सर उनके घर पर आता-जाता रहता था।
यह बात तब की है जब उनकी शादी की सालगिरह आने वाली थी।
उन्होंने सालगिरह में मुझे भी न्यौता दिया था।
चूंकि सर बिजी रहते हैं तो कई बार लोग मुझे भी कॉल करते थे उनके काम से!
उस दिन भी ऐसा ही कुछ हो रहा था।
सर के सभी जरूरी कॉल मैं ही अटेंड कर रहा था।
इसी बीच सर ने मुझे उनके लिए एक हाई क्वालिटी कॉन्डम लाने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि किसी को भी इसका पता नहीं चलना चाहिए कि यह मेरे लिए लाये हो।
मैं समझ गया कि सर सालगिरह के फंक्शन के बाद भव्या मैम को चोदने वाले हैं।
मैं भी जानता था कि यह कोई गलत काम नहीं है। वो दोनों पति-पत्नी हैं और सर जब चाहें मैम को चोद सकते हैं।
मैं भी सोचता था कि अपने से दस साल छोटी इतनी सेक्सी और खूबसूरत बीवी को चोदते हुए सर को कितना मजा आता होगा।
फिर एक शाम को सर ने मुझे जरूरी काम से ऑफिस बुलाया।
उन्होंने जो कहा उसे सुनकर तो मेरा दिमाग ही घूम गया।
मैं आपको यहां पर सारी बातें तो नहीं बता सकता लेकिन जो जरूरी हैं वो जरूर बताऊंगा।
भूपत सर और भव्या मैम दोनों अपनी लाईफ में खुश हैं। अब दोनों पैसे वाले हैं तो उनकी अलग ही लाईफ होती है। जैसे हरेक कपल अपनी लाईफ अपनी तरह से जीते हैं।
भूपत सर की एक कमजोरी थी जो सिर्फ भव्या मैम को पता थी, लेकिन अब मुझे भी पता चल गई थी।
भूपत सर को शीघ्रपतन की कमजोरी थी जिस वजह से उनकी सेक्स लाईफ इतनी अच्छी नहीं चल रही थी।
उनके पास पैसे बहुत थे, और इलाज भी करवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
दोनों एक-दूसरे को बहुत प्यार करते हैं और दोनों एक-दूसरे के साथ खुश भी थे लेकिन सेक्स लाईफ में भूपत सर भव्या मैम को खुशी नहीं दे सकते थे, और यह बात पहली बार मुझे वो बता रहे थे।
सर ने कहा कि उनकी सेक्स लाइफ में मैं भी शामिल हो जाऊं जो कि उनकी फैंटेसी है।
इतना ही नहीं, भव्या मैम भी इसके लिए तैयार थीं।
भूपत सर चाहते थे कि जो खुशी वो अपनी बीवी को नहीं दे पा रहे हैं वो खुशी मैं भव्या मैम को दूं।
मगर मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या बोलूं।
क्योंकि भव्या मैम इतनी खूबसूरत हॉट हिरोईन थीं।
मेरी उनके सामने क्या बिसात।
मैंने कभी भव्या मैम की चुदाई के बारे में नहीं सोचा था।
फिर सर ने समझाया कि कभी-कभी लाइफ में ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं।
मैं जानता था कि इसमें मेरा ही फायदा है।
मगर फिर सोचता था कि बॉस की बीवी की चुदाई करनी है, कैसे होगा सब!
मैं सर के अहसान के नीचे दबा था क्योंकि उन्होंने ही मुझे पहचान दिलाई थी।
इसलिए मेरे लिए दोनों तरफ मुश्किल थी।
मैं उस दिन घर आया और इस बारे में रात भर सोचता रहा।
फिर अगली सुबह मैंने सर को हां बोल दिया।
उन्होंने कहा कि दोपहर को वो मुझे लेने आएंगे।
मैं समझ गया कि प्रोग्राम आज दोपहर को ही होने वाला है।
मैं हीरो की तरह तैयार होकर बैठ गया।
दोपहर को एक बड़ी कार मेरे घर के सामने आकर रुकी।
दरवाजा खुला तो सामने सर थे।
बिना कुछ सोचे मैं कार में बैठ गया।
भूपत सर- क्या बात है, हीरो की तरह तैयार हो बिल्कुल!
मैं कुछ न बोल सका।
भूपत सर- तो तुम आज के लिए तैयार हुए हो ऐसे?
मैं- पता नहीं सर, अजीब सा लग रहा है।
भूपत सर- कोई बात नहीं, भव्या की बांहों में आकर सबकुछ सही लगेगा।
मैं- सर, हम जो करने जा रहे हैं गलत तो नहीं है ना?
भूपत सर- सही के लिए कुछ गलत नहीं है। वैसे भी तुझे भव्या की मर्जी से सेक्स करना है और मेरी मर्जी भी है। तो फिर क्यों डर रहे हो? बस तू आज भव्या को खुश कर दे, मैं उसके चेहरे पर सुकून देखना चाहता हूं। उसके लिए तुझे जो करना पड़े तू करना, लेकिन पीछे मत हटना।
मैं- सर आज तक मैंने कभी ऐसा नहीं किया है।
भूपत सर- कोई बात नहीं, भव्या के साथ आज तेरी ओपनिंग है, उसमें क्या है। अपने मन में कोई भी शर्म मत रखना ताकि तुम खूलकर इंजॉय कर सको।
मैं- लेकिन मैम मेरे बारे में फिर क्या सोचेंगी?
भूपत सर- तू चिंता ना कर, तू अच्छा लड़का है और रहेगा। बल्कि तू तो मेरी मदद कर रहा है। बस भव्या की जरूरत पूरी कर दो, मैं तेरा अहसान कभी नहीं भूलूंगा।
मैं- आपने मेरे लिए जो किया है, मुझे जो पहचान दिलाई है, उसके लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं।
भूपत सर- यह हुई न बात … पूरी जान लगा देना।
भूपत सर कार चला रहे थे और मैं अपने ख्यालों में डूबा था।
जिंदगी में पहली बार सेक्स का मौका मिल रहा था।
वो भी सामने से ऑफर आया था।
सबसे ज्यादा मैं भव्या मैम के कातिलाना बूब्स पर फिदा हूं दोस्तो, जिनको देखकर लंड भी नाचने लगता है।
थोड़ी ही देर में हम उनके अपार्टमेंट में जा पहुंचे।
फिर हम दोनों कार से उतरकर लिफ्ट की ओर बढ़े।
कुछ ही पल में मैं भव्या मैम के सामने होने वाला था।
मेरा दिल जोरों से धड़कने लगा था।
फ्लैट पर पहुंचे तो भूपत सर ने डोरबेल बजाई।
मैं उनके पीछे ही खड़ा था।
मैंने सोचा था कि मेरी तरह भव्या मैम भी तैयार होकर बैठी होंगीं लेकिन जैसे ही उसने दरवाज़ा खोला तो पता चला कि उन्होंने टॉप और शॉर्ट्स पहने हुए थे।
अक्सर घर पर मैम यही पहनती थी।
हम दोनों को देखकर मैम ने हल्की स्माइल दी और हमें अंदर आने के लिए कहा।
हम दोनों लिविंग रूम में सोफे पर जाकर बैठ गए।
भव्या मैम दोनों के लिए गिलास में पानी लेकर आई और भूपत सर के पास बैठ गई।
मैम बहुत नॉर्मल थी जैसे कुछ होने ही नहीं वाला है।
घर में हम तीनों के अलावा कोई भी नहीं था।
भूपत सर- हम तीनों जानते हैं आगे क्या होगा लेकिन, आरव एक बात हमेशा याद रखना कि यह बात कभी भी किसी को पता नहीं चलनी चाहिए।
मैं- मेरा वादा है।
भव्या मैम- तुमने किसी को बताया तो नहीं है ना?
मैं- नहीं।
भूपत सर- डालिॅग आरव से कुछ पूछना चाहती हो तो पूछ लो।
भव्या मैम- पूछना क्या है?
भूपत सर (कान में कहते हुए)- तुम आरव को झेल लोगी न?
भव्या मैम- क्या … कुछ भी?
कहकर वो मुस्करा दी।
मेरे सामने ही भूपत सर ने भव्या मैम के गुलाबी रसीले होंठों को चूमना शुरू कर दिया।
भव्या मैम ने भी उनका साथ देना शुरू कर दिया।
भूपत सर को देखकर पता चल गया था कि वो बातों में ज्यादा समय नहीं गंवाना चाह रहे।
इसलिए वो अभी से भव्या मैम को किस करके गर्म करने लगे थे ताकि भव्या मैम का मूड़ बन जाए और फिर मैं भव्या मैम की चुदाई शुरू करूं।
मैं आज तक रोमांस और सेक्स से दूर रहा था।
मुझे नहीं पता था कि कैसे क्या होता है असल जिंदगी में।
लेकिन मैंने यहां आने से पहले कुछ आर्टिकल पढ़ लिए थे और फिल्में तो बहुत देखी हैं।
वो दोनों एक-दूसरे को किस कर रहे थे और इधर मैं सामने का नजारा देखकर मूड में आ रहा था।
मैं गौर से उन दोनों का किसिंग सीन देख रहा था, वो ऐसे रोमांस कर रहे थे मानो मैं इधर हूं ही नहीं।
तभी भूपत सर ने किस करते हुए अपने एक हाथ से मुझे भव्या मैम के पास आने का इशारा किया।
मैं उन दोंनो को देखकर उत्तेजित हो चुका था तो हिम्मत करके मैं खड़ा हुआ और भव्या मैम के पास जाकर बैठ गया।
दोनों रुक गए और भव्या मैम ने मेरी ओर एक नजर देखा।
तभी भूपत सर ने भव्या मैम को प्यार से इशारा करके आगे बढ़ने के लिए बोला।
भव्या मैम मेरी ओर घूमकर एकदम नजदीक आ गईं।
उन्होंने सेक्सी अंदाज में देखते हुए मेरे होंठों पर किस कर दिया।
मेरे तो मानो होश ही उड़ गए।
उनके किस करते ही मेरे बदन में बिजली दौड़ गई।
भव्या मैम के गुलाबी होंठ इतने कोमल थे मानो आइसक्रीम गर्मी में पिघल रही हो।
दस सेकंड के लिए तो मैं कुछ नहीं कर पाया, तो भव्या मैम रुक कर मुझे देखने लगीं।
उन्होंने दोबारा से मुझे किस करना शुरू किया।
मैं भी इस बार उनका साथ देने लगा।
मैं जिंदगी में पहली बार किस कर रहा था और वह भी भव्या जैसी खूबसूरत हिराइन के साथ!
हम दोनों लगातार एक दूसरे के होंठों को चूम रहे थे और मैं जैसे अपना होश खोता जा रहा था।
इतने में भूपत सर ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी बीवी की कमर पर रखवा दिया।
अब सर भी मैम को पीछे से गर्दन पर किस करने लगे।
कुछ देर बाद मैम रुक गई और मैं भी हट गया।
मैम- एक्सक्यूज मी!
बोलकर मैम उठकर कहीं चली गई।
वो दोनों तो अपनी ओर से तैयार थे लेकिन मुझे थोड़ी शर्म आ रही थी।
भूपत सर- कैसा लगा भव्या के होंठों का स्वाद?
मैं शर्माते हुए- अच्छा।
भूपत सर- अरे यार शर्मा क्यों रहे हो। लाईफ में ऐसा हसीन मौका कभी नहीं मिलता है, तो दिल खोलकर इस पल को एंजॉय करो। वैसे भी अभी तो शुरुआत हुई है। आगे देखो, और मजा आएगा।
भव्या मैम वापस आकर हम दोनों के बीच में आकर बैठ गईं।
भूपत सर ने भव्या मैम को मेरी ओर बैठने का इशारा किया।
फिर सर ने मेरे सामने ही अपने दोनों हाथ पीछे से लाकर भव्या मैम के बूब्स पर रख दिए।
भूपत सर- असली मजा तो इधर है।
तभी भव्या मैम ने भूपत सर के हाथ हटाते हुए एक नजर उनकी ओर देखा।
इतने में भूपत सर ने इसी बात का फायदा उठाकर भव्या मैम को किस करना शुरू कर दिया।
मैं तो देखता ही रह गया।
फिर सर एक मिनट के बाद रुक गए।
भूपत सर- आज का दिन तुम्हारा है तो अब तुम दोनों को बेडरूम में चले जाना चाहिए। भव्या तुम बेडरूम में जाओ, मैं आरव को भेजता हूं।
मैम खड़ी होकर चली गई।
भूपत सर- देख दोस्त, अब सब कुछ तुम पर है। मैं भव्या के चेहरे पर वो खुशी देखना चाहता हूं जिसके लिए तुम्हें बुलाया है। तुम कुछ भी करो, जैसे चाहो वैसे चोदो। लेकिन कैसे भी करके भव्या के चेहरे पर जिस्मानी सूकुन लेकर आना है तुम्हें!
मैं- ठीक है सर!
भूपत सर- कमरें में भव्या मैम नहीं, तुम्हारी गर्लफ्रेंड भव्या है। ऐसा ही सोचना ताकि दमदार चुदाई कर सको। तुम भव्या के ऊपर चढ़ो या उसको अपने ऊपर चढ़ाओ, मर्जी तुम्हारी है, बस हथियार निशाने पर जाना चाहिए। अब जाओ … फतह हासिल करके लौटना।
मैं उठा और पूरी तरह से मन बना लिया कि मैं एक हीरो की तरह मैम के सामने जाऊंगा। मुझे उनको चोदना नहीं बल्कि ठोकना है ताकि उनके जिस्म की सारी जरूरतें पूरी हो सकें।
ऐसा ही सोचते हुए मैं मैम के कमरे में गया।
वो बेड पर बैठी थीं।
उनके इशारे पर मैंने रूम का दरवाजा बंद कर दिया।
मैम ने मुझे अपने पास बैठने के लिए कहा और मैं बिना कुछ बोले मैम के पास जाकर बैठ गया।
भव्या मैम- हम दोनों भूपत की मर्जी से इधर मौजूद हैं तो आज हम जितने भी करीब आएं लेकिन हकीकत मत भूलना कि मैं किसी और की बीवी हूं।
मैं- मैं जानता हूं, आप जो बोलेंगीं मैं वही करुँगा।
भव्या मैम- मर्जी तुम्हारी है कि तुम्हें कैसे शुरुआत करनी है। मैं तुम्हारा साथ दूंगी। वैसे तुम्हारे भूपत सर क्या बोल रहे थे?
मैं- यही कि आपको मैं अपनी गर्लफ्रेंड समझूं ताकि में बिना झिझक के आगे बढ़ सकूं।
भव्या मैम- मुझे एतराज़ नहीं है। आज तो मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड बन सकती हूं।
मैं- थैंक्यू।
भव्या मैम मेरे करीब आ गईं और मैं उनका मतलब समझ गया।
मैं भी आगे बढ़ा और हम दोनों के होंठ मिल गए।
ऐसा लगा कि जैसे मैं तो जन्नत में आ गया हूं।
हम दोनों बडे प्यार से किस कर रहे थे।
मुझे भव्या मैम के गुलाबी होंठों को चूमने में बहुत मजा आ रहा था।
मेरे दिल की धड़कन बढ़ती जा रही थी और मैंने जोश में आते हुए अपना एक हाथ भव्या मैम की कमर पर रख दिया।
तभी मुझे भूपत सर की बात याद आई जब उन्होंने बोला था कि मैं खुलकर, मन में बिना कोई शर्म लिए मैम को प्यार करूं ताकि भव्या मैम के मन को सुकून मिले।
मैं- मैम, क्या मैं आपको टच कर सकता हूं?
भव्या मैम- तुम्हें परमिशन लेने की जरूरत नहीं है, तुम अब अपनी मर्जी के मालिक हो, लेकिन हां, थोड़ा प्यार से दबाना।
इतना कहकर भव्या मैम दूसरी ओर घूम गई।
मैंने भी अपनी पोजीशन बदल ली; मैंने हिम्मत करके पीछे से हाथ ले जाकर मैम के दोनों बूब्स पर हाथ रख दिया।
अंदर से मैं उत्तेजित हो उठा था।
मेरा लंड जोर से फुंकारें मार रहा था।
मैं धीरे से मैम के मस्त बूब्स को सहलाने लगा।
कुछ ही देर में भव्या मैम जैसे मदहोश होने लगी।
उनके बूब्स को मैं बड़े प्यार से सहला-दबा रहा था जिससे उनको खूब मजा आ रहा था।
मैम को और ज्यादा मदहोश करने के लिए मैंने उनकी गर्दन को चूमना शुरू कर दिया।
चूमते हुए मैं बूब्स के साथ भी खेलता रहा और फिर उनके टॉप को ऊपर कर दिया।
मेरी मंशा को मैम समझ गई और उन्होंने टॉप ऊपर करने में मेरी मदद की।
मैंने उनका टॉप निकाल दिया।
अंदर से भव्या ने महंगी, और स्टाइलिश काले रंग की ब्रा पहनी थी।
मैम की ऐसी ब्रा देखकर मेरा तो लंड फटने को हो गया।
अब हम दोनों के होंठ फिर से मिल गए।
लेकिन मुझे अंदाजा नहीं था कि अगले ही पल भव्या मैम का हाथ मेरे लंड पर आने वाला है।
उन्होंने मेरे लंड पर हाथ रखकर उसको सहलाना शुरू कर दिया।
एक बार तो मैं जैसे चौंक सा गया लेकिन फिर मजा आने लगा।
वो सहलाते हुए बोलीं- देख रही थी … कितना बड़ा है तुम्हारा!
मैं- तो कैसा लगा मैम?
भव्या मैम- बहुत बड़ा है, पता नहीं मैं झेल पाऊँगी या नहीं!
मैं- मैं प्यार से करुँगा।
भव्या मैम- सच बताना, मुझमें तुम्हें क्या पंसद है?
चूचियों की ओर इशारा करते हुए मैंने कहा- ये!
भव्या मैम- तभी मैं सोचूं तुम्हारी नजर एक ही जगह पर क्यों टिकी रहती है।
इतना बोलकर हम फिर से किस करने लगे।
मैं भव्या मैम की कमर से लेकर पेट और पीठ पर हाथ फिराने लगा।
मेरा हाथ उनकी ब्रा की पट्टी को टच कर रहा था।
भव्या मैम- शर्मा क्यों रहे हो, खोल लो, वैसे भी आज सबकुछ तुम्हारे सामने खुलने ही वाला है।
मैंने भव्या मैम की ब्रा को खोलने के लिए हाथ बढ़ा दिया।
आज पहली बार मैं भव्या मैम को नंगी करने जा रहा था और वो भी अपने हाथों से!
दोस्तो, कहानी अगले भाग में जारी रहेगी।
आपको यह सेलेब्रिटी सेक्स गॉसिप स्टोरी कैसी लग रही है, मुझे जरूर बताना। मुझे आप सबकी प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा।
आप कमेंट बॉक्स में अपने कमेंट कर सकते हैं या फिर मेरी ईमेल पर भी मैसेज कर सकते हैं।
मेरा ईमेल आईडी है- [email protected]
सेलेब्रिटी सेक्स गॉसिप स्टोरी का अगला भाग: बॉलीवुड हिरोईन के साथ मेरी सेक्स फैंटेसी- 2
What did you think of this story??
Comments