कुंवारी बहन की चूत की सील फाड़ी

(Virgin Sister Fuck Story)

केशव कुमार 2023-04-20 Comments

वर्जिन सिस्टर फक स्टोरी मेरी बहन की चुदाई की है. वो बहुत सेक्सी माल है, मैंने उसे वासना की नजर से देखता था. वो भी मेरी नजर पहचानती थी. बात आगे कैसे बढ़ी?

दोस्तो, मेरा नाम केशव है और मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूं.
मैंने सोचा कि क्यों न मैं भी मेरे साथ जो अभी कुछ समय पहले हुआ था, वो आप लोगों के साथ एक सेक्स कहानी के माध्यम से आपको बताऊं.

वो लॉकडाउन खत्म होने के बाद का मामला है और अभी भी बीमारी का डर बना हुआ था.

पहले मैं अपने बारे में बता देता हूं.
मैं राजस्थान के एक गांव का रहने वाला हूं. मेरा लंड 7 इंच लंबा है.

मेरे घर में हम 5 सदस्य हैं. मम्मी-पापा और हम तीन भाई बहन.
सबसे बड़ा मैं, फिर मेरी बहन निशा, फिर मेरा छोटा भाई राहुल.

मेरी बहन निशा बहुत ही सेक्सी है. उसके कसे व तने हुए बूब्स हैं और मोटे मोटे चूतड़ हैं. उसका 34-30-36 का फिगर है.

मैं उसे हमेशा से वासना भरी नजरों से देखता आया था.
उसने भी मेरी नजरों को शायद समझ लिया था मगर हमारे बीच भाई बहन का रिश्ता होने के कारण कोई मामला सैट नहीं हो पा रहा था.

यह वर्जिन सिस्टर फक स्टोरी इसी बहन की है.

हमारा एक घर दिल्ली में भी है और मेरे ताऊ जी का भी.
मैं वहीं रह कर पढ़ाई कर रहा हूं.

दिल्ली में जनवरी में सभी कॉलेज, स्कूल बंद हो गए थे तो मुझे घर आना पड़ा.
मेरे साथ ताऊ जी और उनके फैमिली भी गांव वापस आ गई.

फिर फरवरी में मेरा कॉलेज खुल गया था तो मुझे वापिस दिल्ली जाना था.

मैंने ताऊ जी को बोला- मेरा कॉलेज खुल गया है … आप लोग कब चलोगे?
उन्होंने कहा- मैं तो अभी नहीं जाऊंगा. अगर तुम्हें जाना है, तो तुम चले जाओ.

तब मैंने मम्मी को बताया- ताऊ जी नहीं जा रहे हैं. मैं अकेला ही चला जाता हूं.
मम्मी ने कहा- तुझे खाना भी नहीं पकाना आता, तो तू वहां अकेला कैसे रहेगा और अभी बाहर का भी खाना खाना ठीक नहीं है.

तब मेरी बहन निशा बोली- मैं भाई के साथ चली जाती हूं. मैं अपनी क्लास वहीं से ज्वाइन कर लूंगी. यहां भी तो ऑनलाइन ही लेती हूँ, वैसी ही वहां से ले लूंगी.
तब मम्मी बोलीं- ठीक है.

निशा के साथ चलने की बात सुनते ही मेरी आंखें चमक उठीं कि अब दिल्ली में निशा की जवानी को चखने का मौका मिल जाएगा.

मैंने उसकी तरफ देखा, तो वो मेरी तरफ देख कर हल्के से मुस्कुरा दी.

मैं उसकी मुस्कान को समझने की कोशिश करता रहा कि इसका क्या मतलब हो सकता है.

फिर हम दोनों दिल्ली अपने घर चले गए.

हम घर पहुंचे.
वहां जाते ही हमने सबसे पहले घर पर फोन किया कि हम लोग पहुंच गए हैं.

इसके बाद हमने चाय बना कर पी और आराम करने लगे.
शाम को निशा ने खाना बनाया और हम दोनों खाना खाकर सो गए.

घर में बस हम दोनों ही अकेले थे और मुझे निशा को चोदने का बहुत मन कर रहा था.
मैंने निशा की मोटे मोटे चूतड़ों पर हाथ रख दिया और उसकी गर्म गांड को महसूस करने लगा.

मेरी आंखें बंद थीं और मैं उसको चोदने की कल्पना करने लगा.
उसी सोच में मुझे पता ही नहीं लगा कि कब नींद आ गई.

मैं सुबह जल्दी उठ कर कॉलेज के लिए तैयार होने लगा.

निशा भी उठ गई थी, उसने नाश्ता बनाया.

मैं लेट न हो जाऊं इस वजह से जल्दी से नाश्ता करके कॉलेज निकल गया.
जब मैं दोपहर में घर वापस आया, तब निशा अपनी ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रही थी.

मैंने उसे देखा और उसे बिना डिस्टर्ब किए चुपचाप रसोई में आ गया.
उधर थाली में अपना खाना लिया और खाकर टीवी देखने लगा.

तब तक निशा की भी क्लास खत्म हो गई थी.
तो वो भी मेरे पास आकर वहीं बैठ गई और फोन चलाने लगी.

तब मेरे दिमाग में एक आइडिया आया और एक इंस्टाग्राम पर फेक अकाउंट बना कर निशा की आईडी को फॉलो किया.
उसने भी ध्यान नहीं दिया.

अब मैंने उसका फोन मांगा.
उसने मुझे फोन पकड़ा दिया.

मैंने उसी वक्त उसकी आईडी पर अपने फोन से लंड और चूत की फोटो और पोर्न सिलेक्ट करके सेंड का बटन दबा दिया.

फिर मैंने उसका फोन लेकर जानबूझ कर वो पोर्न वीडियो चला दी, जिसमें लड़की चुदाई करवाती हुई जोर जोर से चिल्ला रही थी.
‘उन्ह आंह फक मी आह.’ की आवाज आने लगी.

आवाज सुनते ही निशा मेरी तरफ देखने लगी.

मैंने निशा को देख कर कहा- ये कौन है, जो तेरे पास ये सब भेज रहा है?
वो घबरा कर बोली- मुझे नहीं पता भाई, सच में मुझे नहीं पता!

मैं बोला- ठीक है इसको ब्लॉक कर दे और फिर कभी आए, तो मुझे बताना.
मैंने वो क्लिप उसकी गैलरी में डाउनलोड कर दी और उसको फोन उसका फोन दे दिया.

फिर निशा के पास उसकी सहेली का फोन आ गया और वो दूसरे रूम में बैठ कर उससे बात करने लगी.
जब उसने फोन काटा, तब मैं रूम में गया और देखा कि वो वही पोर्न क्लिप देखने लगी थी जो मैंने उसके फोन में सेव कर दी थी.

मैं वहां खड़ा होकर देखने लगा.
कुछ पल मैंने उससे कहा कि तू ये क्या कर रही है?
वो मुझे सामने देख कर एकदम से डर गई और खड़ी हो गई.

वो बोली- भाई, ये रह गई थी, तो ऐसे ही देखने लगी, पर घर पर किसी को मत बताना.
मैं उसके नजदीक गया और उसको गले से लगा कर उसके मोटे मोटे चूतड़ दबाने लगा.

वो बोली कि भाई ये क्या रहे हो तुम … हम दोनों भाई बहन हैं!
मैंने कहा- हम दोनों पहले एक लड़का लड़की हैं. तुमने कभी सेक्स किया है?

उसने मना कर दिया.
मैंने उससे कहा- तो चलो आज सेक्स करते हैं. तुम्हें भी बहुत मजा आएगा.

मैं उसको किस करने लगा.
पहले तो वो कुछ नहीं कर रही थी, फिर वो भी मेरा साथ देने लगी.

मैंने पहले उसका कुर्ता निकाला और ब्रा भी हटा दी.
उसके नंगे चूचे देखकर मैं एकदम से पगला गया.
मैं उसे वासना से देखने लगा.

वो भी मेरी आंखों में आंखें डालकर मुझे देखने लगी.

उसके दूध मुझे चिढ़ा रहे थे.
मैं उसके मम्मों को मसलने लगा और छोटे बच्चे की तरह चूसने लगा.
वो आह आह करके मुझे अपने दोनों दूध बारी बारी से चुसवाने लगी.

मैंने उसके एक निप्पल को अपने होंठों में दबा कर खींचते हुए छोड़ा.
तो उसने नशीली आंखों से मेरी आंखों में देख कर आह किया.

मैंने कहा- मजा आ रहा है तुझे?
वो मेरे सर को अपने मम्मे पर दबाती हुई कहने लगी- बहुत मजा आ रहा है भैया … और चूसो न. मैं कितने दिन से तड़फ रही थी तुम्हारे इस प्यार को पाने के लिए!

मैंने कहा- क्या सच में?
वो मेरे मुँह में अपना दूध देती हुई बोली- हां सच में, कल रात में भी तुमने मेरी गांड दबा कर मजा लिया था न … मैं तभी तुमसे चुदना चाह रही थी.

हम दोनों अब एकदम बिंदास होकर एक दूसरे के जिस्म के साथ खेलने लगे थे.
जवान भाई बहन का रिश्ता वासना की आग में जलने लगा था.

अगले कुछ ही पलों में मैं उसे चोदने के लिए एकदम से गर्म हो गया था.
अब मैंने अपना लंड निकाला और उसको चूसने को बोला.

उसने पहले तो मेरी तरफ देखा, फिर मुस्कुराकर मेरे लंड को चूसने लगी.

उसको लंड चूसने में मजा आने लगा और वो किसी पेशेवर रांड की तरह से मेरा लंड चूस रही थी.

इस तरह से उसे लंड चूसते देख कर मैंने सोचा कि मेरी बहन चुदी चुदाई माल लगती है.
मगर मैंने कुछ कहा नहीं.
उस वक्त मुझे चुदाई के अलावा कुछ नहीं सूझ रहा था.

फिर वो लॉलीपॉप की तरह लंड चूसती हुई बोली- भाई अगर सेक्स के बाद मैं प्रेगनेंट हो गई तो?
मैंने बोला- तू चिंता मत कर. वो सारा इंतजाम मैं अभी कर देता हूँ.

मैंने तुरंत फोन से ऑनलाइन कंडोम ऑर्डर कर दिए.
फोन में दस मिनट में डिलीवरी का दिखने लगा था.

इतने में मैंने उसकी चूत को चाट चाट कर उसका दो बार पानी निकाल दिया.

दस मिनट बाद दरवाजे की घंटी बजी और मेरे फोन पर भी.
मैं समझ गया कि कंडोम आ गए.
मैंने कपड़े पहने और बाहर जाकर ले आया.

वापस आते ही मैंने कपड़े उतारे और उसको फिर से अपना लंड चुसाया.
वो चुदासी रांड सी आवाज में बोली- अब लंड ही चुसवाते रहोगे या इसे मेरी चूत में पेलोगे भी?

मैंने कंडोम का पैकेट खोला और एक कंडोम पहन कर उसको सीधा लिटा दिया.
उसके ऊपर चढ़ के धीरे धीरे उसकी चूत में लंड डालने लगा.

उसकी चूत सीलपैक थी और एकदम टाइट होने की वजह से मेरा लंड फिसल रहा था.
ये देख कर मुझे बड़ी ख़ुशी हुई कि मेरी बहन सीलपैक माल थी.

फिर मैंने थोड़ा जोर से धक्का मारा तो लंड के आगे का हिस्सा उसकी चूत में चला गया.
वो दर्द से चीखने लगी.

मैंने उसके मुँह पर हाथ रखकर कहा- एक बार दर्द होगा … सह ले.

उसकी आखों में आंसू आ गए थे.
वो कराहती हुई बोली- प्लीज भाई निकाल लो इसे … मुझे बहुत दर्द हो रहा है.

मैंने उसकी बात को अनसुना कर दिया और उसके ऊपर पड़ा रहा. उसे किस करता रहा, उसके दूध सहलाता रहा.
कुछ देर बाद वो शांत हो गई और गांड हिलाने लगी.

तब मैंने नीचे हाथ लगा कर देखा कि उसकी चूत में खून आ गया था.

मैंने अब सोच लिया था कि चूत तो फट ही गई है, देर करने से कोई मतलब नहीं निकलेगा.

बस मैंने बिना बताए एक तेज झटका दे मारा.
इस बार वो और जोर जोर से रोने लगी और मुझे अपने ऊपर से दूर करने लगी.

मैं नहीं उठा और लंड को चूत में फंसाए धीरे धीरे हिलता रहा.
कुछ देर बाद लंड ने चूत में जगह बना ली थी. बहन ने भी कसमसाना बंद कर दिया था.

मैं उसको धीरे धीरे चोदने लगा.

कुछ ही पलों बाद उसको भी मजा आने लगा था.
मैं लम्बे लम्बे शॉट मारने लगा और उसने भी अपनी दोनों टांगें हवा में उठा दीं.
वो भी चुदाई का मजा लेने लगी थी.

कुछ मिनट की चुदाई के बाद चूत ढीली हो गई और उसी वक्त मेरा लंड भी बहन की चूत में ही ढीला हो गया.
कामरस कंडोम में जमा हो गया था.

वर्जिन सिस्टर फक के बाद वो मुस्करा रही थी.
मैंने उसे चूमा और अलग हो गया.

कुछ देर बाद फिर से चुदाई शुरू हो गई.
इस तरह से हमने दो बार चुदाई की और बेड पर नंगे ही एक दूसरे से लिपटे पड़े रहे.

हमने कपड़े भी नहीं पहने.

वो रात को बिना कपड़ों के ही खाना बनाने को उठी, तब उससे चला नहीं गया.
मैंने उससे कहा- रहने दे, आज बाहर से खाना मंगवा लेते हैं.

फिर हमने खाना मंगवाया और खाकर हॉल में बैठ कर टीवी देखने लगे.
वो मेरी गोदी में लेट कर मेरा लंड सहला रही थी और मैं उसकी चूत में उंगली डाल रहा था.

फिर हम सोने गए, तब हमने एक बार फिर से चुदाई का मजा लिया.

अगली रात में मैंने उसकी गांड भी मारी.
वो मैं आगे की सेक्स कहानी में आपको बताऊंगा.

आपको हमारी वर्जिन सिस्टर फक स्टोरी कैसी लगी, मुझे मेल करके बताएं.
[email protected]

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