भाभी ने मुझे मेरे भैया से चुदवा दिया

(Indian Sister Sex Kahani)

आरती मौर्य 2023-01-19 Comments

इंडियन सिस्टर सेक्स कहानी में मैं अपने बड़े भाई से चुद गयी. मेरे भाभी ने योजना बना कर मेरी कुंवारी चूत की सील मेरे भैया से तुड़वा दी.

दोस्तो, मेरा नाम है प्रीति कुमारी।
मेरी हाइट 5 फीट है मेरे फिगर बिल्कुल आकर्षक है मेरे बूब्स 34,कमर 30 और गांड 32 की है।
देखने में बिल्कुल गदराई हुई माल लगती हूं।

आज मैं आप लोगों को अपनी सच्ची इंडियन सिस्टर सेक्स कहानी बताने जा रही हूं.
यह घटना पिछले महीने मेरे साथ हुई थी।

मेरे घर में 5 लोग हैं।
मेरे मम्मी पापा गांव में रहते हैं, मैं भी उन्हीं के साथ रहती हूं।
मेरा भाई रवि जो मेरे से 2 साल बड़ा है, वह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में रहता है।

मेरी कॉलेज की पढ़ाई पूरी हो चुकी थी इसीलिए भाभी ने मुझे कुछ दिनों के लिए अपने पास बुला लिया।

मेरे भाई की अभी नई नवेली शादी हुई थी मेरी भाभी बिल्कुल मेरे ही तरह की है।
उनकी गांड थोड़ी बड़ी है।

जब मैं दिल्ली पहुंची तो भैया मुझे देख कर चौंक गए और बोले- 2 साल में प्रीति कितना बदल गई है।
भाभी जी बोली- क्या बात है प्रीति, आप तो बिल्कुल हीरोइन बन गई हो।

अगले दिन हम लोग मार्केट गए।
मैं पहली बार शहर में आई थी इसलिए मैं बिल्कुल हैरान थी कि लड़कियां इतनी छोटे छोटे कपड़ों में घूम रही थीं।

भाभी ने कहा- यहां के लिए यह सब आम बात है। और फिर तुमको भी यहां ऐसे ही रहना चाहिए।
यह कहते हुए उन्होंने मेरे लिए कुछ कपड़े खरीदे.

और फिर हम लोग बातें करते करते अपने घर आ गए।

भाभी ने मुझे बैग दिया और बोली- प्रीति, कल से तुम ये सब कपड़े पहनना. जाओ अभी चेंज करके आओ।

मैं अपने रूम में आई तो मैंने देखा कि बैग में छोटे छोटे स्कर्ट थे और हाफ पैन्ट थी।
मैंने काली रंग की स्कर्ट पहन ली और उसी के रंग की चोली भी थी।

मैं बाहर आई तो भाभी मुझे देख कर बोली- वाह, क्या बात है! तुम तो बिल्कुल हीरोइन लग रही हो।

पर मुझे भी बहुत ज्यादा शर्म आ रही थी क्योंकि कपड़े बहुत छोटे थे।
मेरे बड़े-बड़े स्तन आधे से ज्यादा दिख रहे थे और मेरी गांड भी बिल्कुल साफ नजर आ रही थी।

भाभी ने कहा- कोई बात नहीं, आपको आदत हो जाएगी।

अभी कुछ देर बाद भैया ऑफिस से घर आए।
भाभी ने मुझे चाय दी और बोली- जाओ अपने भैया को दे दो।

मैं चाय लेकर भैया के पास गई।
भैया मुझे देख कर आश्चर्यचकित हो गए और मुझे नीचे से ऊपर तक देखते रहे।

फिर उन्होंने चाय ले ली और बोले- प्रीति, तुम बिल्कुल हॉट लग रही हो।
मैं एकदम शर्मा गई।
मेरे भैया मिजाज के हैं।

भैया ने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोले- देखो प्रीति, यह शहर है, यहां शर्माने की कोई बात नहीं है। यहां पर यह सब आम बात है।

तभी रवि भैया ने पूछा- गांव में तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड था?

मैंने कहा- नहीं भैया।

तभी भाभी आ गई भैया ने मेरा हाथ छोड़ दिया।
और भैया भाभी को मेरे सामने ही अपनी बांहों में लेकर उनके बूब्स को दबाने लगे।

भाभी बोली- क्या कर रहे हो रवि? प्रीति यहीं पर है!
भैया बोले- प्रीति भी अब जवान हो चुकी है, उसको भी तो यह सब सोचना होगा।

तो मुझे उत्तेजना होने लगी, मेरी चूत गीली होने लगी, मैं वहां से बाहर चली गई।

अब मुझे पूरा पता चल गया था कि मेरे भैया मेरे पीछे पड़ चुके हैं और वे मुझे चोद कर ही मानेंगे।
मैं भी इससे उत्साहित थी कि मुझे अब चुदाई का मजा लेने का मौक़ा मिलेगा.

हम लोगों ने शाम का खाना खाया और टीवी देखने लगे।
टीवी पर रोमांटिक मूवी आ रही थी।

थके होने के कारण भाभी वहीं पर सो गई।
भैया ने अपना हाथ मेरे कंधों पर रख दिया।

मूवी के अंदर बहुत ही ज्यादा रोमांटिक दृश्य थे।

धीरे-धीरे भैया मेरे पेट को सहलाने लगे।
मैं कुछ नहीं बोल रही थी क्योंकि भाभी वहीं पर सोई थी।
इस बात का फायदा भैया पूरा उठा रहे थे।

देखते ही देखते भाई ने अपना हाथ मेरी चोली के अंदर डाल दिया.
भैया ने मेरी स्तनों को अपने हाथों से मसल रहे थे।
मुझे मजा आ रहा था.

तभी भाभी जग गई।
भैया ने मेरी कंधे पर से अपना हाथ हटा लिया और दूर हो गए।

भैया और भाभी दोनों अपने कमरे में सोने के लिए चले गए।

तभी कुछ देर बाद उनकी कमरे से कामुक सिसकारियां निकलने लगी।
मैंने जाकर खिड़की से देखा कि भैया और भाभी बिल्कुल नंगे थे।
भैया भाभी को घोड़ी बनाकर उनकी गांड में अपना लिंग सेट कर के धक्के लगा रहे थे।

तभी मैंने सुना कि भैया ने कहा- यार, प्रीति जब से आई है दिन भर मेरा मिजाज बदला बदला रहता है। कभी-कभी तो भूल जाता हूं कि वह मेरी बहन है।
तभी भाभी बोली- प्रीति को चोदना चाहते हो?

पहले तो भैया ने इंकार कर दिया।
मगर भाभी बोली- मैंने प्रीति को कपड़े बदलते हुए देखा है। तुम चाहो तो मेरे मोबाइल में उसकी फोटो देख सकते हो। वह बिल्कुल हीरोइन जैसी लगती है।

मेरे भैया ने भाभी के मोबाइल में मेरी फोटो देखी.
वे चौंकते हुए बोले- क्या माल लग रही है यार … कितनी बड़ी बड़ी चूचियां हैं।

भाभी ने कहा- ठीक है, मैं तुम्हारा जुगाड़ करवा दूंगी।
मैंने कुछ कुछ बातें सुनी पर साफ सुनाई नहीं देने के कारण मैं वहां से चली गई।

अगले दिन मैं जब नहा कर बाथरूम से आई तो मैंने देखा कि मेरी अलमारी लॉक थी और मेरे बेड पर लाल रंग की ब्रा और पेंटी रखी हुई थी।

मैंने उन्हें पहन लिया और भाभी से कपड़े लेने के लिए उनके रूम में चली गई।
कमरे में अंधेरा था।

वहां भैया ने मुझे अपनी बांहों में पकड़ लिया, बोले- रानी, रात को तुमने बहुत मजा दिया था. अब एक बार फिर!

भैया ने मुझे अपनी पत्नी समझ कर पकड़ रखा था और भैया मेरी शरीर से निकल रहे सुगंध को सूँघते हुए मेरे बदन को चाटने लगे।

वे मेरे मुंह पर अपना मुंह रख कर किस कर रहे थे जिसके कारण मैं कुछ बोल भी नहीं पा रही थी।

देखते ही देखते भैया ने मेरी चोली और पैंटी निकाल दी।
मैं बिल्कुल नंगी हो गई थी।

तभी भैया ने मुझे बेड पर पटका और अपना लिंग मेरे मुंह में दे दिया।
मैं बोलने की कोशिश कर रही थी पर लिंग मेरे मुंह में होने के कारण कुछ बोल नहीं पा रही थी।

मेरे भैया मेरी चूत में उंगली कर रहे थे और एक हाथ से मेरे स्तन को दबा रहे थे।

कुछ देर बाद उन्होंने अपना लिंग मेरी योनि द्वार पर रखकर एक जोरदार धक्का मारा.
उनका लिंग फिसल गया।

फिर उन्होंने थूक लगाकर एक जोरदार धक्का मारा तो लिंग का सुपारा मेरी योनि में समा गया और मैं दर्द से तड़प उठी।

फिर उन्होंने अपनी गांड उठा कर एक जोरदार धक्का मारा.
अबकी बार पूरा लिंग मेरी योनि में समा गया और मैं तड़प उठी।

मेरे मुंह से चिल्लाने की आवाज निकली पर उन्होंने किस करने लगे।
मुझे महसूस हुआ कि मेरी योनि से कुछ निकल रहा था।

तभी भैया ने धीरे-धीरे अपना धक्कों की स्पीड बढ़ायी और आगे पीछे करने लगे।
मुझे धीरे-धीरे मजा आने लगा था और मैं कामुक सिसकारियां लेने लगी थी।

तभी भैया बोले- शादी के 2 साल बाद भी तुम्हारी चूत बिल्कुल सुहागरात जैसी है।

पर मैं अब कुछ नहीं बोल रही थी क्योंकि मुझे मजा आ रहा था।

फिर भैया जी मुझे उठाया और अपनी गोद में उठाकर अपना लिंग मेरी योनि में सेट कर दिया और मुझे नीचे ऊपर करने लगे।
मेरी योनि में उनका लंबा मोटा लिंग पूरी तरह से बढ़ता हुआ जा रहा था।

मैं कामुक सिसकारियां निकल रही थी- आह ओह … उफ्फ … ममा … अह … ओह!
मेरा पूरा शरीर टूट रहा था और भाई मेरी बूब्स को अपने मुंह में पी रहा था और काट रहा था।

काफी देर लगातार चोदने के बाद उसने सारा माल मेरी चूत में छोड़ दिया।

फिर भाई बेड पर सो गया.

तभी मैं वहां से बाथरूम में गई और जाकर फिर से नहायी।
पहली बार संभोग करने के कारण मेरी योनि सूज चुकी थी और मुझे चलने में दर्द हो रहा था.
इसीलिए मैं अपने रूम में चली गई और सो गई।

तभी कुछ देर बाद भाभी मार्केट से आई तो उन्होंने पूछा- क्या हुआ है प्रीति?
मैंने बोला- कुछ नहीं, बस तबीयत खराब है।

भाभी जब रूम में गई तो उन्होंने देखा कि मेरी ब्रा और पेंटिंग वहीं पर थी।
भैया अभी तक नंगे सोए हुए थे।

भाभी सब मामला समझ चुकी थी।
भैया उनको देखते ही एक बार फिर चालू हो गया और उनको पकड़ कर बांहों में उनके सारे कपड़े निकाल दिए।
फिर भैया ने भाभी को घोड़ी बनाकर उनकी गांड में अपना नंबर डाल दिया, डॉगी स्टाइल में भाभी को चोदने लगे।

पूरी दोपहर भैया ने भाभी को छोड़ा नहीं … क्योंकि आज संडे था, उनकी छुट्टी थी।

फिर जब शाम को भाभी ने मुझे बताया मुझको भैया से चुदाने का उनका ही प्लान था।
मुझे तो पहले से ही पता था।

भाभी ने मुझे कुछ दवा खिलाई और बोली- रात को फिर तैयार रहना, मजा आएगा.

दोस्तो, सच्ची बताऊं तो मुझे भी मजा आ गया था. मैंने पहली बार संभोग किया और बहुत मजा आया।

शाम को भाभी खाना खाने के बाद भैया के साथ अपने रूम में कुछ कर रही थी.
तभी उन्होंने मुझे कॉल किया और बोली- प्रीति, हमारे रूम में आ जाओ, तुम्हारे लिए कुछ सरप्राइज है।

मैंने सोचा कि भाभी मार्केट से कुछ लाई होंगी.
इसलिए चली गई।

मैं जब रूम में गई तो देखा कि रूम में भाभी नहीं थी।
भैया बिल्कुल नंगे थे और कमरे में थोड़ा अंधेरा था.

एक बार फिर से उन्होंने मुझे अपनी बांहों में ले लिया और बोले- प्रीति, आज तुम्हारी योनि से प्रीत बुझा लूंगा।
मैं चौक गई और बोली- आपको पता है कि मैं हूं?
भैया बोले- डरो मत, मुझे पहली बार भी पता था. यह सब तुम्हारी भाभी की चाल है. तुमको चोदने का प्लान था।

भाई ने मुझे नंगी कर दिया और अपना लिंग मेरी योनि में सेट कर दिया।
और जोरदार धक्का मारने लगे.
उनका लिंग पूरी तरह से मेरी योनि में जा रहा था और मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा, मैं कामुक सिसकारियां ले रही थी।

तभी भैया ने मुझे घोड़ी बनाया और अपना लिंग मेरी गांड में सेट करके जोरदार धक्का मारने लगे।
कुछ देर बाद मेरी गांड से पच पच की आवाज आने लगी।

मेरी कामुक आवाजों से पूरा रूम गूंज रहा था।

फिर भैया ने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे बदन को चाटने लगे और मेरे स्तन को पीने लगे।
कुछ देर बाद भैया का लिंग फिर से खड़ा हो गया और उन्होंने मेरी योनि में जोरदार धक्का मार के घुसा दिया।

अब मैं भी नीचे से गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी।
मैं और भैया बिल्कुल शादीशुदा जोड़े की तरह चुदाई कर रहे थे।
भैया मुझे अलग-अलग पोजीशन में लिटा कर, उठाकर, बैठाकर सब तरह से चोदना चाहते थे।

रात में काफी देर तक चुदाई करने के बाद हम दोनों नंगे ही सो गए।
भैया अपना लिंग मेरी योनि में डालकर सोए थे।

करीब 4:00 बजे भैया जगे और फिर मुझे चोदने लगे।

उन्होंने मुझे आधा घंटा लगातार चोदा और मेरी चूत में सारा माल गिरा दिया और सो गए।

अब जब भी भाभी नहीं रहती हैं, भैया मुझे पूरे मजे से चोदते हैं।
इस चुदाई के खेल को 3 महीने हो चुके हैं.

‌मैं देखने में और आकर्षक लगने लगी हूं। मेरी गांड और बूब्स पहले से ज्यादा बड़े हो चुके हैं।

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आपकी प्यारी प्रीति
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मेरी पिछली कहानी थी: पहले भाभी को फिर बहन को चोदा

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