बर्थडे पर स्पेशल गिफ्ट दीदी की चूत- 2
(Hot Didi Sex Kahani)
हॉट दीदी सेक्स कहानी मेरी ममेरी बहन के साथ चुदाई की है. उनसे मेरी ख़ास दोस्ती थी. वो मेरे जन्मदिन पर मेरे घर आयी थी. मैंने अपनी बर्थडे गिफ्ट मांगी तो …
दोस्तो, मैं आरव आपको अपने जन्मदिन के अवसर पर मिले एक स्पेशल गिफ्ट की सेक्स कहानी सुना रहा था.
हॉट दीदी सेक्स कहानी के पहले भाग
ममेरी बहन की चूत की चाह
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं आज अपनी दीदी के साथ सेक्स करने कोशिश करने के मूड में था, यदि दीदी राजी हो गईं तो मैं उन्हें जरूर चोद दूंगा.
अब आगे हॉट दीदी सेक्स:
जिया दीदी- तो तुम 19 साल के हो गए.
मैं- जी हां … मैं जवान हो गया.
जिया दीदी- तुम्हारे कई दोस्त आए हुए थे, जिसमें लड़कियां भी थीं लेकिन तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं दिखी.
मैं- मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है.
जिया दीदी- क्या यार, अब तुम्हें गर्लफ्रेंड बना लेनी चाहिए.
मैं- मन तो मेरा भी है बस आप जैसी कोई मिल जाए.
दीदी- मेरी जैसी?
मैं- हां अब तक मैंने आपको बताया नहीं लेकिन आज बताना चाहता हूँ.
जिया दीदी- क्या बताना चाहते हो?
मैं- आप मेरी क्रश हो … मतलब पहले मैं आपको पसंद करता था.
दीदी- अब नहीं करते!
मैं- अभी भी करता हूँ लेकिन अब कोई मतलब नहीं है ना!
जिया दीदी- अच्छा, वैसे मुझे पता था कि तुम मुझे पसंद करते थे.
मैंने स्माइल करते हुए कहा- मैं आज भी आपको पसंद करता हूँ.
जिया दीदी- अब कोई लड़की पटा ले, कब तक अपने हाथों से काम चलाते रहोगे.
मैं- मैं भी पटाना चाहता हूं लेकिन अभी कॉलेज बंद हैं और जिसे पसंद करता हूँ … वो मिल नहीं सकती.
जिया दीदी- अच्छा किसको पसंद करते हो?
मैं- आपको.
जिया दीदी- क्या यार कुछ भी … मतलब अपनी दी पर ही लाईन मार रहे हो.
मैं- आप पहले मेरी अच्छी दोस्त हो. वैसे दी आप अपनी ननद से मेरी सैटिंग करवा दो न … वो भी आपकी तरह मस्त माल है.
जिया दीदी- वो पहले से सैट है.
मैं- मतलब साला मैं जिसको पसंद करूं, उसको कोई और पटा लेता है.
जिया दीदी- तेरी फूटी किस्मत.
मैं हंस दिया.
जिया दीदी उम्र में मुझसे बड़ी हैं इसलिए उनको मैं दी कहकर बुलाता हूँ वर्ना आज मैं उनकी उम्र का होता तो उनका पति होता.
मैं- दी मुझे आपके पास से और एक गिफ्ट चाहिए.
जिया दीदी- अब क्या चाहिए?
मैं- आप बुरा मत मानना.
जिया दीदी- अब बता भी दे.
मैं- मैं अभी तक वर्जिन हूँ और अब 19 साल का भी हो चुका हूँ.
जिया दीदी- ये मैं जानती हूँ.
मैं- इस उम्र में बहुत मन करता है.
जिया दीदी- किस बात का?
मैं- सेक्स का.
जिया दीदी- हां इसलिए तो बोल रही हूँ कोई गर्लफ्रेंड बना ले.
मैं- गर्लफ्रेंड तो कब बनेगी पता नहीं लेकिन मैं एक बार आपके साथ सेक्स करना चाहता हूं … यह मेरी दिली तमन्ना है.
जिया दीदी- क्या बोल रहे हो, कहीं आज सेलिब्रेशन में ड्रिंक्स तो नहीं कर ली तूने?
मैं- मैंने ड्रिंक नहीं की है दी … मैं पूरे होश में बोल रहा हूं.
जिया दीदी- वाह बेटा, अपनी ही दी के ऊपर चढ़ने का मन कर रहा है.
मैं- अगर मैं आपकी उम्र का होता, तो आज सीन अलग होता.
जिया दीदी- मतलब?
मैं- मैं आपकी उम्र का होता तो जीजाजी को आपको पटाने ही नहीं देता क्योंकि मैं आपको अपनी गर्लफ्रेंड बनाता और आज आप मेरी बीवी होतीं.
जिया दी- मानना पड़ेगा तेरी सोच को … एक ही पल में दीदी से बीवी बना लिया.
मैं- तो दी, मेरा गिफ्ट मुझे मिलेगा?
जिया दीदी- तुझे क्या बोलूं … कुछ समझ नहीं आ रहा.
मैं- हां बोल दो.
जिया दीदी- क्या मतलब कुछ भी … मेरी शादी हो चुकी है.
मैं- दी प्लीज़ एक बार की बात है, आज मेरा बर्थ-डे है … मना मत करना.
जिया दीदी- क्या सच में तुम मेरे साथ सेक्स करना चाहते हो!
मैं- हां दी, मेरा बहुत मन है और आप ही मेरी मदद कर सकती हो.
जिया दीदी- तुम जो बोल रहे हो, यह नहीं हो सकता.
मैं- क्यों … क्या मैं आपको पसंद नहीं हूँ.
जिया दीदी- ऐसी बात नहीं है.
मैं- तो फिर दी एक बार मेरी मदद कर दो.
जिया दीदी- तुम समझ नहीं रहे, यह सही नहीं है. मैं कोई सिंगल नहीं हूँ. मेरी शादी हो चुकी है, किसी को पता चला तो उसका परिणाम जानते हो!
मैं- मॉम-डैड सो चुके होंगे और हम ऊपर हैं … तो उनको पता ही नहीं चलेगा और दूसरे किसी को पता चलने का सवाल ही नहीं है.
जिया दीदी- मैंने सोचा नहीं था कि 18 साल के होते ही तुम में इतनी हिम्मत आ जाएगी.
मैं- कल आप चली जाओगी, आज की रात ही मेरे पास अपनी इस जवानी की आग को बुझाने के लिए हो … और दी आप ही मेरी मदद कर सकती हो मेरी इच्छा पूरी कर दो प्लीज़.
मेरी बात से जिया दीदी एकदम सोच में पड़ गईं.
आज तक कभी भी जिया दीदी ने मुझे राखी तो नहीं बांधी थी लेकिन जिया दीदी मुझे अपना छोटा भाई और बेस्ट फ्रेंड मानती हैं.
अब वो शादीशुदा हैं, तो इस वजह जिया दीदी को मनाना बहुत मुश्किल था.
लेकिन मैंने भी ठान लिया था कि हर एक मुमकिन कोशिश करूंगा. क्योंकि आज मेरा बर्थ-डे है तो वो ज्यादा नाराज़ नहीं होंगी.
जिया दीदी- इस उम्र सेक्स करने का बहुत मन करता है, ये मैं समझ सकती हूँ. लेकिन मैं तुम्हारी मदद नहीं कर सकती. तुम अब कोई गर्लफ्रेंड बना लो या तुम अपनी प्यास कॉल गर्ल के जरिए बुझा लो.
मैं- दी, मैं आपके साथ ही अपना पहला सेक्स अनुभव करना चाहता हूं.
अब मैं इमोशनल होकर जिया दीदी के पैर पकड़कर गुजारिश करने लगा. दीदी को मनाने का यही एक जरिया था.
आखिर में जिया दीदी मेरी बात मान गईं. मुझे लगा मैंने मानो कोई बड़ी जंग जीत ली हो.
जिया दीदी- क्या कर रहे हो … मेरे पैर छोड़.
मैं- प्लीज़ दी एक बार.
जिया दीदी- मेरे पैर छोड़.
मैं- प्लीज दी.
जिया दीदी- ठीक है बाबा, मगर मेरे पैर तो छोड़.
जिया दीदी की हां से मैं एकदम खुश हो गया और तुरंत दी के पैर छोड़ दिए.
मैं जिया दीदी की ओर वासना से देखने लगा. उनके मम्मे मुझे अब अपनी दौलत दिख रहे थे.
मैंने दीदी के चुचे देखते हुए कहा- थैंक्यू दी.
जिया दीदी- यह पहली और आखिरी बार होगा … और कभी भी किसी को बताना मत.
मैं- मेरा वादा है, कभी किसी को पता नहीं चलेगा.
मैं दीदी की चूचियों को देखने लगा.
जिया दीदी वासना भरी आवाज में बोलीं- अब किस बात का इंतजार है!
इस समय में बहुत खुश था आखिर मेरी इच्छा पूरी होने वाली थी. जिया दीदी की चुत मिलने वाली थी.
आखिरकार जिया दीदी के ऊपर चढ़ने का मौका मिलने वाला था.
जिया दीदी बॉडी के मामले में एकदम फिट हैं और उनका फिगर भी एकदम परफेक्ट है. मैं उनके जिस्म के हर कटाव को देखते हुए यही सोच रहा था.
मैं- दी एक सवाल पूछ लूं?
जिया दीदी- आज की रात तुम्हारी है.
मैं- आपका फिगर साईज क्या है?
जिया दीदी मुस्कुरा दीं- क्यों?
मैं- बताओ ना दी.
जिया दीदी- मेरी साइज़ 34-26-34 की है.
मैं- आपके ब्रा का साईज.
जिया दीदी अपने मम्मे आगे करती हुई बोलीं- तुम्हारे सामने बैठी हूँ … अंदाज लगा न!
मैं- 34B होगी.
जिया दीदी- मानना पड़ेगा … तुमने एकदम सही पहचाना.
मैं- आपकी परमिशन हो तो आज की हसीन रात की शुरुआत में आपके साथ डांस करके करना चाहूँगा.
जिया दीदी- अभी डांस करना चाहते हो!
मैं- मैं आज की रात को सबसे खास रात बनाना चाहता हूं.
जिया दीदी- मतबल आज की रात तुम अपनी दी को गर्लफ्रेंड बनाना चाहते हो!
मैं- नहीं.
जिया दीदी- तो!
मैं- आज की रात आपको बीवी बनाना चाहता हूं.
जिया दीदी- बीवी तो मैं किसी और की हूँ.
मैं- आज की रात आप मेरी हो.
मैं ये कह कर बेड से उतर कर नीचे खड़ा हो गया और अपने इस नए फोन पर रोमांटिक म्यूजिक शुरू कर दिया.
मैंने जिया दीदी को अपने पास आने का इशारा किया तो वो खड़ी होकर मेरे पास आ गईं.
मैंने अपना एक हाथ जिया दीदी के हाथ में रखा और दूसरा हाथ जिया दी की सेक्सी कमर पर रख दिया.
जिया दीदी ने अपना हाथ मेरे कंधे पर रख दिया. हम दोनों ने डांस शुरू कर दिया.
मैं- आज मेरा स्पेशल बर्थ-डे होगा.
जिया दीदी- होगा ही ना … जो तेरी इच्छा पूरी होने जा रही है.
मैं- थैंक्यू दी, आपने मेरा साथ दिया.
जिया दीदी- ये तो तुम थे … अगर ऐसी बात किसी और ने की होती तो उसके गाल पर मैं तमाचा जड़ देती.
मैं- वैसे इस समय आप बहुत सेक्सी लग रही हो.
जिया दीदी- मैं हमेशा ऐसी ही दिखती हूँ.
हम दोनों अब डांस में मशगूल थे और मेरी तरह अब जिया दीदी भी खुश नजर आ रही थीं.
हम दोनों डांस करते हुए बातचीत कर रहे थे.
तभी मैंने हिम्मत करके दी की कमर पर रखा हुआ हाथ नीचे को बढ़ा दिया और जिया दीदी की मदमस्त मखमल जैसी गांड पर रख दिया.
जिया दीदी कुछ नहीं बोलीं तो मेरी हिम्मत बढ़ गई. मैं अपने हाथ को जिया दीदी गांड पर हाथ घुमाने लगा.
दीदी हल्की सी सेक्सी स्माइल करने लगीं.
जिया दीदी- मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि जिसे मैं छोटा भाई समझती हूँ वो आज मेरे साथ रोमांस करेगा.
मैं- रोमांस नहीं दी, आज तो बहुत कुछ करूंगा. वैसे मैं तो यह सपना पिछले दो सालों से देख रहा हूँ. आज ये मेरा नसीब है कि मुझे आपकी चुदाई करने का मौका मिल रहा है.
जिया दीदी- चुप बेशर्म, कुछ भी बोल देता है.
मैं- इसमें मैंने क्या गलत बोला दी … आज मैं आपकी ऐसी चुदाई करूंगा कि आप ही बोलोगी कि मैं जीजाजी से अच्छी चुदाई करता हूँ.
जिया दीदी- हम्म … वो तो आगे पता चलेगा.
मैं- वैसे जीजाजी का हथियार छोटा है या बड़ा!
जिया दीदी- मीडियम.
मैं- मैंने अपने हथियार को अच्छे से संभाला है और बड़ा किया है. ये आज आपको पूरा मजा देगा और आज आपकी रही सही जरूरत भी पूरी हो जाएगी.
जिया दीदी- मेरी सेक्स लाईफ अच्छी चल रही है … मुझे नहीं, तुम्हें जरूरत है. आज तुम्हारा बर्थ-डे था … इसलिए सोचा कि तुम्हें आज मजा दे देती हूँ ताकि तुम्हारी जिंदगी खुशी पूर्वक आगे बढ़े.
दीदी ज्ञान पेल रही थीं और मुझसे ज्यादा इंतजार नहीं हो रहा था.
मैंने बातचीत बंद की और स्माइल करके जिया दीदी के होंठों पर किस कर दिया.
जिया दीदी के होंठों को चूमते ही मुझे एक अलग सा जोश आ गया.
आज मैं अपने मामा की लड़की के साथ पहली बार रोमांस का मजा ले रहा था.
मैं जिया दीदी के गुलाबी होंठों को चूमने लगा जिसमें जिया दीदी भी मेरा साथ देने लगी थीं.
आज जीजाजी के बदले मैं अपनी जिया दीदी के गुलाबी होंठों को चूम रहा था.
मुझे इस बात का अहसास बेहद सनसनी दे रहा था … और शायद दीदी को अहसास मजा देने लगा था.
कुछ ही पलों बाद हम दोनों मदहोश होकर किस करने लगे.
मैं उत्तेजित होकर जिया दीदी की गांड पर तेज तेज हाथ घुमाने लगा था क्योंकि वहां से हाथ मुझे अपना हाथ हटाने का मन ही नहीं कर रहा था.
दूसरी ओर जिया दीदी का बदन मेरे बदन से रगड़ रहा था जिस वजह से जिया दीदी मखमल जैसे बूब्स मुझे गर्म कर रहे थे और मेरी जवानी की तपिश बढ़ती जा रही थी.
एक मिनट तक बिना रुके हम दोनों हीरो-हीरोइन की तरह किस करते रहे. जब ये किस टूटा तो हम दोनों एक-दूसरे को देखकर स्माइल करने लगे.
दीदी ने वापस मेरे होंठों में होंठ लगा दिए और हम दोनों फिर से किस करने लगे.
जिया दीदी के साथ मेरे रोमांस का सफर शुरू हो चुका था.
आज मैं मन बना लिया था कि जिया दीदी को पूरे जोश से रगड़ रगड़ कर चोदूंगा जितना जीजाजी भी जिया दीदी को नहीं चोदते होंगे.
जिया दीदी के होंठों को चूमते हुए मैं अपना होश खो बैठा था और एक तरह से मैं अपनी जिया दीदी के होंठों से चूसा जा रहा था, न कि मैं दीदी को चूम चूस रहा था.
मैं उनकी बांहों में था … न कि वो मेरी बांहों में थीं.
इसी तरह से हम दोनों पांच मिनट तक किस करते रहे.
दीदी ने मुझे छोड़ा तो इस अहसास से वो भी लजा गईं कि वो मुझे कितनी बेताबी से चूम चूस रही थीं.
मैंने अब तक सेक्स या किसी लड़की के साथ रोमांस नहीं किया था लेकिन ब्लू फिल्में और पोर्न वीडियो बहुत देखी थीं तो जिया दीदी को कैसे गर्म करना है, वो मैं अच्छी तरह जानता था.
जिया दीदी भी मेरी तरह उत्तेजित तो हो चुकी थीं मगर मुझे अभी उनको और ज्यादा गर्म करना था ताकि जिया दीदी की मैं अच्छे से चुदाई कर सकूं.
जब हम दोनों किस करते हुए रुक गए और दीदी सेक्सी स्माईल देने लगीं.
तभी मैंने जिया दीदी को घुमा कर पीछे से उन्हें अपनी बांहों में जकड़ लिया.
मेरा लंड भी टाइट हो गया था और तनकर लोवर में तंबू बन चुका था. मेरा कड़क लंड जिया दीदी की गांड को रगड़ रहा था. जिसे जिया दीदी अच्छी तरह से महसूस कर रही थीं. ये सब उनकी स्माइल बता रही थी.
मैंने पहल की और सबसे पहले जिया दीदी की गर्दन पर किस किया.
उनकी गर्दन को चूमते हुए जिया दीदी के मखमल जैसे मम्मों को हल्के से टच किए और धीमे से सहलाने लगा, जिस वजह से जिया दीदी मदहोश होने लगीं.
जिया दी के मम्मों को सहलाने से मेरी उत्तेजना और ज्यादा बढ़ गई और मेरी जिया दीदी को चोदने की तलब ओर ज्यादा बढ़ गई.
मैं- दीदी, जीजाजी इनसे बहुत खेलते होगें!
जिया दीदी मदहोशी में- हम्म.
मैं- मैं न जाने कब से आपके इन बाल्स से खेलना चाहता था.
जिया दीदी- तुम जितना शरीफ दिखते हो … उससे ज्यादा बेशर्म हो चुके हो. अब मेरी टी-शर्ट हटा.
ये कह कर दीदी ने चुदाई का खेल शुरू करने की हरी झंडी से दी थी.
अगले भाग में मैं अपनी हॉट दीदी सेक्स कहानी को आगे लिखूंगा. आप मेल कीजिएगा.
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हॉट दीदी सेक्स कहानी का अगला भाग: बर्थडे पर स्पेशल गिफ्ट दीदी की चूत- 3
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