प्यारी बहनिया चुद गई-1

नितिन गर्ग 2014-06-29 Comments

मेरा नाम नितिन गर्ग है, मैं पानीपत हरयाणा का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 22 वर्ष है।
यह कहानी मेरे और मेरे चाचा जी की लड़की की है। मेरे चाचा जी की लड़की का नाम रीना है। उसकी उमर 21 वर्ष है।
यह कहानी 2 साल पहले से शुरु होती है, हम दोनों एक ही कॉलेज में पढ़ते थे, वो बीकॉम के आखिरी साल में है और मैं भी उसी की क्लास में हूँ।
हम दोनों बचपन से ही अच्छे दोस्तों की तरह रहते हैं। हमारे घर में मेरे मम्मी-पापा, मेरी छोटी बहन गुड्डू है जो बारहवीं कक्षा में है और मेरे चाचा-चाची और रीना और उसकी छोटी बहन खुशी रहते हैं।
हम दोनों कॉलेज में एक साथ ही जाया करते थे। वो मेरी बाइक के पीछे बैठा करती थी। वो बिल्कुल मुझसे चिपक कर बैठा करती थी।
हमारे कॉलेज में किसी को भी नहीं पता था कि हम दोनों भाई-बहन हैं। तो हम दोनों हमेंशा सबको बोलते थे कि ये मेरी गर्ल-फ्रेंड है और मैं उसका ब्वॉय-फ्रेण्ड।
सभी कॉलेज के लड़के मुझसे जलते थे, क्योंकि सभी रीना को अपनी गर्ल-फ्रेंड बनाना चाहते थे। रीना देखने में बहुत ही सेक्सी थी, उसकी फिगर साइज़ 34-36-34 था।
हम दोनों कैंटीन में एक साथ खाना खाते थे। कॉलेज के सभी टीचर्स भी हमें बोलते थे कि तुम्हारी जोड़ी बहुत बढ़िया लगती है। कॉलेज में यूथ-फेस्टिवल का प्रोग्राम था, तो उसमें टीचर्स ने डान्स करने के लिए हमारा नाम भी डाल दिया।
मैंने तो डान्स करने के लिए मना कर दिया था, क्योंकि मैं डान्स में थोड़ा सा कच्चा हूँ, पर रीना को पता नहीं क्या हुआ, वो मान गई।
मैं रीना को मना कर नहीं सकता था, तो मैंने भी हाँ कर दी।
रीना मुझे घर में डान्स सिखाने लग गई।
रीना को सीखाते हुए दो दिन हो चुके थे, वो बार-बार बोलती थी, हमें कुछ ऐसा करना है कि हम ही विनर बनें और मैं भी हाँ कर देता था।
रीना के साथ डान्स सीखते हुए मुझे बहुत मज़ा आने लग गया था, मेरा बहुत अच्छा टाइम-पास होने लग गया था, मैंने रीना को कभी ग़लत नज़रों से नहीं देखा था।
रीना ने आज मुझे एक नया स्टेप सिखाना था, इसमें मुझे उसे चूचों के नीचे से पकड़ कर घूमना था।
जब मैंने सुना तो मैंने मना कर दिया, तो उसने मुझे समझाया कि इसमें क्या बात हो गई, इसमें क्या ग़लत है? ये सब तो आज कल चलता ही है।
तो मैंने हामी भर दी।
उसने नाइट सूट पहना हुआ था, क्योंकि हम दोनों रात को ही प्रैक्टिस करते थे। उसका सिल्की नाइट सूट को टच करते ही मेरे शरीर में एक सिहरन सी दौड़ पड़ी।
फिर मैंने अपने आप को संभाला और पहले उसके पेट पर हाथ लगाया और अपने आप को कंट्रोल किया। वो मेरी गरम सांसों को महसूस कर सकती थी।
वो मेरे साथ चिपकी हुई खड़ी थी। मैंने उसके चूचों पर सीधा हाथ रख दिया और ज़ोर से पकड़ कर उसे उठाने ही लगा था कि वो चिल्लाई, “हटा हाथ… क्या कर रहा है..!”
मैंने उसके चूचों को पहली बार छुआ था, मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मुझे क्या करना है।
तो उसने मेरे हाथ पकड़े और अपने चूचों के नीचे रखवाए और बोली- यहाँ से पकड़ना है बेवकूफ़…! और मुझे ऊपर उठा कर घूमना है। ओके.. समझ गया न…!
मेरा लण्ड उसके कूल्हों के स्पर्श से खड़ा हो चुका था, मुझे भी नहीं समझ आ रहा था कि आज यह क्या हो रहा है।
मेरा लण्ड का स्पर्श का अहसास उसे भी हो चुका था इसलिए वो भी अटपटा महसूस कर रही थी, पर उसने मुझे शो नहीं होने दिया कि उसे ऐसा कुछ लग रहा है।
मैंने 3-4 बार में सही किया, वो बहुत खुश थी और उसने मुझे प्यार से मेरे चेहरे पर चूमा और बोली- लव यू भैया..!
और मैंने भी उसे स्माइल दी और बोला- नेक्स्ट टाइम, पहली बार में ही सही करूँगा।
फेस्ट का दिन आने ही वाला था और उसके ऊपर बर्डन बढ़ता ही जा रहा था।
अगले दिन हमने पहले पिछले डान्स की प्रैक्टिस की और फिर आगे की तैयारी शुरु कर दी। आज मुझे उसको पीछे कूल्हों पर से पकड़ कर ऊपर उठाना था, जो हमारे डान्स का अन्तिम स्टेप था।
यह स्टेप करने से पहले हम दोनों को गले मिलना था और मेरे गले मिलते ही मेरे लण्ड का स्पर्श उसकी चूत पर हो गया, उसको भी थोड़ा अजीब लगा।
वो बोली- कंट्रोल कर..!
यह बात सुन कर मैं उससे दूर हो गया। मुझे बहुत शर्म आ रही थी क्योंकि वो मेरी चाचा जी की लड़की है।
मैंने उसे बोल दिया- मुझसे नहीं होगा यह डान्स..!
तो वो बोली- भाई प्लीज़ ऐसा मत बोल..!
और मेरे पास बैठ गई और बोली- अब तो कर ले, पर प्लीज़ स्टेज पर कंट्रोल कर लियो..!
मैंने भी हामी भर दी और लग गया प्रैक्टिस करने, वो बहुत खुश थी।
मैंने उसको उसके कूल्हे पर से पकड़ लिया तो वो बड़े प्यार से बोली- नीचे से पकड़ न..!
और मैंने और नीचे से पकड़ कर उठाया तो उसके चूचे बिल्कुल मेरे मुँह के सामने थे।
मैं उनकी खुशबू महसूस कर सकता था।
तभी उसने मुझे कोहनी मारी- बस उठा कर भागेगा क्या… नीचे उतार दे अब तो..!
मैंने उसे नीचे उतार दिया और हम अपने अपने कमरे में सोने के लिए चले गए।
अगले ही दिन कॉलेज में हमारा डान्स था और सुबह हुई तो मैं अपने दोस्तों के साथ घूमने चला गया।
रीना मेरा घर पर इन्तज़ार करती रही, मैं रात को घर आया, वो मुझ पर बहुत गुस्सा थी, वो मुझसे ढंग से बात भी नहीं कर रही थी।
मैं भी सोने चला गया, पर मुझे नींद नहीं आ रही थी, तो मैं रात को 12 बजे उसके कमरे में चला गया।
वो बहुत सुंदर लग रही थी, मैंने उसको उठाया- उठ जा… अब सारा गुस्सा आज ही निकालना है, थोड़ा बाद के लिए भी रख ले…!
वो मुझे देख कर चौंक गई और बोली- इतनी रात को तू यहाँ पर क्या कर रहा है?
मैंने बोला- प्रैक्टिस नहीं करनी तूने?
तो वो खुश हो गई और बोली- भाई इतनी अच्छी नींद आई हुई थी, सपनो में हमने अवॉर्ड भी जीत लिया था।
तो मैंने उसे समझाया- सपनों में नहीं, हम सच में जीतेंगे।
और प्रैक्टिस शुरू कर दी।
मैंने जीन्स पहनी हुई थी तो मुझसे सही से घूमा नहीं जा रहा था, तो वो बोली- भैया चेंज कर लो।
मैंने चेंज करने जाने लगा, तो वो बोली- भैया दस मिनट की ही तो प्रैक्टिस करनी है, विदाउट जीन्स कर लो।
मैंने जीन्स उतार दी और मैंने डान्स शुरु कर दिया। मेरे अंडरवियर में से उसे मेरे लण्ड की लम्बाई साफ़ दिख रही थी और उसकी भी आँखें नींद से खुलने लग गई थीं।
जब मैंने उसको चूचों से पकड़ कर उठाया, तो मेरे हाथ उसको चूचों को अपने आप मसले जा रहे थे। उसने ब्रा नहीं पहनी हुई थी। मेरा मन कर रहा था कि आज बस मसलता रहूँ… पता नहीं मुझे क्या हो गया था।
जब मैं उसको पीछे से उठाने लगा, तो मेरा लण्ड अंडरवियर से बाहर आने को हो रहा था।
उसकी चूत पर मेरा लण्ड डान्स के नए-नए स्टेप कर रहा था।
जब मैंने उसको पीछे से हाथ लगाया तो पता लगा कि उसने पैन्टी नहीं पहनी है।
तो मैंने उससे पूछ ही लिया- आज तुम्हें टच करने से कुछ अलग सा लग रहा है।
तो वो हँस कर मुझे टालने लगी।
मैंने दोबारा पूछा, तो उसने बताया- आज मैंने ब्रा और पैन्टी नहीं पहनी क्योंकि मुझे रात को पहनना अच्छा नहीं लगता।
और रीना ने मुझसे भी शरमाते हुए पूछ लिया- आज तुम्हें क्या हुआ है?
मैंने बोला- मैं कुछ समझा नहीं?
तो उसने मेरे लण्ड की तरफ़ इशारा करते हुए पूछा, तो मैंने बोला- ये तो ऐसे ही रहता बस तुम्हें जीन्स के अन्दर से दिखता नहीं है।
कहानी जारी रहेगी।
मुझे आप अपने विचार यहाँ मेल करें।
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top