छोटी बहन ने सुहागरात मनवाई मुझसे अपनी बर्थडे पर
(Chhoti Bahan Ne Suhagrat Manwai Mujhse Apni Birthday Par)
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार!
यहाँ मैं यह पहली कहानी लिख रहा हूँ। कहानी का भाषा थोड़ा अलग है, बिहार की तरफ का…
मेरा नाम राजीव है, मैं संयुक्त परिवार में रहता हूं, मेरे परिवार में सब कोई बहुत मिलजुल कर रहते हैं।
मेरे अंकल की एक लड़की है, उसका नाम नेहा है, देखने में वो बहुत खूबसूरत है।
वह मुझसे एक साल छोटी है, हम दोनों एक ही स्कूल में पढाई करते हैं, दोनों साथ में आते जाते हैं। हम दोनों के बीच बहुत ज्यादा प्यार है।
उसको घर वाले बहुत प्यार करते हैं, उसकी सब मांग पूरी करते हैं।
यह कहानी 3 महीने पहले की है, नेहा का बर्थडे था, घर में उसके बर्थडे पार्टी की तैयारी चल रही थी, हम अपनी छोटी बहन से पूछे- बर्थडे गिफ्ट क्या चाहिए?
वो बोली- अभी नही बतायेंगे।
मैं बहुत पूछे पर वो नहीं बताई और फिर बोली- भैया रात में बताएँगे।
हम बोले- रात में हम कहाँ से लाएंगे?
तो नेहा बोली- आप रात में ही दे सकते हैं।
हम बोले- ठीक है।
हम सोच रहे थे कि क्या गिफ्ट लेगी रात में… हमको कुछ समझ में नही आया।
फिर रात हो गई, सब कोई बर्थडे मनाने लगे, नेहा बहुत अच्छी लग रही थी, लहँगा पहनी थी।
नेहा ने केक काटी और सबको खिलाया, सब कोई उसको गिफ्ट दिया, हम ही नहीं दिए थे, हम फिर पूछे- क्या गिफ्ट चाहिये?
बोली- भैया रूम में आना, तब बताएँगे।
हम बोले- ओके!
फिर सब कोई खाना खाए और सब अपना अपना रूम सोने चले गए, नेहा भी अपना रूम चले गई।
हम दोनों का रूम सबसे ऊपरी फ्लोर पर है।
हम थोड़े देर बाद नेहा के पास गया- अब बोलो, क्या गिफ्ट चाहिए?
नेहा बोली- पहले आप प्रोमिस कीजिये कि आप देंगे।
हम बोले- बोलो… जरूर देंगे। प्रोमिस करते है।
फिर वो मेरा हाथ पकड़ी और अपना सर पर रख कर बोली- भैया, अब बोलिये देंगे?
‘हां नेहा, तुम तुम ही तो एक मात्र बहन हो! जरूर मिलेगा।’
बोली- फिर ठीक है।
‘अब बोलो जल्दी से?’
वो कुछ देर तक सोची फिर बोली- भैया आप हमको चाहिए, मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ और आपके साथ सुहागरात मनाना चाहती हूँ।
उसकी यह बात सुन कर मेरा दिमाग काम करना बंद कर दिया, हम क्या बोलें, नहीं बोले… समझ में नहीं आ रहा था।
फिर हम बोले- पागल हो गई हो? क्या बक रही हो?
वो बोली- भैया आप प्रोमिस किये हैं। और सर पर हाथ रख कर बोले हैं कि जो चाहिए वो मिलेगा। हमको यही चाहिए।
हम उसको बहुत समझाया लेकिन नहीं मानी, वो बहुत जिद्दी है। हम उसको नाराज नहीं करना चाहते थे तो फिर हम बोल दिए- ठीक है नेहा, तुम्हरी ख़ुशी के लिए कुछ भी करेंगे।
इतना सुनते ही मेरी छोटी बहन मुझे लिपट गई और बोली- आप दुनिया के सबसे अच्छे भाई हो… आई लव यू भैया!
फिर बोली- भैया, ये कपड़ा लीजिये और आधा घंटा में तैयार हो के आइये।
हम चले गए तैयार होने!
हम अंदर से खुश हो रहे थे क्योंकि हम भी पहले कभी चुदाई नहीं किया था।
फिर हम तैयार हो के नेहा के रूम आया तो नेहा बेड पर एकदम दुल्हन की तरह घूंघट लिए हुई बैठी थी।
हम रूम को बंद किये और बेड पर आ के बैठ गए और घूंघट उठाने लगा।
नेहा हाथ पकड़ लिया, बोली- भैया, आप हमेशा मेरे साथ रहिएगा ना?
हम बोले- हाँ छोटी!
फिर उसका घूंघट उठा दिए, वो आँख बंद किये हुई थी। मैं माथे पर एक किश किया और हम आई लव यू बोला।
वो भी ‘टू यू…’ बोली।
फिर हम उसके होठों पर किश करने लगे, वो भी पूरे जोश के साथ कर रही थी।
ऐसे ही 10 मिनट तक करता रहा और एक हाथ उसके ब्लाउज में डाल कर चुची दबा रहा था, उसके मुंह से ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…ऊ…’ निकल रही थी।
फिर हम उसका उसका कपड़ा खोल दिया, अब वो सिर्फ ब्रा और पेंटी में था, दोनों लाल कलर का था।
हम पहली बार किसी लड़की को इस तरह देख रहा था, हम ऊपर से ही चुची को चूमने लगा फिर उसका ब्रा खोल दिया। अब उसकी चुची मेरे आँखों के सामने था जो अमरुद के आकार का था। हम उस पर मुँह लगा के चूसने लगा, नेहा और जोर जोर से आहें भरने लगी।
अब हम उसके नाभि को चूमने लगा, वो मदहोश हो गई, अब हम पेंटी भी उतार कर फेंक दिया। अब चूत मेरे आँखों के सामने था एकदम पिंक कलर का… उसमें छोटे छोटे रेश्मी बाल था, उसके चूत से पानी टपक रहा था।
हम उस पर एक चुम्बन ले लिया, उसके शरीर में करंट दौड़ गया, हम उसके शरीर के हर जगह किश किया।
फिर वो भी मेरा पूरा कपड़ा उतार दिया, हम दोनों बिल्कुल नंगी हो गए। नेहा मेरा लंड देख कर बोली- बाप रे कितना मोटा है!
और उससे खेलने लगी और उस पर एक किश किया।
फिर हम उसको मुँह में लेने के लिए बोले तो बोली- नही लेंगे!
बहुत कहने पर लिया और चूसने लगी जिससे मेरा लंड रॉड जैसा टाइट हो गया।
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हम कुछ देर बाद उसके मुँह में झर गया, नेहा को उलटी जैसा हो गया था।
फिर हम उसको लेटा दिया और चूत को चाटने लगा, वो एकदम पागल हो गई, उसके मुँह से आह आह ऊह ऊह उ ऊ ऊ ऊ जोर से निकल रही थी।
उसके चूत में जब उंगली डालते थे तो वो और बेचैन हो जाती थी।
वो मेरे मुंह में ही दो बार झर चुकी थी, उसके सारे चूत का रस हम पी लिया, बहुत मजा आ रहा था।
वो हाथ से मेरे लंड को आगे पीछे कर रही थी, मेरा लंड फिर से टाइट हो गया था, नेहा पूरी गर्म हो गई थी, नेहा बोलने लगी- भैया, अब अपनी बहन को मत तड़पाओ, लंड मेरे चूत में डाल कर चोद दो हमें!
हम भी ज्यादा नही तड़पाते हुए अपनी प्यारी बहन के दोनों पैर के बीच आ गया, पैर को फैलाया और उसके कमर के नीचे तकिया रख दिया।
नेहा बोली- भैया, उस पर टॉवल रख दीजिए, नहीं तो गन्दा हो जायेगी।
हम बोले- मेरे बहन तो बहुत तेज हो गई है।
नेहा स्माइल दे दी।
फिर हम अपने लंड को चूत पर रगड़ने लगा, नेहा तो पागल जैसा करने लगी।
नेहा की चूत का छेद बहुत छोटा था और टाइट था।
अब हम अपना लंड को चूत के छेद पर रख कर लंड को अंदर ठेलने लगा, लंड थोड़ा भी अंदर नहीं जा रहा था और फिसल जा रहा था।
नेहा को दर्द हो रहा था, वो ऊपर खिसक जा रही थी, उसका मुँह भी पूरा लाल हो गया था।
फिर नेहा बोली- ये लो वेसलीन भैया!
फिर हम वेसलीन को लंड और नेहा के चूत पर लगाया, हम लंड को चूत के छेद पर रखा, नेहा भी अपने दोनों हाथ से चूत को फ़ैलाया और हम नेहा के मुंह को जोर से दबाया और एक जोर का झटका दिया।
लंड का टोपा अंदर चला गया, नेहा का चीख बाहर नहीं आ सका। नेहा को बहुत दर्द हो रहा था, आँख से आँसू निकलने लगा। उसी बीच हम दो और जोर का झटका मारा, पूरा लंड चूत को फाड़ते हुए बच्चेदानी तक पहुंच गया।
नेहा का तो हालत खराब हो गई थी, वो सर पटक रही थी और रो रही थी, लंड निकलने के लिए बोल रही थी।
हम बोले- बस थोड़ा देर सब ठीक हो जायेगी।
उसकी सील टूट चुकी थी और बुर से खून निकल रहा था। नेहा कैसे इतना दर्द सहन कर ली।
हम कुछ देर तक ऐसे ही रहे और उसका चुची दबा रहे थे और किश कर रहे थे।
जब दर्द कम हुआ तो धीरे धीरे लंड को आगे पीछे करने लगा, उसका चीख अब आहों में बदलने लगा, नेहा भी अब कमर उठा उठा कर चुदने लगी, उसके मुह से आहं आहं आहं उ उ ऊ ऊ निकल रही थी, उसे मजा आने लगा था।
अब हम भी अपना स्पीड बढ़ा दिया, नेहा अजीब बातें बोलने लगी थी, बोल रही थी- आज अपनी बहन की चूत की भोसड़ा कर दो।
और आहें भर रही थी।
हम दोनों जन्नत में थे।
ऐसे ही 10 मिनट तक चुदाई की पच पच की आवाज से पूरा रूम गूंज रही थी।
कुछ देर बाद देखा कि नेहा का शरीर अकड़ने लगा और उसकी साँसें और धड़कन तेज हो गई और हमको जोर से पकड़ लिया, हम समझ गये कि नेहा अब झरने वाली है, हम भी अपना स्पीड और बढ़ा दिया और जोर जोर से धक्का लगाने लगा।
हम नेहा से बोले- मेरा गिरने वाला है।
नेहा बोली- भैया अंदर ही गिरा दीजिये।
कुछ देर बाद हम दोनों साथ में ही झर गए, अपना सारा गर्म गर्म माल हम बहन की चूत में ही गिरा दिए।
नेहा के आँखों पर अलग ही ख़ुशी थी।
हम दोनों बेहोश जैसा ऐसे ही पड़े रहे।
कुछ देर आराम करने के बाद नेहा बोली- भैया उठिये।
फिर हम उठे तो देखा कि टॉवल पर बहुत खून था।
फिर नेहा अपनी बुर देखी तो उसमें पूरा खून लगा था और उससे माल निकल रहा था और टॉवल पर भी बहुत खून था तो नेहा बोली- भैया, अब हम कुंवारी नहीं रहे, मेरी सील टूट गई, वो भी हमारा भाई ने तोड़ा।
नेहा बहुत खुश थी और बोली- थैंक्यू भैया!
फिर हम दोनों बाथरूम जाने लगे, नेहा से उठा नहीं जा रहा था, फिर हम सहारा दे कर उठाया और बाथरूम ले गया। उसके चूत को साफ किया और अपने लंड को भी!
फिर नेहा को ला के बेड पर लिटा दिया और अपना रूम जाने लगा तो नेहा हाथ पकड़ ली, बोली- कहाँ जा रहे हैं हमको छोड़ कर भैया?
बोली- भैया, आज रात यहीं सो जाईये।
हम बोले- कोई देख लेंगे तो?
बोली- आप 4 बजे उठकर अपना रूम चले जाईयेगा।
फिर हम उसके साथ सोने लगे, नेहा हमको पूरा पकड़ ली और लिप किश करने लगी, हम भी करने लगे। हम दोनों पूरा नंगी थे ही! नेहा बोली- भैया एक बार और चोद दीजिये हमें!
हम बोले- ठीक है छोटी, आज पूरे रात तुमको चोद कर चूत की भोसड़ा कर देंगे।
वो हँसने लगी।
उस रात हमने अपनी छोटी चचेरी बहन को 3 बार चोद दिया। फिर हम 4 बजे अपना रूम चला गया।
सुबह नेहा बोली- भैया, दर्द का दवाई और आई पिल ला के दे दो!
उससे अच्छा से चला नहीं जा रहा था।
घर में पूछा तो बोली- रात में बाथरूम में गिर गई थी।
अंकल बोले- जाओ, जल्दी से दवाई ला के दो नेहा को!
हम जल्दी से दवाई ला के दे दिया।
नेहा हमको देख हंस रही थी। अब हम दोनों रोज एक बार चुदाई जरूर करते हैं।
नेहा गर्भनिरोधक दवाई खाती है। हम दोनों बहुत खुश हैं।
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