भाई बहन की चुदाई स्टोरी
(Bhai Behan Ki Chudai Story)
भाई बहन की चुदाई की यह स्टोरी मेरी पहली चुदाई की है कि किस तरह मैंने अपने सगे भाई को अपना बदन दिखा कर उसकी कामुकता जगा कर अपनी बुर की चुदाई करवाई!
मेरा नाम प्रमिला है, मैं 33 साल की एक खूबसूरत, जवान, हॉट, सेक्सी महिला हूँ। मेरी शादी को दस साल हो चुके हैं। मेरा एक बेटा भी है 3 साल का.. मेरे पति का नाम राज, वे 37 साल के हैं। मेरे ससुराल में हम 5 लोग हैं, जिनमें मेरे ससुर, मेरे पति, मैं, मेरा एक देवर और मेरा बेटा हैं।
मेरे ससुर करीब 57 साल के हैं और मेरी सासू माँ नहीं हैं। देवर का नाम आदी है.. वो 32 साल का है।
बात आज से 14 साल पहले की है जब मैं 19 साल की थी। मेरे मायके में मैं, मेरे पापा-मम्मी और मेरा एक भाई था। मेरे बड़े भाई का नाम सुदीप था, वो उस समय 21 साल का था और कॉलेज के फाइनल ईयर में था, मैं उस समय कॉलेज के फ़स्ट ईयर में थी।
मेरी एक बेस्ट फ्रेंड थी ज्योति, वो मेरे कॉलेज में मेरे साथ पढ़ती थी। मैं उसे अपनी बहन की तरह मानती थी और वो भी मुझे अपनी बहन की तरह मानती थी। हम दोनों कभी भी एक-दूसरे से कोई बात नहीं छुपाती थी।
उसने मुझे बताया कि उसका एक बॉयफ्रेंड है और उसने अपने भाई के साथ भी सेक्स किया है। मुझे उसकी इस बात पर यकीन नहीं हुआ कि उसने अपने भाई के साथ सेक्स किया है।
वैसे तो मेरे मोहल्ले के सभी लड़के मुझ पर मरते थे। मगर मैं किसी भी लड़के को ज्यादा भाव नहीं देती थी लेकिन ज्योति से अपने भाई के साथ सेक्स करने की बात ने मुझे हिला दिया था।
पता नहीं क्यों.. मेरे अन्दर भी अब वासना की लहरें उठने लगी थीं। मेरा मन भी अब अपने भाई के साथ सेक्स करने के लिए तड़प रहा था क्योंकि मेरे भाई की बॉडी ही ऐसी थी, जिसे देख कर लड़कियां उस पर मर जाती थीं।
वैसे भाई की एक गर्लफ्रेंड भी थी.. मगर मैंने अब पूरा मन बना लिया था कि मुझे मेरे भाई के साथ सेक्स करना है। ज्योति मुझे बताती थी कि उसने अपने भाई के साथ कैसे सेक्स किया। इससे पहले अपने बॉय फ्रेंड के साथ कैसे सेक्स किया और उन सब बातों को सुन कर मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित हो जाती।
मेरे घर में 2 बेडरूम 1 किचन और 1 हॉल है। नीचे 1 बेडरूम, किचन और हॉल है… और ऊपर एक बेडरूम है, जहाँ पर मैं और भाई एक ही रूम में सोते हैं। मेरे पापा और मेरी माँ नीचे के रूम में सोते हैं।
मैंने सोचा कि अगर भाई के साथ सेक्स करना है तो मुझे अपने भाई का ध्यान अपनी तरफ खींचना होगा। इसके लिए मैंने रात को गाउन पहनना स्टार्ट कर दिया। वैसे मेरे चूचे ज्यादा बड़े नहीं थे.. मगर फिर भी ठीक ही थे। उस टाइम मेरा फिगर 32-28-32 का था। मुझे नहीं पता था कि मेरे भाई के साथ सेक्स करने के बाद मेरा फिगर इतना बदल जाएगा।
मैं ज्यादा सजने संवरने लगी और भी ज्यादा सेक्सी देखने लगी.. ताकि मेरा भाई मेरी और आकर्षित हो जाए और मेरे साथ सेक्स करने के लिए तड़पने लगे।
मेरी नाईट ड्रेस मैंने और भी छोटी कर दी मेरी जाँघें भी अब तो दिखने लगी थीं। मैंने देखा कि मेरे भाई का ध्यान भी मेरी ओर हो गया था।
एक रात को मैं सोने का नाटक कर रही थी क्योंकि मुझे अब रात को नींद नहीं आती थी। मुझे अपने बदन पर किसी का हाथ महसूस हुआ.. मैं समझ गई कि ये मेरे भाई का ही हाथ है। वो मेरे मम्मों को मसल रहा था।
मैं खुद इस दिन का इंतजार कितने दिनों से कर रही थी.. मुझे भी मजा आ रहा था। मगर मैं ये दिखाना चाहती थी कि मेरा भाई गलत कर रहा है। मैंने उठ कर अपने भाई से कहा- भैया ये क्या कर रहे हो.. ये सब गलत है!
तो मेरे भाई ने मेरे होंठों पर किस करते हुए कहा- तुम भी तो यही चाहती थी ना?
मैं समझ नहीं पाई कि भाई को ये सब कैसे पता चल गया कि मैं भी यही चाहती थी।
भाई मेरे होंठों को जोर-जोर से चूमने लगा.. मेरे गले पर किस करने लगा, मेरे मम्मों को जोर-जोर से दबाने लगा।
मैं पागल होने लगी क्योंकि ये सब कुछ मेरे साथ पहली बार हो रहा था। मेरे भाई ने मेरी नाईट ड्रेस को उतार दिया और मुझे ब्रा और पेंटी पर कर दिया। इसके बाद मेरे भाई ने मुझे चूमते हुए मेरी ब्रा भी उतार दी और मेरे मम्मों को चूसने लगा। कभी-कभी वो मेरे निप्पल को काट भी लेता.. जिससे मुझे थोड़ा दर्द तो होता मगर मजा भी आता।
भाई ने जैसे ही मेरी नाभि पर किस किया, मैं सिहर उठी.. मुझे बड़ी अजीब सा अहसास हुआ।
भैया समझ गए, उन्होंने कहा- प्रमिला किसी भी लड़की की सबसे नाजुक जगह उसकी नाभि और गर्दन की जगह होती है.. अगर यहाँ पर कोई भी लड़का किसी लड़की को किस करता है या फिर हाथ फेरता है तो लड़की एक मिनट के अन्दर उस उसकी बांहों में आ जाती है।
फिर उसने मेरी पेंटी उतार दी और मेरी बुर को किस करने लगा। वो अपनी जीभ मेरी बुर के अन्दर डाल कर उसे चूसने लगा और मैं पागल होने लगी।
ये सब कुछ मेरे साथ पहली बार हो रहा था। मेरा भाई मेरी बुर को बहुत जोर-जोर से किस करने लगा। पता नहीं मुझे क्या होने लगा मैं पागल होने लगी.. मैंने अपने भाई के सर को जोर से अपनी बुर की ओर दबाया और मुझे एक झटका सा लगा, मेरा पूरा शरीर एकदम ढीला पड़ गया था।
मैंने देखा मेरा भाई मेरी बुर से निकले हुए सफ़ेद रस को चूस रहा था। मुझे भी बहुत मजा आ रहा था। मुझे भाई ने बताया कि ये जो सफ़ेद तुम्हारी बुर से निकला है.. ये तुम्हारी बुर का रस है.. लो तुम भी इसका टेस्ट कर लो कह कर भैया ने मुझे किस किया और मेरी बुर का रस जो उनके मुँह में था, वो मेरे मुँह में दे दिया।
भैया मुझसे कहने लगे कि लो चूस लो अपनी बुर का रस।
मुझे थोड़ा अच्छा तो नहीं लगा मगर बुरा भी नहीं लगा, मैंने उसे पी लिया।
अब भाई ने अपने कपड़े उतारने शुरू किए। मैं अपने भाई की बॉडी देख कर उनसे बहुत इम्प्रेस हो गई क्योंकि भाई जिम भी जाते थे तो उनकी बॉडी बहुत ही मस्त थी।
भाई ने जब अपनी अंडरवियर उतारी तो मैंने पहली बार उनके लहराते हुए लंड को देख था। उसे देख कर मैं खुद हैरान थी कि किसी लड़के का लंड इतना बड़ा होता है क्या?
मेरे भाई ने अपने लंड को मेरे हाथों में दिया और कहा- प्रमिला चूसो इसे.. ये तुम्हारे मुँह में जाने के लिए तड़प रहा है।
मैंने कहा- भैया आपका लंड तो बहुत बड़ा है.. ये मैंने मुँह में कैसे जाएगा?
भैया ने कहा- मुँह में लो तो.. सब चला जाएगा।
मैंने लंड को अपने मुँह में लिया तो वो जा ही नहीं रहा था। उनके लंड का बस ऊपर का हिस्सा ही मेरे मुँह में गया और रुक गया।
भाई ने कहा- क्या हुआ?
मैंने भैया से कहा- भैया सच में आपका लंड बहुत बड़ा है.. ये मेरे मुँह में नहीं जा रहा।
भैया ने कहा- प्रमिला कोशिश करो चला जाएगा।
मैंने कहा- ठीक है भैया मैं कोशिश करती हूँ।
फिर से मैंने भैया के लंड को अपने मुँह में ले लिया। भैया ने मेरे सर को जोर से पकड़ा और एक जोर का झटका मारा मेरे मुँह में भैया का आधा लंड चला गया।
मैं जोर से चिल्लाई मगर मेरी आवाज नहीं निकली क्योंकि मेरे मुँह में भाई का लंड था।
भाई अपने लंड को मेरे मुँह के अन्दर-बाहर करने लगे। थोड़ी देर बाद मुझे भी अच्छा लगने लगा मगर अभी भाई का सिर्फ आधा ही लंड मेरे मुँह में गया था। मैंने देखा भाई का लंड पहले से ज्यादा बड़ा और मोटा होता जा रहा था।
मैंने भाई से पूछा तो भाई ने कहा- प्रमिला तेरे मुँह में जाने के बाद ये और भी बड़ा होना चाहता है.. और चूस मेरे लंड को..
मैं धीरे-धीरे लंड चूसती रही और भाई का लंड देखते ही देखते 7 इंच लम्बा और काफी मोटा हो गया। भाई ने एक बार फिर मेरे पूरे शरीर पर किस किया और मेरी बुर को चूसने लगे।
मैं फिर से पागल होने लगी। भाई ने अपने थूक से मेरी बुर को एकदम गीला कर दिया। फिर भाई ने अपने लंड के ऊपर भी थूक लगा लिया और मेरी बुर के ऊपर अपने लंड को रगड़ने लगे।
मुझे बहुत मजा आ रहा था लेकिन तभी भाई ने अपना लंड मेरी बुर में डालने की कोशिश की.. मगर उनका लंड बहुत बड़ा था तो वो मेरी बुर से फिसल गया।
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उन्होंने फिर से लंड लगाया और जोर से धक्का दे दिया। इस बार उनका लंड मेरी बुर में थोड़ा सा चला गया। मैं जोर से चीखी- उम्म्ह… अहह… हय… याह…
भाई ने मेरा मुँह अपने हाथ से बंद कर दिया, मेरी आँख से आंसू निकल आए। मेरी बुर से खून निकलने लगा था और मुझे बहुत तेज़ दर्द हो रहा था।
मेरे भाई ने मेरे होंठों पर किस करना शुरू कर दिया और बहुत देर तक मुझे किस करते रहे.. मेरे मम्मों को मसलते रहे.. मेरे मम्मों को चूसते भी रहे।
थोड़ी देर बाद जब मैं नार्मल हुई, तब भाई ने कहा- प्रमिला अब दर्द तो नहीं हो रहा?
मैंने कहा- नहीं हो रहा।
भाई ने फिर से अपना लंड मेरी बुर में डाला.. मुझे फिर से दर्द हुआ मगर मैंने थोड़ा सा सहन कर लिया। अब भाई ने जोर का झटका मारा और अपना आधा लंड मेरी बुर में उतार दिया।
मैं जोर से फिर से चीखी- अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह मर गई..
भाई ने मेरा मुँह दबा दिया और फिर से भाई मुझे किस करने लगे। हर बार अब वो ऐसा ही करने लगे। एक बार जोर का झटका मारते और मुझे किस करने लगते। मेरी बुर से अब तक बहुत खून निकल चुका था और मेरा दर्द भी काफी बढ़ गया था।
धीरे-धीरे भैया अपना पूरा लंड मेरी बुर में डाल दिया और धीरे-धीरे अपने लंड को अन्दर-बाहर करने लगे। मुझे मजा आने लगा और भैया को भी मजा आ रहा था। भैया ने पहले भी सेक्स किया था तो उन्हें इतनी प्रॉब्लम नहीं हुई मगर मैं तो अपनी लाइफ में पहली बार सेक्स कर रही थी। मेरा पूरा शरीर काँप रहा था मुझे दर्द भी हो रहा था।
भाई मेरे साथ सेक्स करने में जरा भी नहीं डर रहा था। वो धीरे-धीरे अपना लंड मेरी बुर में अन्दर तक डालने लगा.. मुझे दर्द तो हो रहा था मगर मजा भी आ रहा था।
भैया ने अब अपनी स्पीड बढ़ा दी और अपने लंड को जोर-जोर से और जल्दी-जल्दी अन्दर-बाहर करने लगे। अब मुझे भी मजा आने लगा।
थोड़ी देर बाद भैया बोले- प्रमिला मेरे लंड का रस निकलने वाला है.. तुम बताओ मेरे लंड के रस को मैं किधर निकालूँ?
मैंने कहा- भाई जहाँ आपका मन हो.. वहाँ निकाल दो।
भैया ने कहा- ठीक है।
अब भैया जोर-जोर से मेरी बुर की चुदाई करने लगे। जब वो अंतिम टाइम पर पहुंचे.. तो जोर से चीखते हुए उन्होंने अपना लंड बुर से निकाल कर मेरे मुँह में देते हुए कहा- प्रमिला मेरे लंड का रस बनाने किए मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ती है.. इसे ऐसे ही खराब मत होने देना।
मैंने कहा- ठीक है भैया.. आप जैसा कहोगे मैं वैसा ही करूँगी।
तभी भैया ने अपने लंड की पिचकारी मारते हुए अपने लंड का रस मेरे मुँह में ही छोड़ दिया और मैंने भैया का सारा रस पी लिया। मुझे अच्छा तो नहीं लगा मगर मैं सारा लंड रस पी गई।
भैया अब निढाल होकर मेरे ही ऊपर गिर पड़े.. हम दोनों ऐसे ही सो गए।
रात में हमने 3 बार सेक्स किया और हम सो गए। सुबह जब हम उठे तो भैया ने मुझे किस किया। सुबह तक मेरी बुर पूरी तरह से सूज चुकी थी। मुझे ठीक से खड़े होते भी नहीं बन रहा था, मैं कॉलेज नहीं गई.. तो मेरी फ्रेंड ज्योति शाम को मेरे घर पर आई।
उसने पूछा- आज कॉलेज क्यों नहीं आई? तो मैंने उसे रात की सारी बात बताई.. वो हैरान थी कि मैंने भी ये सब कर लिया।
उस दिन के बाद मेरे भाई ने और मैंने रोज रात को सेक्स किया। यह भाई बहन की चुदाई स्टोरी आगे भी जारी रहेगी।
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