चचेरी भाभी ने मेरे लंड का मजा लिया

(Young Bhabhi Xxx Kahani)

यंग भाभी Xxx कहानी में मेरे संयुक्त परिवार में 4 भाभियां हैं. सबसे छोटी भाभी मेरे साथ चुहलबाजी करती थी. मैं भी समझता था कि भाभी को मेरे लंड की जरूरत है.

यह कहानी सुनें.

मेरा नाम आदर्श है, मैं 25 साल का हूँ.

मेरे परिवार के सभी लोग एक घर में रहते हैं जहाँ पर पापा के बड़े भाई की भी फैमिली साथ रहती है.

घर में 4 भाभियाँ थी, लेकिन मेरी एक छोटी भाभी से ज्यादा बनती थी।
वे भाभी मेरे साथ बहुत ही हँसी मजाक करती थी और कभी कभी तो उनकी बातों से ऐसा लगता मानो कुछ बोलना चाह रही हो।

यह यंग भाभी Xxx कहानी इसी की है.

मैं जब 18 साल का था, तब से ही वे मेरी जवानी का मजा लेना चाहती थी.

लेकिन मैं थोड़ा शर्मीला था और डर भी लगता था कि कहीं भाभी कुछ बोल न दें!

भाभी मुझे काम के बहाने बुलाती और मैं झट से चला जाता क्योंकि मुझे भी उनको देख कर कुछ कुछ होता था.

एक बार भाभी ने मुझे बुलाया, बोली- इधर आओ, मेरे साथ मार्केट चले चलोगे?
मैंने हाँ कर दी.
फिर वे मेरे साथ एक्टिवा पर मार्केट गई, कुछ सामान खरीदा और फिर जब हम वापिस आ रहे थे तब भाभी मेरी पीठ से टच हो रही थी बार बार!

मेरा सामान खड़ा हो गया.
मेरी हालत खराब हो रही थी.

तभी भाभी ने बोला- क्या हुआ? ब्रेकर आये तो धीरे कर लो ना! जब कोई गर्लफ्रैंड बैठेगी, तब करना ऐसा!

मेरा सामान ऐसा सुन कर और टाइट हो गया.
मैं चुप रहा, कुछ नहीं बोला.

फिर एक दिन हम दीवाली की सफाई कर रहे थे.
भाभी को पुताई भी करनी थी.
तो वे मेरे पास आई और बोली- मेरे साथ पुताई करवा दोगे?
मैंने हाँ कर दी.

फिर क्या … एक कमरे में हम दोनों पुताई कर रहे थे.
मैं ब्रश चला रहा था, भाभी खड़ी थी और मेरी मदद कर रही थी.
कमरे में कोई नहीं था और मेरा लोवर में लण्ड खड़ा हुआ अलग ही दिख रहा था.

क्योंकि भाभी पूरी पसीने में भीग चुकी थी तो वे एकदम हॉट लग रही थी और उनके स्तन दिख रहे थे.

मैंने मौके का फायदा उठाया.
मैंने जानबूझ कर अपने लण्ड को देखने दिया भाभी को!

अब भाभी की नजर मेरे खड़े लंड पर पड़ गयी थी.
उनके हाव भाव से पता चल रहा था कि उनको भी कुछ कुछ हो रहा है.

लेकिन मेरी हम्मत नहीं हुई कुछ बोलने की!

भाभी ने मेरे लंड को 2-3 बार अनजान बनते हुए छुआ.
मैं समझ चुका था कि भाभी मेरे साथ मजे लेना चाहती है.
लेकिन उस समय कुछ नहीं हुआ.

फिर एक दिन भाभी आईब्रो बनाने की प्रैक्टिस कर रही थी तो मैं उनके कमरे में गया.
भाभी बोली- इधर आओ, तुम्हारी आइब्रो बनाती हूँ.

मैं बोला- दर्द होगा, रहने दो!
भाभी ने बोला- आराम से करूँगी, आओ तो सही!

उन्होंने मुझे सोफे पर बैठा लिया और धागा मुँह से पकड़ कर मेरे पास बैठ बैठे ही मेरे मुंह के पास आ गई.
भाभी ताजा ताजा नहा कर निकली थी, उनके बालों की महक के साथ उनकी छाती मेरे बदन पर चढ़ गई थी.

मुझे एकदम जोश आ गया और मैंने भाभी की कमर को हाथों से दबा दिया.
भाभी उस दिन बहुत मूड में थी, उन्होंने कुछ नहीं बोला.

तो मेरी हिम्मत और बढ़ गयी.
मैंने धीरे से हाथ को उनके चूतड़ पर फेरते हुए दबा दिया.

फिर भाभी एकदम से रुक गयी और फिर मुझे पकड़ कर बोली- बाद में आना!
क्योंकि वे डर गई थी.

मैं भी चला गया.

2-3 दिन तक बात नहीं कर पाया मैं … हिम्मत भी नहीं हुई मेरी!
भाभी भी कुह्ह नहीं बोली.

एक दिन घर पर कोई नहीं था तो भाभी को मौका मिल गया था कि आगे कैसे क्या होगा.
उन्होंने मुझे बोला- मेरी कमर दबा दोगे क्या?

मैंने पूछा- कब?
भाभी ने बोला- अभी!

मैंने हाँ कर दी.

फिर वे उनके रूम में जा कर बेड पर लेट गई.
मैं बोला- कोई आ गया तो?
भाभी ने बोला- गेट लगा दिया है, कोई आएगा तो आवाज़ आ जाएगी. तुम डरो मत, दबा दो जल्दी!

मैंने ऐसा सुना तो मेरा लण्ड खड़ा हो गया और भाभी ने भी उसे लिया था.

फिर मैंने जल्दी से भाभी की कमर दबाना चालू कर दी.

अब मैं भाभी को बोला- मैं ऊपर बैठ कर दबा दूँ?
भाभी मान गयी, वे बोली- जैसे दबा सके दबा!

मैं बोला- भाभी, तो आप एक काम करो, कपड़े निकाल दो, अच्छे से कर दूँगा!

तब भाभी बोली- सिर्फ कमर दबाएगा या और कुछ भी करने का मन है?

इतनी देर में भाभी ने गांड उठा दी जो मेरे लंड को छू रही थी.

मैंने भी कमर पकड़ ली और नीचे दबा दिया.
और मैंने अपने हाथ से उनके स्तनों को भी दबा दिया.

भाभी बोली- बहुत अच्छा लग रहा है. और दबा … और आज कर ले जो करना है!

तब भाभी उठी और मुझे किस करने लग गयी.

फिर मैंने उनकी साड़ी के अंदर हाथ डाल कर साड़ी उनकी जांघ तक उठा दी और उनको लेटा कर मैं उनके ऊपर आ गया.

10 मिनट बाद मैंने उनकी पेंटी निकाल दी.

तब मैंने अपने क्पदयूतारे और अपने लण्ड को भाभी की चूत पर लगाया.
तो भाभी का चेहरा लाल हो गया.

उनकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी.
मुझे भी अब चोदना था.

मैंने धीरे धीरे अपना लंड भाभी की चूत के अन्दर किया.
मुझे जो आनन्द मिला ना … मेरा सुख देखने लायक था.

शुरू में मैंने बहुत धीरे धीरे चोदना शुरू किया.
फिर रफ्तार के साथ मजे लेने लगा.

भाभी की चूत बहुत रसीली हो गई थी.

उसके बाद मैंने घोड़ी बनाया भाभीजी को और उनके चूतादों के पीछे आकर पेल दिया लंड उनकी चूत में!
भाभी बोली- जल्दी कर लो अब!

मैं फिर उनके ऊपर आया और चोदने लगा.

भाभी ने मुझे कस के पकड़ लिया था.
तभी यंग भाभी Xxx पानी निकल गया.

उसके बाद मैंने एक मिनट बाद फिर चोदना चालू कर दिया.

भाभी ने मुझे फिर कस के पकड़ लिया.
इस बार फिर भाभी का पानी निकल गया.

अब भाभी थक गई थी, वे बोली- मज़ा आ गया आज तो!

और फिर भाभी बोली- अब जल्दी कर लो. अब कोई आ जाएगा!

फिर मैंने बोला- एक बार और कर लो साथ!
उन्होंने मेरा फिर साथ दिया.
मैंने फिर भाभी की चुदाई चालू की.

इस बार साथ में दोनों का पानी निकल गया.

मैंने भाभी को बोला- अब जब भी सेक्स का मौक़ा मिले, बता देना. और भी चुदाई करेंगे.

भाभी ने बोला- हाँ बिल्कुल!

फिर हमने कपड़े पहन लिए और मैं बाहर चला गया.

और उसके बाद बहुत बार मिले, रात दिन में मैंने भाभी को कई बार प्यार किया।

तो मेरे प्यारे पाठको, कैसी लगी मेरी यंग भाभी Xxx कहानी?
बताना जरूर!
[email protected]

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