चचेरी भाभी की चुदाई करके प्यास बुझायी
(Real Life Sex Kahani)
रियल लाइफ सेक्स कहानी मेरी चचेरी भाभी की चुदाई की कहानी है. एक बार मैंने भाभी को नंगी नहाती देखा तो मैं उन्हें चोदना चाहता था. मेरी हसरत कैसे पूरी हुई?
मेरा नाम परम है और मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं।
मेरी उम्र 20 साल है और मेरा कद 5 फुट 11 इंच है और मेरा वजन 72 किलोग्राम है।
दोस्तो, मैं अपने जीवन में बहुत सी औरतों और लड़कियों को चोद चुका हूं.
मैंने कुछ दिन पहले इंटरनेट पर अंतर्वासना सेक्स स्टोरी की साइट को देखा जिस पर मैंने बहुत से लोगों की रियल लाइफ सेक्स स्टोरी को पढ़ा.
इसके बाद मैंने भी सोचा कि क्यों ना मैं भी अपनी रियल लाइफ सेक्स की कुछ बातें आप लोगों के साथ शेयर करूं।
दोस्तो, स्टोरीज तो बहुत सारी हैं लेकिन मैं आप लोगों को सारी बात शुरू से ही बताऊंगा जब मैंने अपनी लाइफ में पहली बार सेक्स का अनुभव किया.
मैंने पहली बार अपनी चचेरे भाई की पत्नी को चोदा था जिसका नाम पूजा है।
मेरा कजन ब्रदर मुंबई में काम करता है.
दोस्तो, पूजा एक बहुत ही मस्त औरत है. उसकी उम्र 34 साल है और उसका फिगर साइज 36 32 38 का है.
उसकी चूचियां और गांड बहुत ही कसी हुई है।
यह बात साल 2018 की है. मेरा मुंबई में एक एग्जाम था तो मेरा ख्याल था कि मैं अपने भाई के पास रहूँ.
तो भाभी ने कहा- मैं भी आपके साथ चलूंगी. और दो-चार दिन हम वहीं रुकेंगे. आप भी हमारे साथ रुक जाना. और फिर दोनों ही साथ में वापस आ जाएंगे।
मैं इसके लिए तैयार हो गया और मैं और भाभी दोनों मुंबई के लिए निकल पड़े.
हम दोनों साथ में सफर कर रहे थे.
ट्रेन में भीड़ अधिक होने के कारण हम दोनों एक साथ थोड़ी सी जगह में जगह बैठे थे और दोनों एक दूसरे से सटे हुए थे.
करीब 11:00 बजे ट्रेन अपनी फुल स्पीड पर दौड़ रही थी तो भाभी की आंख लग गई.
भीड़ अधिक होने के कारण वह थोड़ा असहज महसूस कर रही थी.
लेकिन नींद में होने के कारण उन्होंने मेरे कंधे को अपना तकिया बना लिया और मेरे कंधे पर सर रखकर सो गई.
जब मेरे कंधे पर सर रखकर सो रही थी तो उसका गोरे गाल बिल्कुल मेरे करीब थे।
मेरा मन हुआ कि मैं अभी इनके गालों को चूम लूं … पर हिम्मत नहीं कर पाया.
खैर जैसे-तैसे हम मुंबई पहुंच गए!
वहां पहुंचकर भैया ने अच्छी तरह हाल-चाल पूछा.
फिर भाभी नहाने चली गई.
मुझे नहीं पता लगा कि भाभी नहाने गई है और मैं भी भैया से पूछ कर कि ‘बाथरूम किधर है’ अब नहाने के लिए चल दिया.
जैसे ही मैं बाथरूम के पास पहुंचा तो अंदर से पानी गिरने की आवाज आ रही थी.
मैंने अंदर झाँक कर देखा तो भाभी नंगी नहा रही थी.
भाभी का दूध सा गोरा बदन देखकर मैं पागल हो गया.
एक बार को तो मन हुआ कि अंदर घुस जाऊं और अभी चोद दूं.
फिर वो नहा कर आ गई और मैं नहाने चला गया.
मैं भी नहा कर आ गया.
हम सब लोग नाश्ते के लिए बैठ गए.
नाश्ता करने के बाद भैया अपने काम पर चले गए.
अब घर पर मैं और भाभी ही थे.
अगले दिन मेरा एग्जाम था लेकिन भाभी का सेक्सी बदन देखकर मैं पागल हुआ जा रहा था और एग्जाम का ख्याल मेरे मन में दूर-दूर तक नहीं था.
फिर मैंने तिकड़मबाजी करनी शुरू कर दी कि कैसे भाभी को चोदा जाए.
दोपहर के 12:30 बजे भाभी ने मुझे खाने के लिए आवाज दी.
मैं सोने का नाटक कर रहा था और भाभी के ख्यालों की वजह से मेरा लंड पहले ही खड़ा था.
भाभी जैसे ही दरवाजे पर आयी तो उसने मेरा खड़ा लंड देख लिया और कुछ देर के लिए दरवाजे पर से ही मेरे लंड को निहारने लगी.
फिर कुछ पल बाद मेरे को जोर से खाने के लिए आवाज देकर चली गई.
मैं समझ गया कि भाभी भी लंड की प्यासी है. वह भैया से अपनी गर्म चूत चुदाने के लिए ही मेरी साथ मुंबई आई है.
फिर मैं खाने के लिए बैठ गया. अब भी भाभी तिरछी निगाहों से बार-बार मुझे देख रही थी.
मैं समझ गया कि यह सब मेरे खड़े लंड का ही कमाल है.
फिर खाना खाकर मैं अपने कमरे में आ गया।
शाम को जब भैया आए तो भाभी अपनी चूत चुदाई के लिए मरी जा रही थी.
उन्होंने जल्दी खाना बना लिया और शाम 7:00 बजे ही जल्दी खा पीकर 8:00 बजे तक हम अपने अपने बेडरूम में चले गये.
लेकिन मुझे अभी नींद नहीं आ रही थी.
तकरीबन 10:00 बजे मुझे कुछ खुसर फुसर की आवाज सुनाई दी.
मैं उनके कमरे के पास जाकर उनकी बातें सूने लगा.
बातें सुनकर मुझे यह समझ आया कि भैया भाभी एक राउंड चूत चोदन का खेल चुके थे.
लेकिन भाभी की प्यास अभी नहीं बुझी थी और वह भैया को दूसरी बार लेने को कह रही थी.
परन्तु भाई थके होने के कारण उनसे सोने के लिए कह रहे थे।
गुस्से में भाभी फिर कमरे से बाहर आ गई और रसोई में जाकर पानी पीने लगी.
मैंने मौके का फायदा उठाया और भाभी के पास गया और पूछा- भाभी, आप इतने गुस्से में क्यों हो?
तो उन्होंने मुझे कुछ नहीं बताया.
मैंने फोर्स किया, फिर भी नहीं बताया.
तब मैंने कहा- भाभी, मैंने आपकी और भैया की बातें सुन ली हैं. अब आप मुझसे कुछ मत छुपाओ. अगर मैं आपकी कुछ मदद कर सकता हूं तो बताओ?
फिर क्या था भाभी को तो ग्रीन सिग्नल मिल गया.
वह तो भूखी शेरनी की तरह रसोई में ही मुझ पर झपट पड़ी.
मैं पहली बार किसी औरत के इतने करीब था. मैं अपने आपको संभाल नहीं पाया.
लेकिन भाभी पक्की खिलाड़ी थी, वो मुझे मेरे बेडरूम में ले आई और फिर मुझे जोर से किस करने लगी.
मैं भी भाभी को जोर जोर से चूसने लगा.
फिर भाभी ने मेरे अंडरवियर से मेरा लन्ड निकाला और लंड को मुंह में लेकर जोर जोर से चूसने लगी.
मैं सिर्फ एक डेढ़ मिनट में ही अपना पानी छोड़ गया.
रियल लाइफ सेक्स पहली बार होने के कारण मेरा सारा का सारा माल भाभी के मुंह पर गिर गया था.
फिर भाभी ने अपनी नाइटी ऊपर उठाई और मेरा मुंह अपनी चूत पर लगा दिया.
मुझे भाभी की चूत का टेस्ट शुरुआत में तो अच्छा नहीं लगा लेकिन जब भाभी का पानी धीरे-धीरे रिसने लगा तो टेस्ट फिर नमकीन पानी का टेस्ट जैसा हो गया.
मैं उसे एक कुत्ते की तरह चाटने लगा.
भाभी अपने चूतड़ उछाल उछाल कर चूत मेरे मुंह पर रगड़ रही थी.
कुछ ही देर में भाभी झड़ गई.
थोड़ी देर में मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया.
मैं भाभी की चूचियों के पास अपने होंठ ले गया और उसका निप्पल अपने मुंह में लेकर जोर जोर से चूसने लगा.
भाभी पागल हुई जा रही थी; वह ‘आह आह आह’ की आवाज निकाल रही थी और सी … सी … सी … कर रही थी.
वासना से भरी भाभी कह रही थी- काट डाल मेरी चूचियों को!
भाभी कामज्वर से पागल हुई जा रही थी. उनके बूब्स बहुत ही कठोर हो गए थे
फिर उन्होंने मुझे कहा- देवर जी, जल्दी से लंड डाल दो मेरी चूत में! अब मुझसे रहा नहीं जा रहा!
मैंने अपना लंड भाभी की चूत में डाल दिया.
भाभी आहा हाह हम्म ह्म्म्ह कर रही थी.
मैंने दो-तीन झटकों में अपना पूरा लंड भाभी की चूत में उतार दिया.
फिर भाभी ने मुझसे कहा- जोर जोर से झटके मार!
मैंने ऐसा ही किया और जोर जोर से धक्के लगाने लगा.
भाभी आह आह उई मां मर गई ऐसी ऐसी आवाज निकल रही थी.
और भाभी मेरे भाई को यानि अपने पति को गंदी गंदी गालियां दे रही थी.
लगभग 15 मिनट की चूत चुदाई में भाभी दो बार झड़ चुकी थी.
और आखिरी बार मैंने भी अपना माल भाभी की चूत में गिरा दिया.
भाभी के चेहरे पर एक अलग सी चमक हो गई थी; वह मेरी चुदाई से संतुष्ट नजर आ रही थी.
उस रात मैंने भाभी को तीन बार चोदा और फिर अगले दिन एग्जाम देने के बाद एक बार दिन में चोदा.
और फिर रात को भैया को सो जाने के बाद फिर भाभी मेरे बेडरूम में आ गई.
वहां पर हम दोनों एक हफ्ता रहे. और हमने वहां पर खूब चोदा चोदी की.
उसके बाद जब भी हम मिलते तो चुदाई जरूर करते थे. और आज भी यह सिलसिला जारी है.
दोस्तो, बहुत जल्द आपके लिए एक नई कहानी फिर से लिखूँगा.
यह मेरी पहली कहानी थी तो कृपा करके मुझे मेरे ईमेल एड्रेस पर मैसेज करके जरूर बताएं कि आपको मेरी रियल लाइफ सेक्स कहानी कैसी लगी?
मेरा ईमेल एड्रेस है
[email protected]
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