पड़ोसन भाबी की चूत चुदाई स्टोरी
(Padosan Bhabi Ki Chut Chudai Story)
अन्तर्वासना पर ये मेरी पहली चूत चुदाई स्टोरी है. कोई ग़लती दिखे, तो प्लीज़ माफ़ कर देना.
मेरा नाम अंकित है. मैं राजस्थान से हूँ. मेरा शरीर साधारण ही है. लंड की साइज़ कुछ साढ़े छह इंच की है.
यह चूत चुदाई स्टोरी मेरे गांव के घर के पड़ोस की भाबी के साथ हुई चुदाई की है. भाबी का नाम पूर्वा था. उनका फिगर बड़ा मस्त था. यही कोई 34-28-36 का मदमस्त फिगर था … जिसे देख कर किसी के भी लंड में फुरफुरी आ जाए और लंड बिना सिग्नल पाए झट से खड़ा हो जाए.
ये चुदाई स्टोरी अभी एक साल पहले की है. उन दिनों मैं अपनी पढ़ाई से फ्री होकर गांव गया हुआ था. भाबी की शादी को अभी एक साल हुआ था.
गांव में जाकर मैं अपनी भाबी से पहली बार मिला, तो मैं उनको देखता ही रह गया. आह क्या मस्त फिगर था उनका … पहली बार में लंड ने हिचकोले लेने शुरू कर दिए थे और पहला मौका मिलते ही मैंने उनके घर के बाथरूम में ही जाकर भाबी की मदमस्त देह को याद करके मुठ मार ली. मगर ये जल्दीबाजी में मारी गई मुठ थी, इसलिए मुझे चैन नहीं मिला.
उनको देखने के बाद मैं अपने घर आ गया और कमरे में नंगा होकर पूरी तसल्ली से भाबी के नाम से 2 बार मुठ मारी … तब मेरे लंड को कुछ शान्ति मिली.
फिर धीरे धीरे मेरी उनसे बात होने लगी. भाबी का स्वभाव बहुत अच्छा था. उनकी मुस्कुराहट और खिलखिला कर हंसने की आदत ने मुझे घायल कर रखा था.
बातों बातों में हम खुलने लगे और एक दिन भाबी मुझसे मेरी जीएफ के बारे में पूछने लगीं.
मैंने कहा- मेरी कोई जीएफ नहीं है.
उन्होंने कहा- क्यों ऐसा क्यों? कोई मिली नहीं क्या … या कोई स्पेशल चाहिए, बताओ तुम्हारी पसंद कैसी है?
तब मैंने कहा कि मुझे कोई आपके जैसी कोई मिली ही नहीं, जिसे मैं अपनी जीएफ बना लेता.
तो इस पर पूर्वा भाबी ने बोला- अच्छा … मेरी जैसी चाहिए … लेकिन ये तो बताओ कि मुझमें ऐसा क्या है?
मैंने कहा- आप बहुत ब्यूटिफुल हो भाबी. आपके बारे में आपको भैया ही बता सकते हैं.
ये सुनकर भाबी खिलखिला कर हंस दीं.
भाबी हंसते हुए बोलीं- ऐसा क्या ख़ास देख लिया कि तुम नहीं बता सकते हो, मुझे तुम्हारे भैया से ही पूछना चाहिए?
मैंने कहा- भाबी, आपकी हर चीज खूबसूरत है.
भाबी- जैसे कौन कौन सी चीजें खूबसूरत हैं … बताओ न.
मैंने कहा- उन अंगों की खूबसूरती तो भैया ही बता सकते हैं, जो मुझे अच्छी लगती हैं.
भाबी समझ तो पहले ही गई थीं, लेकिन तब भी वो मुझे छेड़ रही थीं.
वो बोलीं- तुम क्यों नहीं बता सकते?
मैंने कुछ नहीं कहा, चुप हो गया.
अब भाबी ने बात बदल दी थी और वे मुझे कुछ सेक्सी बातों की तरफ मोड़ने लगी थीं. हम दोनों सेक्स पर बात करने लगे.
कुछ देर बाद माहौल एकदम दोस्ताना हो गया तो मैंने पूछा- भाबी आपकी शादी को एक साल हो गया, आपने अभी तक बच्चा प्लान नहीं किया … इसका क्या कारण है.
इस पर भाबी का चेहरा फीका पड़ गया और वो रोने लगीं.
उनको एकदम से रोती देख कर मैं घबरा गया. जब मैंने रोने का कारण पूछा तो भाबी ने कहा कि तुम्हारे भैया मुझे खुश नहीं कर पाते हैं … तो बच्चा कहां से होगा.
मैंने उनको और कुरेदा.
तो भाबी ने राज खोल दिया- वो जल्दी झड़ जाते हैं और मैं प्यासी रह जाती हूँ.
इतना कह कर वो फिर से रोने लगीं.
मैंने सही मौका देख कर उनको अपने गले से लगा लिया और उनकी पीठ पर हाथ फेर कर भाबी को शांत करने लगा.
मैंने जैसे ही भाबी को गले से लगाया, तो उन्होंने भी मुझे कसके पकड़ लिया.
आज मौका भी सही था. उनके घर में हम दोनों के अलावा और कोई नहीं था.
मेरे हाथ भाबी की पीठ पर चलने लगे थे. भाबी के हाथ भी मेरी कमर पर चलने लगे और उन्होंने अपना चेहरा मेरे सीने पर टिका दिया. उनकी गरम सांसें मुझे एक सेक्सी सा अहसास दिलाने लगी थीं.
मैंने महसूस किया कि भाबी के चूचे मेरे सीने में दब रहे थे. इस सबसे मेरे लंड ने खड़ा होना शुरू कर दिया था. दो तीन पलों में ही मेरा लंड पेंट में तंबू बना कर खड़ा हो गया. इस बात का पता भाबी को भी चल गया … क्योंकि मेरे लंड के उभार को वो अपनी चूत के ऊपर महसूस कर रही थीं.
भाबी मुझसे चिपकी रहीं.
मैंने उनसे कहा- चलो आप कुछ देर आराम कर लो.
भाबी उठ कर खड़ी हो गईं. मैं उनको देखने लगा. भाबी भी मुझे वासना भरी निगाहों से देखने लगी थीं.
भाबी ने मुझसे कहा- चलो अन्दर बैठते हैं.
मैं उनके कहने पर बेडरूम में आ गया और उनके साथ बेड पर बैठने लगा.
तभी भाबी ने मुझे खड़ा किया और एकदम से मेरे सीने से लग गईं.
मैं समझ गया कि आज इनको मेरा लंड चाहिए. मैं उनको चूमने लगा भाबी भी मुझे साथ देने लगीं. मैंने उनको एक मिनट से भी कम समय में नंगी कर दिया. अब भाबी सिर्फ़ पिंक ब्रा और पैंटी में रह गई थीं. मैंने उनको बिस्तर पर बैठा दिया.
भाबी ने भी बैठे हुए ही मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और मैं अंडरवियर में रह गया.
फिर हम दोनों एक दूसरे को ज़ोर से किस करने लगे. मैं भाबी के मम्मों को दबाने लगा और भाबी ज़ोर ज़ोर से सिसकारियां लेने लगीं.
भाबी- इसस्स … अह ईश धीईईरेए … करो प्लीज़ …
मैंने भाबी की ब्रा खोल दी और उनके मम्मों को आज़ाद कर दिया. भाबी ने अपने दूध मेरी आंखों के सामने एक बार मस्ती से हिला क्या दिए कि मैं तो मानो बुरा गया. मैंने झट से उनके एक दूध को अपने मुँह में भर लिया और पीने लगा.
साथ ही भाबी के दूसरे मम्मे को जोरों से दबाने लगा.
भाबी बस ज़ोर ज़ोर से सिसकारियां ले रही थीं- इस्स … ऊऊह एयायाह …
मैं ज़ोर ज़ोर से भाबी को किस करते हुए एकदम पागल हुआ जा रहा था. फिर मैंने उनको बिस्तर पर गिरा दिया और उनके ऊपर चढ़ गया. मैं सबसे पहले नीचे उनकी चूत पर आया और पैंटी के ऊपर से ही उनकी चूत पर चुम्मी ले ली, जिससे उनकी चूत ने उसी पल पानी छोड़ दिया.
इसके बाद मैंने उनकी पैंटी निकाल दी और उनकी चूत को जीभ से चाटने लगा. भाबी भी अपनी कमर उठा उठा कर मुझसे अपनी चूत चटवा रही थीं. उनको फिर से उत्तेजना भरने लगी थी.
कुछ पल बाद मैंने उनकी तरफ देखा, तो उनकी आंखों में एक मस्त प्यास सी दिखाई दी. मैंने लंड हिलाते हुए उनको दिखाया तो भाबी उठ कर बैठ गईं. मैं समझ गया.
अब हम दोनों 69 की अवस्था में आ गए थे. मेरे खड़े लंड को देख कर भाबी के चेहरे पर ख़ुशी दिखाई देने लगी थी.
उन्होंने मेरे लंड की तरफ अपना मुँह किया और मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगीं.
भाबी मेरे लंड को बड़े मस्त तरीके से चूस रही थीं. मैं भी भाबी की चूत को नीचे से चाट रहा था. चूत को चाटने के साथ में मैं एक उंगली भी उनकी चूत में अन्दर बाहर कर रहा था.
थोड़ी देर में ही हम दोनों झड़ गए. मैं भाबी की छूट का सारा नमकीन पानी पी गया और भाबी ने भी मेरे लंड के पानी को पीकर लंड चाट कर साफ़ कर दिया. वो मेरे लंड को चाटती ही रहीं, जिससे मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा था.
थोड़ी देर में भाबी ने मेरे लंड को चूस कर फिर से खड़ा कर दिया.
अब हम दोनों किस करने लगे और मैंने भाबी की चूत को फिर से चाट कर उनको गर्म कर दिया.
अब भाबी बोलीं- मुझसे रहा नहीं जा रहा … प्लीज़ तुम जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो … और मुझे चोद दो अंकित … मैं न जाने कितने दिनों से प्यासी हूँ.
ये सुनते भी मैंने कहा कि मेरे पास तो कंडोम है ही नहीं … कुछ हो गया तो?
इस पर भाबी ने बोला- उसकी ज़रूरत नहीं है … तुम मुझे ऐसे ही चोद दो. अपने लंड को मेरी चूत में डाल दो.
मैंने भाबी को चुदाई की पोजीशन में लिटाया और अपने लंड को उनकी चूत पर टिका कर एक जबरदस्त शॉट दे मारा. मेरा लंड भाबी की चूत को चीरता हुआ अन्दर चला गया.
भाबी को तेज दर्द होने लगा ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ और उनकी आंखों से पानी आने लगा.
उनका दर्द देख कर मैंने उनकी तरफ देखा, तो भाबी ने इशारे से चुदाई करते रहने को कहा.
मैंने अपने होंठ भाबी के होंठों से लगा दिया और उनको किस करने लगा. थोड़ी देर में भाबी नॉर्मल हो गईं. वो अपनी कमर उठा कर मेरा लंड अन्दर लेने लगीं. मैं समझ गया और फिर मैंने भाबी की चूत में धक्के लगाने चालू कर दिए.
भाबी ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगीं- एयेए इस्स … और ज़ोर से चोदो मुझे अंकित … आह … एयेए … मज़ा आ रहा है … आज से तुम ही मेरी चूत के मालिक हो … आह … और ज़ोर से फक मी हार्डर …
मैं भाबी की चूत में ज़ोर ज़ोर से शॉट मारने लगा.
कुछ देर बाद मैंने भाबी को डॉगी स्टाइल में आने को कहा. वो झट से कुतिया बन गईं. मैंने पीछे से उनकी चूत में अपना लंड पेला और उन्हें ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा.
भाबी भी अपनी गांड मेरे हर शॉट के साथ आगे पीछे कर रही थीं. थोड़ी देर में भाबी ने मुझे नीचे आने आने के लिए बोला. मैं बिस्तर पर लेट गया और भाबी मेरे लंड की सवारी करने लगीं. इस दौरान मैं भी नीचे से उनका साथ दे रहा था.
थोड़ी देर में भाबी की चूत ने पानी छोड़ दिया और वो निढाल होकर मेरे ऊपर गिर गईं. उनके चेहरे पर पूर्ण संतुष्टि के भाव थे. वो मेरे सीने पर किस कर रही थीं.
लेकिन मेरा अभी हुआ नहीं था, सो मैंने भाबी को नीचे लिटा लिया और उनकी चूत में लंड डाल कर ज़ोर ज़ोर से धक्के देने लगा.
काफी देर की चुदाई में भाबी कई बार झड़ी थीं.
अब मैंने कहा कि भाबी मेरा होने वाला है … पानी किधर निकालूं?
भाबी ने कहा- मेरी चूत में ही झड़ जाओ.
मैं तेज तेज धक्के देने लगा और कुछ ही देर में भाबी और मैं एक साथ झड़ गए. मैं उनके ऊपर ही लेटा रहा.
अब भाबी ने मुझसे पूछा- अब बताओ तुमको मुझमें क्या अच्छा लगा?
मैंने भाबी की चूची चूसते हुए कहा- पहले तो ये आम अच्छे लगते थे, मगर अब आपकी चूत पसंद आ गई है.
भाबी मुझसे चिपक गईं और बोलीं- आज से मेरा सब कुछ तुम्हारा है.
आज की चुदाई से भाबी बहुत खुश थीं. इसके बाद जब भी हम दोनों को मौका मिलता है, हम दोनों चुदाई कर लेते हैं.
तो दोस्तो, ये थी भाबी की चूत चुदाई स्टोरी. मुझसे कोई ग़लती हो गई हो, तो माफ़ कर देना. भाबी के साथ चुदाई की कहानी आपको कैसी लगी, मुझे कमेंट ज़रूर करके बताना.
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