पड़ोसन भाभी ने मुझे पटाकर चूत मरवाई- 2
(Hot Sexy Bhabi Ki Kahani)
हॉट सेक्सी भाबी की कहानी में पढ़ें कि मेरी पड़ोसन मेरे घर आती तो मुझे छेड़ती थी. एक दिन उसने मुझे अपने घर बुलाकर चुम्मा चाटी की तो …
दोस्तो, मैं सन्दीप कुमार एक बार फिर से आपका, अपनी पड़ोसन सपना भाभी की चूत चुदाई की कहानी में स्वागत करता हूँ.
कहानी के पिछले भाग
पड़ोसन के साथ वासना भरी चूमा चाटी
में आपने अब तक पढ़ा था कि मेरी पड़ोसन सपना भाभी मुझसे चुदवाने की इच्छुक थीं मगर हम दोनों अपने मन की बात कह नहीं पा रहे थे.
फिर हमारे बीच हालात बनते चले गए और सपना भाभी मेरे लंड के नीचे आने को मचल गईं.
उस दिन मैंने उनकी साड़ी पकड़ कर खींच दी थी और वो हंसती हुई पानी पीने और मेरे लिए लाने चली गई थीं.
अब आगे हॉट सेक्सी भाबी की कहानी:
कुछ पल बाद भाभी पानी लेकर आईं और मुझको पिलाने लगीं.
मैंने कहा- भाभी, मैं और तुम एक साथ पानी पीते हैं.
वो बोलीं- एक साथ कैसे?
मैंने एक सिप पानी का मुँह में भरा और उन्हें किस किया.
भाभी लिप किस ही कर रही थीं तो सारा पानी गिर गया.
मैंने कहा- ऐसे नहीं भाभी जी, जब मैं अपनी जीभ आपके मुँह में डालूं, तो डालने देना.
इस बार उन्होंने वैसे ही किया.
अबकी बार पानी मेरे मुँह से उनके मुँह में चला गया.
उन्हें मजा आने लगा.
हम दोनों ने ऐसे ही सारा पानी पी लिया.
फिर मैंने भाभी से कहा- जैसे मैंने किया, वैसे ही आप करना.
भाभी बोलीं- क्या और पानी लाऊं!
मैंने कहा- नहीं भाभी … इस बार हम दोनों बिना पानी के करेंगे.
इस बार जब उन्होंने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाली, तो मैंने उनकी जीभ अपने होंठों के बीच में दबा ली.
वो एकदम से सिहर गईं.
इस तरह से चुम्बन करने से उन्हें काफी सिहरन हो रही थी.
हम दोनों ने इसी तरह से किस की और एक दूसरे की जीभ को चूसते हुए स्मूच किया.
अब हम दोनों खड़े हो गए थे.
मैंने उनको दीवार से लगा दिया और उन्हें स्मूच करते हुए उनके चूचों को मसलने लगा.
कुछ देर बाद मैंने अपने हाथ को भाभी के पेट पर रखा और आराम आराम से सहलाते हुए धीरे धीरे अपने हाथ को उनकी चूत पर ले गया और पेटीकोट के ऊपर से ही उनकी चूत को मसलने लगा.
थोड़ी ही देर में जैसे ही मुझको गीलापन महसूस हुआ, मैंने उनकी गर्दन पर किस किया और ब्लाउज के बटन खोलने लगा.
भाभी के ब्लाउज में गिनती के 4 बटन थे, जिन्हें मैं जल्दी जल्दी से खोलने लगा.
उनके तीन बटन तो खुल गए मगर चौथा बटन टूट गया. भाभी के स्तन बाहर दिखने लगे.
मैंने उनके एक चूचे को मुँह में भर लिया और ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा.
दोनों हाथों को भाभी के पीछे ले जाकर मैंने उनकी ब्रा के हुक खोल दिए और ब्रा को साइड में रख दिया.
अब मैं भाभी के एक चूचे को जोर जोर से चूस रहा था और दूसरे चूचे को मसल रहा था.
उनके चूचे से दूध निकल कर मेरे मुँह में आ रहा था.
भाभी के मुँह से ‘इस्स …’ की आवाज़ आई, जो मेरे दिल को सुकून दे गई.
हालांकि उनकी तेज आवाज से मैं डर गया था.
मैंने मुँह हटा कर उनसे पूछा- क्या हुआ?
वो बोलीं- कुछ नहीं, तू चूस मेरे निप्पल को … मजा आ रहा है.
मैं उनके एक पूरे मम्मे को मुँह में लेकर चूसने लगा और बोला- भाभी अभी तो और मज़ा आना बाकी है.
भाभी बोलीं- हां सन्दीप, मजा आ रहा है … आह तुझे जो करना है कर ले … बस मेरी इस चूत की आग को आज शांत कर दे.
मैंने उनके दोनों उरोजों को अच्छे से चूस कर एकदम लाल कर दिया.
अब मैंने भाभी से कहा- आप अपनी टांगें खोलो.
उन्होंने टांगें फैला दीं और मैं पेटीकोट के अन्दर घुस कर चूत के दाने को मसलने लगा.
तभी भाभी फिर से ‘इस्सस्स उफ्फ़ …’ करती हुई मादक सिसकारियां लेने लगी थीं.
मैं आज पहली बार किसी की चूत चाट रहा था तो मुझे कुछ अजीब सा स्वाद आ रहा था.
मैंने मुँह हटा लिया.
फिर कुछ देर बाद दोबारा से जैसे ही मैंने चूत पर फिर से अपनी जीभ को लगाया, तो भाभी अपने हाथ से मेरा सिर दबाने लगीं.
भाभी के पेटीकोट के अंदर अन्धेरा था और हवा भी कम थी तो मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ और मुझे उल्टी जैसी होने लगी.
पर जितनी देर मैंने चूत चाटी थी, उसमें मुझे एक अलग ही मज़ा आया था.
फिर मैं भाभी के पेटीकोट से बाहर आ गया और भाभी मेरी गर्दन में अपने दोनों हाथ डाल कर मुझे स्मूच करने लगीं.
उन्हें मेरे मुँह में लगा चूत रस का स्वाद आने लगा.
कुछ देर बाद मैंने उन्हें खड़ी करके उनके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया.
पेटीकोट हटाने के बाद हॉट सेक्सी भाबी पूरी नंगी खड़ी थीं.
मैं भाभी के पूरे जिस्म को किस करने लगा और उन्हें जीभ से चाट रहा था.
भाभी वासना से ‘हम्म आंह इह उन्ह …’ किए जा रही थीं.
अब मैंने रोशनी में देखा कि भाभी की चूत पर बहुत छोटे छोटे बाल उगे थे. ऐसा लग रहा था कि जैसे एक दो दिन पहले ही अपनी झांटों को साफ़ किया हो.
इस बार मैं अपने घुटनों के बल बैठ गया और उनकी टांगों के बीच में लपलप करती हुई उनकी चूत को चाटने लगा.
भाभी मेरे सर पर हाथ रखे हुए मुझे अपनी चूत पर रगड़ रही थीं और अपनी गांड हिला कर मेरे मुँह में चूत दिए जा रही थीं.
कुछ पल के बाद जब मैंने उन्हें देखा, तो देखता रह गया. वो चुदास भरी नजरों से मेरे मुँह की तरफ देख रही थीं.
मैंने मुँह हटाया और उन्हें देखने लगा.
मैंने कहा- क्या हुआ?
वो बोलीं- तुम्हारे भैया ने मुझे तब से नहीं छुआ है, जब से मेरे बेटे का जन्म हुआ है.
मैं समझ गया कि भैया ने भाभी को चोदना छोड़ रखा है इसलिए भाभी की चूत लंड के लिए तरस रही है.
भाभी ने जब मुझे टोका तो मैंने उनको बेड पर लेटने को बोला.
वो झट से चूत खोल कर लेट गईं और मैं बेड के किनारे खड़ा रहा.
उनकी दोनों टांगों को खोल कर मैं चूत चाटने लगा और उनकी चूत में दो उंगलियां डाल कर चोदने लगा.
ऐसा करते हुए हमको मजा आने लगा.
कुछ देर बाद भाभी को एक अजीब सी अकड़न होने लगी और उनकी चूत से चूत का रस निकल गया.
भाभी एकदम से निढाल हो गईं और मुझे मना करने लगीं.
मैं रुक गया और भाभी थोड़ी देर लेटी रहीं.
अब मैं उनके बाजू में लेट गया और हम दोनों लेटे हुए ही एक दूसरे को स्मूच कर रहे थे.
भाभी बोलीं- तुमने ये सब कहां से सीखा है.
मैंने उनको बता दिया कि भाभी उस दिन मैं सेक्स कहानी पढ़ रहा था. मैंने ये सब सेक्स कहानी से और बीएफ देख कर ही सीखा है, वैसे ये मेरा पहला मौक़ा है.
भाभी बोलीं- सच में तुमने मुझे मस्त कर दिया, मुझे बहुत मज़ा आया.
मैंने कहा- अभी असली मजा आना बाकी है भाभी.
वो मेरी तरफ देख कर बोलीं- तू अब तक कपड़ों में क्यों है!
मैं बोला- अब तक तो आप मज़े ले रही थीं, अब आप मुझको नंगा करके मुझे मज़े दो.
भाभी हंस कर बोलीं- हां मेरी चोदू देवर … आज तुझे पूरा मजा दूंगी.
जब वो ये बोलीं, तब मैंने उन्हें बांहों में भर लिया और उनकी गांड मसलने लगा.
भाभी ने मेरी शर्ट खोली और फटाफट मेरे सारे कपड़े खोल कर मुझको भी नंगा कर दिया.
भाभी मेरे निप्पलों को चाटने लगीं और चूसने लगीं.
मेरा लंड एकदम कड़ा था क्योंकि वो बहुत देर से खड़ा था.
वो लंड को सहला रही थीं.
मैंने कहा- चूस लो.
वो बोलीं- नहीं, अभी पहले चोदो … अभी तू झड़ जाएगा तो मैं प्यासी रह जाऊंगी.
मैंने उनकी बात सही समझी और ज्यादा टाइम नहीं गंवाते हुए पोजीशन में आ गया.
भाभी की चूत एकदम गीली थी.
मैंने लंड चूत में पेला तो मेरा लंड एक बार में ही लगभग पूरा घुस गया था.
उनकी चूत में मेरा लंड बिना किसी दिक्कत भाभी की बच्चेदानी तक चला गया था, तब भी लगभग एक इंच बाहर रहा होगा.
भाभी ने कराहते हुए कहा- आह मर गई.
मैंने कहा- क्या हुआ भाभी … आप तो भैया के लंड से चुदी हुई हैं.
भाभी बोलीं- वो सब छोड़ो … अब तुम एक बार अपना मूसल बाहर निकालो, पर पूरा नहीं निकालना. फिर एक झटके में पूरा अन्दर पेल देना. तेरे भाई ने मुझे कई महीनों से नहीं पेला है.
मैंने वैसे ही किया और झटका मारा, तो मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया.
मैंने दो तीन बार ऐसा किया तो भाभी को मजा आने लगा.
मैं लंड को बार बार बाहर निकाल कर उन्हें चोदने लगा.
तभी भाभी ने मुझे रोका और लंड बाहर निकाल दिया.
मैंने सोचने लगा- ये क्या हुआ?
भाभी ने उठ कर अल्मारी में निकाल कर मुझे दिया और बोलीं- इसे पहनो.
मुझे कंडोम पहनना आता नहीं था तो मैंने कंडोम खराब कर दिया.
फिर भाभी ने दूसरा निकाला और खुद अपने हाथ से मेरे लंड को पहनाया.
अब वो लेट गईं और मैंने उनके ऊपर चढ़ गया.
इस बार मैंने एक ही झटके में पूरा लंड चूत में घुसा दिया.
मैं धकापेल करने लगा.
ऐसा करने से मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था.
मैंने दस बारह झटके ऐसे ही मारे और हॉट सेक्सी भाबी आंह उन्ह करने लगीं.
जब मैं चूत में झटका मारता था तो अपनी कमर को कुछ पल के लिए रोक कर फिर उठ जाता था.
इससे भाभी को लंड से बड़ा मजा आ रहा था.
मैं लगातार झटके मारने लगा.
फिर पता नहीं भाभी को क्या हुआ कि भाभी ने अपने दोनों हाथ मेरे कूल्हों पर रखे और इशारा किया.
इस बार जब मैं अपनी कमर को उठाया तो वो नीचे से अपनी कमर ऊपर की ओर करने लगीं.
फिर मेरी कमर नीचे आती तो भाभी लंड का अन्दर तक अहसास करने लगतीं.
कुछ वक़्त के बाद मेरा पानी निकलने को हो गया.
जैसे ही मेरा काम तमाम होने को हुआ, उससे पहले भाभी ने मेरी कमर को वहीं रोक दिया.
उसी वक्त उनकी चूत से गर्म पानी निकल आया. जिसकी गर्माहट मेरे से ना रहा गया.
मैं भी चरम आनन्द प्राप्त करने की कगार पर हो गया.
अब जैसे ही मैंने लंड बाहर निकाला कि मेरे लंड में एक जोर का प्रेशर आया.
मैंने तुरंत अन्दर लंड को पेल दिया और भाभी को बांहों में भरके कुछ वक़्त के लिए उनके ऊपर लेटा रहा.
चुदाई के बाद मैंने घड़ी में टाइम देखा, तो दोपहर के एक बज रहे थे.
भाभी मुस्कुरा रही थीं.
मैंने उनकी आंखों में अभी भी चुदास देखी, तो मैं भी मुस्कुरा दिया.
फिर भाभी ने मुझे खाना खिलाया और हम दोनों फिर से चुदाई में लग गए.
अब भाभी मेरे लंड से जब तब चुदती रहती हैं.
आपको मेरी हॉट सेक्सी भाबी की कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके बताएं, मैं अगली बार भाभी के साथ सेक्स की आगे की दास्तान सुनाऊंगा.
[email protected]
What did you think of this story??
Comments