मैरिड कपल के गांडू दोस्त की शादी- 1
(Hot Indian Bhabhi Xxx Kahani)
हॉट इंडियन भाभी Xxx कहानी में पढ़ें कि एक भाभी अपने पति के साथ उसके दोस्त की शादी में आई और एक लॉज में रुके. दोस्त ने भाभी के पति को काम में लगाकर खुद भाभी को चोद दिया.
दोस्तो, आपने मेरी कहानी
मैरिड कपल का गांडू दोस्त
को सराहा, धन्यवाद.
इसमें मैंने बताया था कि कैसी यह अनोखी फक स्टोरी बनायी जुनैद, तबस्सुम और उमेश ने मिलकर!
फिर जब उमेश की शादी तय हो गयी तो वह अपने घर आ गया इस वादे के साथ कि जब वह अपनी बीबी सानिया को लेकर वापिस आएगा तो वे चारों मिलकर चुदाई किया करेंगे.
अब आगे की हॉट इंडियन भाभी Xxx कहानी आपकी नज़र है.
उमेश के माता पिता भुज से सटे एक छोटे से शहर में रहते थे.
वहां कोई मैरिज होम/ पैलेस वगैरा नहीं था तो शादी का प्रोग्राम भुज में ही रखा.
शादी से एक दिन पहले सगाई थी.
पर उमेश के पिता के आग्रह पर जुनैद और तबस्सुम शादी से दो दिन पहले सुबह ही भुज पहुँच गए.
उमेश ने उनको बस स्टैंड से लिया और शहर के बाहरी कोने पर बने एक होटल में ठहरा दिया.
जुनैद उमेश के साथ ही उसके माता पिता से मिलने चला आया.
वे लोग भी पास के एक लॉज में ठहरे थे.
वहां उमेश के माता पिता ने जुनैद का स्वागत करते हुए उससे शिकायत की कि वह अलग क्यों ठहरा है, उन्हीं के साथ ठहरता.
जुनैद ने बात सँभालते हुए कहा- कोई बात नहीं, ठहरे वहां हैं पर रहेंगे आप लोगों के साथ ही!
उमेश की माँ इस बात पर जुनैद से नाराज़ हुई कि वह तबस्सुम को होटल में क्यों छोड़ आया.
जुनैद ने कहा- वह अभी थोड़ी देर में नहाकर आ जायेगी.
उमेश के पिता को शादी वाले होटल में जाना था तो उन्होंने जुनैद से कहा कि वह उनके साथ चले.
पर उमेश की मां ने उमेश से कहा कि वह जाकर होटल से तबस्सुम को ले आये.
जुनैद ने भी हंसकर हाँ कह दी और तबस्सुम को फोन कर दिया कि थोड़ी देर में उमेश आएगा, वह उसके साथ आ जाए.
तबस्सुम सो गयी थी तो बोली- अभी एक घंटे बाद भेजना, मैं नहा लेती हूँ.
जुनैद तो उमेश के पिता रविराज के साथ चला गया.
यह तय था कि वह दो घंटे से पहले नहीं आ पायेगा.
उसके जाते ही उमेश ने तबस्सुम को फोन कर दिया कि वह अभी आ रहा है.
तबस्सुम ने उसको समझाया- यहाँ कोई गड़बड़ मत करो, जुनैद को शक हो जाएगा.
पर उमेश नहीं माना.
उसके सर पर तो तबस्सुम के जिस्म का जादू चढ़ा हुआ था.
तबस्सुम ने कहा- मैं नहाने जा रही हूँ!
तो उमेश ने मना कर दिया- साथ नहायेंगे.
घर से किसी काम का बहाना बना कर उमेश निकला यह कहकर- लौटते में मैं होटल से तबस्सुम को लेता हुआ आऊंगा.
उमेश मोटरसाइकिल से होटल पहुंचा और सीधे तबस्सुम के कमरे में पहुंचा.
दरवाजा खोलते ही उमेश ने तबस्सुम को अंदर धकेलते हुए दरवाज़ा बंद किया और दोनों चिपट गए.
दोनों ऐसे चिपटे जैसे बरसों के बिछड़े हों.
उमेश तो मानो तबस्सुम को खा ही जाना चाहता था.
दोनों के होंठ भिड़े हुए थे और जबान एक दूसरे के मुंह में समाने को बेताब थी.
उमेश ने हाथ नीचे किया और तबस्सुम की सलवार का नाड़ा खोल दिया.
तबस्सुम ने उसे रोकना भी चाहा पर वह खुद भी उमेश का लंड ही तो टटोल रही थी.
उमेश ने तबस्सुम की सलवार नीचे गिरते ही उसे बाहों में उठा लिया और बेड पर ले गया.
बेड पर लेटते ही तबस्सुम ने अपनी कुर्ती उतार फेंकी.
और तब तक उमेश अपना लोवर और टी शर्ट उतार चुका था.
अब वह केवल अंडरवियर में था और तबस्सुम ब्रा पेंटी में.
तबस्सुम उसे देख कर मुस्कुरा रही थी.
उसने उमेश से पूछा- सानिया से बात-वात हुई या बजा ली उसकी भी?
उमेश बोला- यार, वह तो बहुत सीधी सादी है. उसे तो सेक्स की बातों के बारे में कुछ नहीं पता. एक बार पार्क में मिले थे, तो वह तो हाथ भी नहीं लगाने दे रही अभी. मेरा लंड तो अब चुदाई के लिए तड़फ रहा है.
तबस्सुम ने कहा- अभी देखती हूँ कितना तड़फ रहा है.
कहकर तबस्सुम ने उसका अंडरवियर नीचे करके उसका लंड निकाल लिया और हाथों से रगड़ते हुए अपने मुंह में ले लिया.
लंड चूसने में तो तबस्सुम माहिर थी.
आज उमेश का लंड कुछ ज्यादा ही कड़क था.
उमेश भी उसके मम्मे मसलने लगा ब्रा के ऊपर से ही!
तबस्सुम ने उसके कहने पर अपनी ब्रा पेंटी उतार दी.
उसकी मखमली चूत चमक रही थी.
तबस्सुम ने उसका लंड छोड़ दिया और अपनी टांगें फैला कर उमेश को उकसाया.
उमेश समझ गया उसका इशारा और उसने चूत में अपनी जीभ घुसा दी.
तबस्सुम की आहें निकलने लगीं.
तभी तबस्सुम के फोन पर जुनैद का फोन आया.
वह जानना चाह रहा था कि वह तैयार हुई या नहीं, उमेश आता ही होगा.
तबस्सुम ने उससे कह दिया कि उसने उमेश को एक घंटे बाद आने को कहा है. अभी वह सो रही है और अब उसे जुनैद फोन न करे.
दोनों फिर चिपट गए.
उमेश ने तबस्सुम की चूत चूसते चूसते उसके मम्मे भी मसल मसल कर लाल कर दिए.
अब तबस्सुम उसका लंड अपनी चूत में चाहती थी तो उसने उमेश से ऊपर आने को कहा.
तबस्सुम ने उमेश का लंड पकड़कर अपनी चूत पर रख दिया.
उमेश ने हल्का सा धक्का लगाया तो लंड महाराज चूत की गुफा में बेरहमी के साथ पूरा समा गए.
तबस्सुम चीखी.
पर उमेश ने नीचे झुककर उसके होंठों से अपने होंठ भिड़ा दिए और चुदाई की धकापेल शुरू कर दी.
तबस्सुम भी चुदासी थी तो वह भी उमेश की गर्दन में बाहें डालकर झूल गयी.
वह नीचे से उचक रही थी.
उमेश के धक्के बेकाबू होते जा रहे थे.
तबस्सुम ने अपने मम्मे अपने हाथों से पकड़कर उमेश से कहा- इन्हें कौन चूसेगा?
अब उमेश को दोनों काम करने पड़े.
वह मम्मे भी चूस रहा था और चुदाई भी कर रहा था.
हालाँकि समय बहुत था पर डर दोनों के मन में था.
उमेश ने जल्दी ही अपना सारा माल तबस्सुम की चूत में डाल दिया.
वह ऊपर से हटने लगा तो तबसूम उससे चिपट गयी और बोली- हिलो मत. इतनी जल्दी क्यों कर दिया. इसके बाद तो पता नहीं कब कर पायेंगे.
उमेश बोला- आज के बाद तो पता नहीं … पर आज रात को तीनों जरूर करेंगे. अभी तुम फटाफट तैयार हो जाओ, मैं एक काम करके थोड़ी देर में आता हूँ.
कहकर उमेश चला गया.
तबस्सुम ने बेड ठीक किया और वाशरूम में घुस गयी.
तभी जुनैद का फोन बजा.
उसने वीडियो कॉल किया था.
तबस्सुम ने ल्ला का शुक्रिया किया कि अच्छा है उमेश यहाँ नहीं है.
वह समझती थी कि जुनैद को शक हो रहा होगा.
उसने तौलिया लपेटा और कॉल अटेंड की और बनावटी गुस्सा दिखाते हुए बोली- नहाने भी नहीं दोगे.
उसे तौलिये में देख जुनैद का तो लंड खडा हो गया.
उसने तबस्सुम से मिन्नतें की कि एक बार अपने मम्मे दिखा दो.
तबस्सुम बोली- मम्मे क्या, सब कुछ दिखा दूँगी, पर यहाँ आ जाओ. और अब फोन रखो, मैं तैयार होकर नीचे लॉबी में उमेश का इंतज़ार करुँगी. मैं नहीं चाहती कि वह रूम में आये.
जुनैद को यह सुनकर बड़ी तसल्ली मिली, वह बोला- ठीक है, जब उमेश आ जाए तो मुझे बता देना.
तबस्सुम सलीके से तैयार हुई.
खूबसूरत तो वह है ही!
बनठन कर और भी अच्छी लगने लगी.
तभी उमेश का फोन आया कि वह होटल आ गया है.
तबस्सुम ने उससे कहा कि वह होटल रिसेप्शन से उसे फोन करे और वहीं इंतज़ार करे. और एक फोन जुनैद को कर दे कि यार तेरी बीवी तो मुझे बहुत इंतज़ार करवा रही है होटल में नीचे.
कुछ ही मिनटों में जुनैद का फोन आ गया तबस्सुम के पास- नीचे उमेश खड़ा है.
तबस्सुम ने कहा- खड़ा है तो खड़ा रहने दो, मैं अभी तैयार हो रही हूँ.
इतनी देर में उमेश ऊपर आ पहुंचा और तबस्सुम से चिपट गया.
तबस्सुम ने उसे धकेला- मेरा मेकअप खराब हो जाएगा और चूमा चाटी करोगे तो लिपस्टिक के निशान तुम्हारे लग जायेंगे. अब चुपचाप चलो.
तब तबस्सुम उमेश से चिपक कर मोटरसाइकिल पर बैठ गयी.
शहर घुमाते हुए उमेश उसे लॉज में ले आया.
तबस्सुम ने उमेश की मां के पैर छुए.
वे बहुत खुश हुईं.
कोई धर्म वाली बात ही नहीं थी.
तबस्सुम भी उनके साथ लंच की तैयारी में जुट गयी.
थोड़ी देर में जुनैद आ गया.
रात तक दोनों उमेश के परिवार के साथ ही रुके.
खाना खाकर जुनैद और तबस्सुम वापिस होटल आ गए.
जुनैद ने उमेश से कहा- तू यहाँ बोर होगा. रात को हमारे होटल ही आ जा. मन करे तो वहीं सो जाना. एक गद्दा एक्स्ट्रा लगवा लेंगे होटल वालों से.
इरादा साफ़ था कि रात भर चुदाई करेंगे. तबस्सुम ने बनावटी विरोध भी किया कि हम दोनों मजे करते!
तो जुनैद ने आँख मारते हुए कहा- मस्ती करने के लिए ही तो बुला रहा हूँ.
उमेश ने अपने माता पिता को राज़ी कर लिया- यहाँ तो मैं बोर हो जाऊंगा, तो क्यों न मैं जुनैद के साथ ही होटल में सो जाता हूँ, सुबह जल्दी आ जाऊंगा.
उसकी मां ने मना भी किया कि क्यों उन्हें परेशान कर रहा है.
पर उमेश नहीं माना और रात को 9 बजे करीब होटल पहुँच गया.
कमरे में तीनों बहुत खुश थे.
उमेश को तबस्सुम खूब छेड़ रही थी- क्यों न सानिया को भी यहीं बुला लें.
तबस्सुम उन दोनों को चिढ़ाती हुई बोली- मुझे तो नींद आ रही है. मैं नीचे गद्दे पर सो जाती हूँ, तुम दोनों ऊपर सो जाना और एक दूसरे को मजे दे देना. कल से तो उमेश को तुम्हारी जरूरत नहीं पड़ेगी.
तीनों हंस पड़े.
जुनैद ने कहा- चलो कपड़े चेंज कर लेते हैं.
उमेश बोला- मैं नीचे सो जाऊंगा.
पर तबस्सुम बोली- नहीं, तुम दोनों ऊपर ही सोना, मैं नीचे सो जाऊंगी.
तब जुनैद बोला- बेड बड़ा है, तीनों ऊपर ही सो जायेंगे.
जुनैद ने फ्रेश होकर केवल लुंगी पहन ली.
उमेश तो अपने साथ सोने के लिए टी शर्ट और नेकर लाया था, उसने वही पहन ली.
तबस्सुम झिझक रही थी.
वह लायी तो एक सेक्सी ब्रा पेंटी सेट थी रात के लिए … पर उमेश के सामने पहनने पर जुनैद क्या सोचेगा.
तो उसने एक नाईटी निकाली.
जुनैद उससे नाराज़ हुआ- जब तुम इतनी सुंदर ड्रेस लायी हो तो वही पहनो, ऊपर से गाउन डाल लेना.
तबस्सुम ने शावर लिया और डियो से अपने को महकाया और ड्रेस पहनकर ऊपर से गाउन पहन लिया.
बाहर से जुनैद और उमेश उसे जल्दी करने को कह रहे थे.
तबस्सुम जैसे ही बाहर आई, उमेश वाशरूम में फ्रेश होने के लिए घुसा.
तभी तबस्सुम को बेड पर जुनैद ने चिपटा लिया अपने से और ताबड़ तोड़ चूमना शुरू किया.
उमेश के आने की आहट होने पर तबस्सुम ने कहा- मैं दूसरी और लेटूंगी, तुम बीच में रहना.
पर उमेश ने ये सुन लिया और कहा- आपको परेशानी होगी, मैं नीचे सो जाता हूँ.
तबस्सुम ने उसका हाथ पकड़कर कर उसे बेड पर खींचते हुए कहा- ज्यादा नौटंकी मत करो. सो जाओ यहीं पर! पर शराफत से सोना.
जुनैद ने लाईट धीमी कर दी.
अब तबस्सुम बीच में थी और उसकी दोनों और उसके आशिक अपने तने हुए औजारों के साथ हमले को तैयार थे.
चुदासे तीनों हो रहे थे, समस्या यह थी कि शुरुआत कौन करे.
दोस्तो, अभी तक की हॉट इंडियन भाभी Xxx कहानी पर अपने विचार मेल और कमेंट्स में मुझे बताएं और अगले भाग की प्रतीक्षा करें.’
धन्यवाद.
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हॉट इंडियन भाभी Xxx कहानी का अगला भाग: मैरिड कपल के गांडू दोस्त की शादी- 2
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