मित्र की चचेरी भाभी का प्यार मिला- 2
(Desi Hot Bhabi Xxx Kahani)
देसी हॉट भाबी Xxx कहानी में मैंने अपने दोस्त के चचेरे भाई की सुंदर पत्नी के साथ सेक्स का मजा लिया. मुझे शुरू से ही वे भाबी अच्छी लगती थी.
कहानी के पहले भाग
दोस्त के भाई की प्यारी सी पत्नी
में आपने पढ़ा कि मेरे दोस्त के भाई की शादी के समय से ही मैं भाभी को पसंद करता था. उनसे मेरी दोस्ती भी हो गयी थी.
एक बार भाभी के जन्मदिन पर मैं उनके घर गया तो देखा कि वे अकेली थी और उदास थी.
मैंने उनकी उद्ससी दूर करने के लिए केक मंगवाया, उनसे कटवाया और फिर हम दोनों डांस करने लगे.
भाभी धीरे-धीरे मेरे लंड को सहला रही थी
मेरा लंड अब बाहर आने को बेताब था.
अब आगे देसी हॉट भाबी Xxx कहानी:
मैंने धीरे से भाभी के कान में कहा- भाभी, बाहर निकाल लो उसको!
भाभी ने मेरी फ्रेंची को नीचे कर दिया.
फ्रेंची को नीचे करते ही मेरा लंबा और मोटा लंड फुफकार मारते हुए बाहर आ गया.
अब हम दोनों पूरे नंगे थे.
मैंने कसकर भाभी को प्यार से गले लगा लिया.
मेरा लंड भाभी की चूत के पास टच हो रहा था.
मैंने भाभी की गांड को और जोर से दबा दिया जिससे मेरा लंड और भाभी की चूत बिल्कुल चिपक गए.
इतनी देर में भाभी की चूत भी काफी गीली हो गई थी जिससे मेरा लंड भी थोड़ा गीला हो गया.
अब मैं भाभी से थोड़ा दूर हो गया तो भाभी ने पहली बार मेरे लंड को देखा.
भाभी बोली- सुमित, तुम्हारा तो कितना बड़ा और मोटा है!
मैं बोला- क्यों भाभी, भैया का इतना बड़ा नहीं है क्या?
भाभी बोली- नहीं, छोटा है इससे!
मैंने भाभी को अपनी गोद में उठाया और बेडरूम में ले गया.
धीरे से मैंने भाभी को बेड में लिटाया और भाभी के बाजू में लेट गया.
हॉट भाभी को मैंने अपने बाहों में ले लिया.
वे मेरे से गले लग गई.
मेरा एक हाथ भाभी के बूब्स पर आ गया और धीरे-धीरे भाभी के बूब्स को सहलाने लगा.
फिर मैंने भाभी के चूचुक को अपने मुँह में ले लिया.
निप्पल को मुंह में लेते ही भाभी ने कसकर अपना हाथ मेरे सिर पर रख दिया.
जिंदगी में पहली बार मैं किसी के बूब्स को पी रहा था.
अब एक स्तन को मैं पी रहा था और एक बूब को दबा रहा था.
भाभी भी अपने हाथ से मेरे लंड को सहला रही थी.
अब वो हाथ जिससे मैं भाभी के बूब को दबा रहा था, मैं नीचे कर भाभी की चूत के पास ले गया.
जैसे ही मैंने अपना हाथ भाभी की चूत पर रखा, भाभी की चूत एकदम गर्म थी और गीली हो गई थी.
मैं अपने हाथ से भाभी की चूत को सहलाने लगा.
भाभी की चूत को सहलाते हुए मैं अपनी उंगली भाभी की चूत के चारों ओर चलाने लगा.
चूत के चारों ओर उंगली चलाने के बाद मैंने अपनी एक उंगली धीरे से भाभी की चूत में डाल दी.
उंगली चूत में जाते ही भाभी की आह निकल गई.
चूत में जैसे ही उंगली गई, भाभी ने कसकर मेरे लंड को भी दबा दिया.
मैंने धीरे-धीरे भाभी की चूत में उंगली करना चालू कर दिया.
अब एक की जगह मैंने दो उंगली भाभी की चूत में डाल दी.
दो उंगली जाते ही भाभी के उत्तेजना और बढ़ गई.
भाभी की चूत पूरी गीली थी तो उंगली भी पूरी अंदर तक भाभी की चूत में जा रही थी.
उंगली जैसी भाभी की चूत की आखिर में जाकर टच होती थी, भाभी मेरे लंड को कस कर दबा देती.
उंगली करते-करते भाभी का काफी पानी बाहर आने लगा था.
अब मैं भाभी के ऊपर आ गया और दोनों हाथों से भाभी के बूब्स दबाने लगा.
बहुत ही मुलायम मखमली थे भाभी के बूब्स!
भाभी के अभी तक कोई बच्चे भी नहीं हुए थे इस कारण चूत भी टाइट थी उनकी!
उनके प्यारे भूरे निप्पल को मैंने अपनी उंगली से दबा दिया.
अब अपने मुंह को मैंने भाभी के बूब्स में रखा, भाभी के दूध को में ऐसे पी रहा था जैसे मैं कई जन्मों का प्यासा हूं, एक दूध को छोड़कर दूसरे को पीने लगता.
मन कर रहा था कि भाभी के बूब्स को पीता ही रहूं.
धीरे-धीरे ऊपर से नीचे किस करते हुए नीचे आ रहा था.
मैंने भाभी के पेट पर किस किया, भाभी की नाभि पर किस किया.
नाभि के आसपास किस करते हुए भाभी की चूत के पास मेरा मुंह आ गया.
चूत के ऊपर की तरफ मैंने एक प्यारी सी पप्पी ली और थोड़ा नीचे आया तो भाभी की प्यारी चूत मेरी आंखों के सामने थी.
बहुत ही प्यारी थी दोस्तो … भाभी की चूत!
चूत पर बिल्कुल भी बाल नहीं थे.
बिल्कुल गोरी सी गुलाबी रंग की थी भाभी की चूत!
मैंने भाभी की दोनों टांगों को फैला दिया और अपने मुंह को भाभी की चूत के पास ले गया.
तब मैंने अपने मुंह को भाभी की चूत पर रख दिया.
मेरे हॉट भाभी की चूत पर रखते ही भाभी की आह निकल गई.
भाभी बोली- सुमित, मत करो ये! तुम्हारे भैया ने यह कभी नहीं किया!
मैं बोला- भाभी, आज आपको पता चलेगा कि यह सुख क्या होता है.
मैंने भाभी की चूत के चारों ओर किस करना शुरू कर दिया.
भाभी तड़पती जा रही थी.
अब मैंने भाभी की चूत को थोड़ा फैलाया और अपनी जीभ भाभी की चूत के अंदर डाल दी.
अपनी जीभ भाभी की चूत के अंदर डालते ही ऐसा लगा कि जैसे भाभी की चूत से कोई लावा निकल रहा हो.
मैं अपनी जीभ को पूरी लंबी करते हुए भाभी की चूत के अंदर डाल रहा था.
भाभी कस कर अपने दोनों हाथ मेरे सर पर रख सर को दबा रही थी.
चूत के अंदर मैं अपनी जीभ चला रहा था.
जीभ चलाते ही भाभी की सिसकारियां बढ़ती जा रही थी.
बीच-बीच में मैं अपनी जीभ बाहर निकाल भाभी की चूत को काट भी देता था. भाभी की चूत से निकलने वाले पानी को भी मैं पीये जा रहा था.
भाभी ने मेरा मुंह अपनी चूत से अलग कर दिया.
तब मैं अपना लंड भाभी की मुंह के पास ले गया.
भाभी मना करने लगी, बोली- सुमित, मैंने कभी इनका भी नहीं लिया.
मै बोला- भाभी, एक बार ले कर देखो. अगर अच्छा नहीं लगेगा तो मत लेना!
भाभी मेरे लंड को किस करने लगी,.
लंड के ऊपर से ही भाभी लगातार किस कर रही थी.
किस करने के कारण मेरा लंड और खड़ा होकर बड़ा होता जा रहा था.
भाभी ने लंड के सामने की ओर किस किया तो मैं अपना लंड भाभी के होंठों पर चलाने लगा.
वे अपनी जीभ मेरे लंड के सामने टोपे पर च
लाने लगी.
लंड में से हल्की सी 2-3 बूंदें बाहर आई तो भाभी ने चाट ली.
भाभी का जैसे ही हल्का सा मुंह खुला, मैंने थोड़ा सा धक्का दिया तो मेरा लंड थोड़ा सा भाभी के मुंह के अंदर चला गया.
वे मेरे लंड को धीरे-धीरे चूसने लगी और लंड पर जीभ चलाने लगी.
भाभी लेटी हुई थी तो मेरा पूरा लंड अंदर नहीं जा पा रहा था.
मैं बिस्तर पर खड़ा हो गया और भाभी भी बिस्तर पर भी घुटने के बल बैठ गई.
अब भाभी की आंखों के सामने ही मेरा पूरा लंड था.
भाभी ने दोनों हथेली मेरे लंड पर रखी और रगड़ने लगी.
यों तो मैंने कई बार मुठ मारी थी पर आज भाभी मेरे लंड की मुठ मार रही थी तो एक अलग ही उत्तेजना का अनुभव हो रहा था.
मैंने अपने लंड को भाभी के दोनों गालोब पर लगाया तो मेरे लंड का गीलापन भाभी के गालों पर आ गया.
भाभी ने फिर से मेरा पूरा लंड अपने मुंह में ले लिया.
वे धीरे-धीरे मेरे लंड को चूसने लगी.
मैंने अपने दोनों हाथों से भाभी के सर को पकड़ लिया और अपना लंड और अंदर डालने लगा.
लंड भाभी के मुंह में नहीं जा पा रहा रहा था फिर भी जितना अंदर जा पा रहा था उतना लंड भाभी चूस रही थी.
भाभी अंदर अपनी जीभ भी घुमा रही थी.
वे अपने दोनों हाथ मेरे गांड पर रखते हुए गांड को कसकर दबाकर मेरे लंड को और अंदर लेने की कोशिश कर रही थी.
मैं भी अब धीरे-धीरे अपने लंड को भाभी के मुँह में अंदर बाहर करने लगा; मैं मुँह में ही भाभी को चोदने लगा.
थोड़ी देर में भाभी हांफ गई और लंड को बाहर निकाल पेट के बल लेट गई.
मैं भाभी के ऊपर लेट गया.
मेरा लंड भाभी की गांड में टच हो रहा था.
मैं अपने दोनों हाथ साइड से डाल दोनो बूब्स को पकड़ बूब्स को जम कर दबा मसलने लगा.
बूब्स को दबाते हुए मैं अपने लंड को भाभी की गांड में घिस रहा था.
मैंने भाभी से पूछा- कैसा लग रहा है भाभी?
भाभी बोली- सुमित, मैंने आज तक ऐसा प्यार नहीं किया.
वे बोली- जल्दी करो सुमित, अब सहन नहीं हो रहा है!
मैंने भाभी को सीदही किया और उनकी दोनों टांगों को चौड़ा कर फैला दिया.
भाभी की प्यारी चूत मेरे सामने थी और मेरा लंड भाभी की चूत में जाने को बेकरार हो रहा था.
मैंने अपने लंड को भाभी की चूत पर सेट किया और धीरे-धीरे अंदर डालने लगा.
भाभी की चूत गीली थी तो थोड़ा लंड अंदर चला गया.
वे बोली- सुमित, तुम्हारा बहुत लंबा और मोटा है यार … धीरे-धीरे करना!
मैं बोला- हां भाभी, चिंता मत करो. धीरे-धीरे ही करूंगा, आपको कोई तकलीफ नहीं होने दूंगा.
मैंने थोड़ा धक्का दिया तो आधा लंड अंदर चला गया.
भाभी को थोड़ा दर्द हुआ तो भाभी ने आंखें बंद कर दोनों चादर को पकड़ लिया.
उनकी चूत टाइट थी, शायद भैया का लंड छोटा और पतला था इस कारण भाभी की चूत ज्यादा खुल नहीं पाई थी.
मैंने अपने लंड को थोड़ा सा बाहर निकाला, फिर जोर का धक्का दिया.
तो भाभी के मुंह से चीख सी निकल गई; उनकी आंखों में हल्के से आंसू आ गए.
पर लंड बहुत अंदर चला गया.
मैं बोला- सॉरी भाभी!
भाभी बोली- कोई बात नहीं!
अब मैंने धीरे-धीरे देसी हॉट भाबी Xxx चोदना चालू कर दिया.
लंड थोड़ा बाहर आता, फिर थोड़ा अंदर जाता!
जब लंड अंदर जाता तो भाभी तड़प जाती.
चोदते चोदते मैंने अपने दोनों हाथ भाभी के बूब्स पर रख दिए और बूब्स को भी दबाए जा रहा था.
भाभी को पूरा मैंने अपने से चिपका लिया.
उनके दोनों हाथ मेरी पीठ पर हो गए.
भाभी के बूब्स मेरी छाती पर दब रहे थे.
अब मैंने थोड़ी स्पीड से भाभी की चोदना चालू कर दिया.
भाभी ने कसकर मुझे अपने से लिपटा लिया; उनके नाखून मेरे पीठ पर गड़ रहे थे.
मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी.
चोदते चोदते मैंने भाभी के कान में कहा- भाभी … आई लव यू!
भाभी बोली- लव यू टू सुमित!
मुझे लगा कि अब मेरा निकलने वाला है.
मैंने भाभी के कान में कहा- भाभी, मेरा निकलने वाला है.
तो भाभी बोली- अंदर ही निकाल दो, मैं गोली खा लूंगी.
मैंने अपनी स्पीड फुल बढ़ा दी.
फच फच की आवाज पूरी कमरे में गूंज रही थी.
उसके साथ भाभी की चीख भी गूंज रही थी.
अचानक से मेरे लंड से लावा निकल कर भाभी की चूत में समा गया.
भाभी को भी चूत के अंदर गर्म गर्म लगा होगा.
वीर्य निकलने के बाद मैं कुछ मिनट तक भाभी से लिपट कर लेटा रहा.
5 मिनट बाद में लंड निकाल कर भाभी की बाजू में लेट गया.
भाभी की चूत से वीर्य बह रहा था.
पास पड़े नैपकिन से मैंने भाभी की चूत को साफ किया और भाभी को अपने से लिपटा लिया.
भाभी बोली- सुमित, जो प्यार आज तुमने मुझे किया है, ऐसा प्यार मैंने आज तक नहीं किया.
मैं बोला- भाभी, मैं आपको हमेशा ऐसा ही प्यार करता रहूंगा.
भाभी बोली- सुमित, आज रात यहीं रुक जाओ ना!
मैंने अपने घर पर फोन कर बहाना बना दिया कि मैं अपने दोस्त के यहां रुक रहा हूं.
भाभी कस कर मुझसे लिपट गई.
मैं बोला- भाभी, अब सारी रात हमारी है!
भाभी बोली- हां, चलो अब सबसे पहले कुछ खा लेते हैं.
भाभी बाथरूम गई और गाउन पहन कर आ गई.
मुझे भी भाभी ने भैया के लोवर और टीशर्ट दे दिया.
खाना खाने के बाद अब हमने सारी रात कैसे गुजारी … अगली कहानी में बताऊंगा.
इस देसी हॉट भाबी Xxx कहानी पर आप कमेंट्स और मेल कीजियेगा.
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