रोहण का सच
प्रेषक : कुलजीत सिंह
मैं कुलजीत सिंह आपका दोस्त, लेकर आ गया आप लोगों के लिए एक यौन-कथा ! यह कथा मेरे दोस्त रोहण की सच्ची घटना है।
यह उन दिनों की बात है जब हम बारहवीं में पढ़ते थे। रोहण मुझे अपनी, अपने घर की हर बात बताता था।
एक दिन रोहण के भैया घर के सभी सद्स्यों के साथ शादी के लिए लड़की देखने गए।
जैसे ही लड़की आई, दोनों उसे ही देखते रह गए, क्या तो लग रही थी वो ! बिल्कुल परी जैसी थी !
रोहण तो बार बार उसके स्तनों और कूल्हों को ही देख रहा था। रोहण का तो उसी समय उसे चोदने का मन करने लगा पर रोहण शांत ही रहा।
भैया ने शादी के लिए हाँ कह दी।
40 दिन बाद का मुहूर्त निकला शादी का !
रोहण तो दिन-रात मुस्कान (भैया की होने वाली बीवी) के बारे में ही सोचता रहता, तब उसे मुट्ठ मारना नहीं आता था।
शादी वाला दिन भी आ ही गया। रोहण ने अपने लिए नए कपड़े लिए थे तो रोहण को देख भैया बोल उठे- आज तो तू ही दूल्हा लग रहा है..!
रोहण भी हंस दिया।
बारात चलने लगी रोहण बारात में खूब नृत्य किया। फिर करीब डेढ़ घंटे बाद हम शादी के मण्डप में पहुँच गए …..
शादी में हमने बहुत मस्ती की और भैया की साली जो बराबर की थी, के साथ बहुत मजे किये। मैं और रोहण बहुत बार उसके कूल्हे और वक्ष को स्पर्श कर देते पर वो कुछ नहीं बोली…
शादी अच्छी तरह हो गई।
रोहण की तो भाभी और उनकी बहन दोनों को चोदने की इच्छा होने लगी।
लेकिन दो महीने बाद हमारी परीक्षा थी तो रोहण उसकी तैयारी में लग गया, कभी कभी ही अपने भैया के घर जाता था।
परीक्षा खत्म होते ही रोहण अपने भैया के घर ही पूरा दिन बिताता…
रोहण ने मुझे बताया कि मुझे भाभी कभी खुश नहीं लगी। रोहण ने कई बार पूछा, पर वो कुछ नहीं बोली। रोहण ने भैया को भी पूछा कि क्या बात है !
तो भी बोले- कुछ नहीं ! लड़कियों की आदत ही होती है गुमसुम रहने की !
फिर रोहण ने भी कुछ नहीं कहा…
दो महीने बाद रोहण ऐसे ही रोज की तरह भैया के घर गया, उनका गेट खुला था तो रोहण सीधे अन्दर घुस गया।
सामने का नज़ारा देख कर रोहण दंग रह गया।
भाभी ब्लू फिल्म देख रही थी जिसमें आदमी लड़की की चूत में अपनी उंगली डाल रहा था, भाभी भी अपनी चूत में उंगली डाल रही थी…
रोहण जाने लगा तो भाभी ने देख लिया और जल्दी से कपड़े ठीक कर बोली- रोहण तुम कब आये?
रोहण कुछ नहीं बोला और उनकी चूत की तरफ देखने लगा तो वो बोली- क्या देख रहे हो?
रोहण बोला- कुछ नहीं ….!
तो एकदम से बोली- मेरी चूत की तरफ ना !
रोहण ने कहा- हाँ !
तो भाभी बोली- मुझे चोदोगे?
रोहण बोला- क्या????
तो बोली- तुम्हारे भैया तो नामर्द हैं, कभी लण्ड ही खड़ा नहीं होता। शादी के चार महीने बाद भी मैं अक्षत-योनि हूँ…!
रोहण बोला- क्या????
वो बोली- प्लीज़ ! मेरी चूत की प्यास मिटाओ !
रोहण अटकता अटकता बोला- ठीईई ठीई ठीक है ! चोदता हूँ ! पर भैया को पता चला तो?
वो बोली- कुछ नहीं बोलेगा वो भैन का लौड़ाऽऽऽ ! यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉंम पर पढ़ रहे हैं।
रोहण मन मन बहुत खुश हुआ, रोहण पहली चुदाई 18 साल की उम्र में ! मज़ा आ जायेगा…!
फिर रोहण भाभी का हाथ पकड़ कर बेड पर ले गया और उनके स्तन ब्लाऊज़ के ऊपर से ही दबाने लगा।
वो आहें भरने लगी.. अह्ह्ह ह्ह्ह उह्ह मज़ा आ गया ! तेज़ दबाओ जान…
रोहण और तेज़ दबाने लगा, उसके चूचों को उसकी ब्रा से आजाद करके दबाने लगा वो और तेज़ आहे भरने लगी… अह्हह्ह या आअह्ह्ह उह्ह्हुहुहू अहः
फिर रोहण चूचियों को मुँह में चूमने लगा, फिर उनकी साड़ी हटा कर पूरा नंगा कर लिया और उसके बदन पर हाथ फेरने लगा।
वो बोली- जान ! बड़ा मज़ा आ रहा है…
रोहण ने उसे पूरा नंगा कर दिया, बस पैंटी नहीं खोली और बोला- मेरा लंड तो बाहर निकालो और तरोताजा करो..!
तो बोली- अभी निकालती हूँ..
दो मिनट में रोहण को पूरा नंगा कर के उसके सात इंच के मोटे लंड से खेलने लगी…
रोहण को भी काफी मज़ा आ रहा था.. रोहण भी आहें भरने लगा..
रोहण के लंड ने एक बार करीब बीस मिनट बाद पानी छोड़ दिया…
फिर रोहण उसकी चूत को पैंटी हटा कर नंगा करने लगा। क्या तो मस्त चूत थी उसकी… छोटे छोटे बाल और गुलाबी रंग की प्यारी सी चूत…
रोहण उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा तो वो आहें भरने लगी- आ आआ आह्ह ऊऊओह्ह माज्ज़ा आआ राह्हा है जानी…
रोहण बोला- अभी तो असली मज़ा आना बाकी है मेरी जान…
रोहण उंगली से उसकी चूत को खोलने लगा…
तो वो चिल्लाई- आह्ह्ह, दर्द हो रहा है !
तो रोहण को बोला- फिर मेरा मोटा लंड घुसने पर क्या होगा जान…?
कुछ देर बाद बोली- अब सब्र नहीं होता ! चोदो मेरी चूत को…
तो रोहण ने उसे बिस्तर पर लिटाया और धीरे धीरे उसकी अनछुई चूत में लंड डालने लगा। उसे पता था कि दर्द होगा, सो रोहण ने आराम से घुसाना जारी रखा।
उसे थोड़ा दर्द हुआ पर इतना नहीं जितना आमतौर पर लड़कियों को पहली चुदाई में होता है।
थोड़ी देर बाद रोहण गति बढ़ाता गया.. अब मुस्कान भाभी को भी मज़ा आ रहा था, बोलने लगी- रोहण जान, और तेज्ज़ फाड़ दे मेरी चूत…
रोहण और तेज़ हो गया और उसकी चूत को मज़े देने लगा…
उसकी चूत को चोदते हुए इतना मज़ा आ रहा था कि लगा हमेशा ऐसे जीवन भर चोदता रहे…
15 मिनट बाद वो झड़ गई और बोलने लगी- अब प्लीज़ ! रुक जाओ !
पर रोहण कहाँ रुकने वाला था, वह अपनी पूरी गति से उसे चोदता रहा। दस मिनट बाद वो भी झड़ गया और सारा पानी अपनी भाभी की चूत में छोड़ दिया।
वो बोली- जान, आज तो मुझे मज़ा आ गया !
मैं बोला- जान ! तुमने मुझे जो मज़ा दिया उसे मैं कभी नहीं भूलूंगा…
उस दिन रोहण ने 4-5 बार अपनी सुन्दर सलोनी मुस्कान भाभी की जोरदार चुदाई की।
उसके बाद से वे दोनों रोज चुदाई करने लगे। रोहण ने ही उसे बच्चा दिया।
मुझे मेल जरूर करना दोस्तो… मुझे आपके मेल कर इन्तज़ार रहेगा..
मैं 21 साल का हूँ और अभी तक मेरा लण्ड जो बहुत दमदार है अपनी पहली चूत का इंतजार कर रहा है।
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