फैमिली में सामूहिक चुदाई का मज़ा

(Porn Family Sax Kahani)

पोर्न फॅमिली सैक्स कहानी में परदे वाले मजहबी परिवार में बाप बेटी और माँ बेटे की चुदाई के बाद चारों के एक साथ ग्रुप सेक्स का वर्णन है, जो ऐसे परिवारों में सामन्य बात है.

यह कहानी सुनें.

मेरे प्यारे दोस्तो, मैं रेहाना खान अपनी दोस्त हसीना बेगम की सच्ची कहानी उसी की जुबानी आपको सुना रही हूँ।

मेरा नाम हसीना बेगम है यह तो आप जान ही चुकी हैं।

तो मेरी पोर्न फॅमिली सैक्स कहानी पढ़ें और मजे लें.

अभी दो दिन पहले मैं अपने बेटे से घपाघप चुदवा रही थी।
मेरा बेटा भी अपना लौड़ा मेरी चूत में घुसा घुसा कर चोद रहा था।

मुझे उसका लण्ड बेहद पसंद है. लगभग 8″ का उसका लण्ड मेरी चूत की बखिया उधेड़ रहा था; चूत में अंदर तक घुस कर चोट कर रहा था।
मैं बड़ी उत्तेजित होकर उससे चुदवा रही थी।

मेरा बेटा मुझे दो साल से चोद रहा है।
उससे चुदवाने में मुझे हर बार एक नया मज़ा मिलता है, वही मज़ा मैं ले रही थी।

मैं सच में अपने बेटे की लण्ड की दीवानी हूँ।
मेरे मुँह से सिसकारियां निकल रहीं थीं- हायल्ला … बड़ा मज़ा आ रहा है, बेटा असद … मुझे खूब चोदो, पूरा लौड़ा घुसा घुसा के चोदो, अपनी माँ का भोसड़ा चोदो, हरामजादे, माँ चोदने का पूरा मज़ा ले लो भोसड़ी वाले असद … तू सच में बहुत बड़ा मादरचोद है. अम्मी की चूत बहुत नसीब वालों को मिलती है। हाय रे फाड़ दे मेरी चूत … तेरा लौड़ा बड़ा दमदार है साले कुत्ते हरामी भड़वे! तुझे माँ चोदने में बड़ा मज़ा आता है न? तो ले ले पूरा मज़ा. मेरी चूत तेरा लौड़ा पूरा का पूरा खा जाएगी।

इस तरह मैं एक मंजी हुई रंडी की तरह अपने बेटे से चुदवाने में जुटी थी।

उधर मेरे बगल में मेरा शौहर मेरी बेटी सना को चोदने में लगा हुआ था।
जी हां … एक बाप अपनी बेटी को चोदने का मज़ा लूट रहा था।

मेरी 19 साल की बेटी अपने अब्बू के लण्ड का पूरा मज़ा ले रही थी।
पूरा का पूरा लण्ड अपनी चूत में पेलवाकर चुदवा रही थी और बोल रही थी- साले मादर चोद अब्बू, फाड़ दे न मेरी चूत … तेरा लण्ड बहनचोद बड़े कमाल का है। मैं बहुत चुदासी हूँ। मुझे ऐसा ही लण्ड पसंद है अब्बूजान! मैं बुर चोदी तेरी बेटी नहीं, तेरी गर्लफ्रेंड हूँ, तेरी रंडी हूँ। मुझे अपनी बीवी की तरह चोद अब्बू … लण्ड पूरा घुसा घुसा के चोद … अपने दोस्तों के भी लण्ड पेल मेरी चूत में! मैं सबके लण्ड खा जाऊंगी।

मैं समझ गयी कि मेरी बेटी की चूत में मुझसे ज्यादा आग है।
बेटी की बातों से मेरी भी उत्तेजना बढ़ती जा रही थी।

फिर मैं अपनी गांड उठा उठा के और मस्ती से चुदवाने लगी; झटके का जवाब झटके से देने लगी।

हम दोनों माँ बेटी बिंदास चुदवाने में सारी दुनिया भूल चुकी थी।

वह बोली- तू तो बुर चोदी अम्मीजान … बिल्कुल रंडी हो गयी है।
मैंने भी जवाब दिया- और तू भोसड़ी वाली सना … तेरी माँ की चूत! तू तो मुझसे ज्यादा चुदक्कड़ है।

हम दोनों माँ बेटी की चुदाई की आवाज़ सबका मन मोह रही थी।
चुदाई की महक पूरे घर में फ़ैल रही थी।

आप लोग यह सोच रहे होंगे कि ये सब कैसे हो गया कि माँ अपने बेटे से चुदवाने लगी और बेटी अपने बाप का लण्ड लेने लगी?

तो इसकी भी एक रोचक कहानी है।
पहली बात यह कि हमारे कुनबे में चुदाई खुल्लम खुल्ला सदियों से होती आ रही है।
कोई किसी को भी चोद लेता है और कोई किसी से भी चुदवा लेती है।
सेक्स पर कोई रोक नहीं है।
सबको सबके साथ सेक्स करने का हक़ है।

कहते हैं कि चुदाई के मामले में रिश्ता नहीं देखा जाता.
अगर कोई रिश्ता होता है तो वह है लण्ड और चूत का रिश्ता बस!
किसी के भी लण्ड में बाप, काका, नाना, चाचा का नाम लिखा नहीं होता है उसी तरह किसी चूत में भी माँ, बहन, भाभी, काकी, नानी, देवरानी, जेठानी का नाम नहीं लिखा होता है.
लण्ड सिर्फ लण्ड है और चूत सिर्फ चूत।
लंड को चाहिए चूत और चूत को चाहिए लण्ड!

सच्चाई यह है कि एक दिन मैंने अपने बेटे असद को मुठ मारते हुए देख लिया था।
उसका खड़ा टनटनाता हुआ लण्ड देखा तो मेरे होश उड़ गए।
उसके जैसा लम्बा मोटा और तगड़ा लण्ड मेरे शौहर का भी नहीं था।

मैं अपने बेटे के लण्ड पर मर मिटी; दिल दे बैठी मैं उसके लण्ड को!
मेरी चूत ससुरी गीली हो गयी।

बस मैंने लपक कर पकड़ लिया बेटे का लण्ड और कहा- बेटा असद, जब मैं हूँ तो तुझको मुठ मारने की क्या जरूरत? तुम्हारी जैसी उम्र में लड़के मुठ नहीं मारते बल्कि चूत चोदने लगते हैं। इसलिए तुम भी पेलो लण्ड और चोदो! एक बार चोद के देखो अपनी माँ की चूत … तुम्हें इतना मज़ा आएगा कि तुम मुठ मारना बिल्कुल भूल जाओगे।

यह सुनकर वह मुझसे लिपट गया।
मैंने भी उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसकी चुम्मी ले ली।

फिर मैंने धीरे से अपने कपड़े उतारे और उसके आगे नंगी हो गयी.
वह मुझे नंगी देख कर उत्तेजित हो गया।
मैंने फिर उसे भी बड़े प्यार से नंगा कर दिया।

फिर मैं उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी और वह मेरे मम्मे दबाने लगा, मेरी चूत सहलाने लगा, मेरी गांड पर हाथ फेरने लगा।

उस दिन मैंने उसे सिखा दिया कि कैसे चोदी जाती है अम्मी की चूत!
पहले मैंने उसे ओरल सेक्स करना सिखाया; चूत चाटना, गांड चाटना, मम्मे मसलना सब सिखा दिया।

फिर उसने अपने आप ही मेरी चूत में दो उंगली घुसेड़ दी और बोला- बड़ी टाइट है तेरी चूत अम्मी जान!
मैंने कहा- इसी चूत को तो ढीली करना है बेटा असद! इसीलिए कहती हूँ कि लण्ड पूरा घुसेड़ दो मेरी चूत में! तेरा लण्ड बड़ा मोटा है। मेरी चूत अपने आप ढीली हो जाएगी।

फिर उसने आव न देखा ताव … गच्च से पेल दिया अपना लण्ड मेरी चूत में।
लण्ड पूरा घुसते ही मेरी चीख निकल पड़ी- उई माँ मर गयी मैं! बड़ा मोटा है तेरा लण्ड मादरचोद, मेरी चूत फट गई बहनचोद!

उसके बाद वह मुझे बिंदास चोदने लगा, पहली ही बार में ही मै उससे पहले झड़ गई, मेरी चूत साली खलास हो गई और उसके कुछ देर बाद वह भी झड़ गया।

मैंने उसका झड़ता हुआ लण्ड चाटा।
लण्ड का टोपा मुझे बड़ा मज़ा दे रहा था।
मेरे मुंह से निकला- वाह बड़ा स्वादिष्ट है तेरा लौड़ा बेटा असद!

फिर वह मुझे हर दिन चोदने लगा; दिन में कई बार चोदने लगा और मैं उसके लम्बे चौड़े लण्ड का मज़ा लूटने लगी।

मैं आपको एक बात और बताना चाहती हूँ कि जब मेरी बेटी सना 19 साल की हुई तो एक दिन मैंने उसे सेक्स के बारे में सब कुछ खुल कर बता दिया था।
उसे लण्ड, बुर, चूत, भोसड़ा, गांड के बारे में सब बता दिया था और उसे अपने साथ ही नंगी नंगी सुलाने भी लगी थी।

धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरी की चूत और गांड चाटने लगी थी।

एक दिन एक दूसरे की चूत में उंगली करने लगीं और गालियों से भी बातें करने लगी।
मैं उसे बेशरम, बेहया, रंडी की औलाद बुर चोदी सना कहने लगी।
वो भी मुझे हरामजादी, छिनार, कुतिया, हसीना तेरी बिटिया की बुर, भोसड़ी वाली जैसी गालियां दे दे कर बात करने लगी।

हम दोनों इस तरह एक दूसरे की दोस्त बन कर एन्जॉय करने लगीं थीं।
उधर मेरा बेटे से चुदवाने का सिलसिला चल ही रहा था और इधर मैं अपनी बेटी के साथ लेस्बियन करने लगी थी।

एक रात में मैं अपने बेटे से धकापेल चुदवा रही थी; उसका लौड़ा मेरी चूत में पूरा घुसा हुआ था।
चुदाई की आवाज़ भी जोर जोर से आ रही थी।

इसी बीच सना बाथरूम के लिए उठी तो उसने मुझे बेटे से चुदवाते हुए देख लिया।
वह मेरे पास आकर बोली- मादरचोद हसीना, तू अकेली ही अकेले भाई जान के लण्ड का मज़ा ले रही है? तू साली कुतिया पूरा का पूरा लण्ड पेलवा रही है अपनी चूत में और मुझे भूल गई। मेरे पास चूत नहीं है क्या? मेरी चूत में आग नहीं है क्या?

मैंने कहा- बुरचोदी सना, आग है तो आ जा न मेरे सामने और पकड़ ले अपने भाई का लण्ड!
वह मेरे पास आई तो मैंने खुद अपने बेटे का लण्ड उसे थमा दिया।

उसने लण्ड बड़े मजे से पकड़ लिया तो मैं उसके कपड़े एक एक करके उतारने लगी।
बस पल भर में वह भी नंगी हो गयी।

मैं तो पहले से ही नंगी थी, बेटा भी नंगा था।
मेरे मन में आया कि जब मैं इसकी उम्र की थी तो अपने भाई जान से चुदवाती थी।
तो मेरी बेटी अपने भाई जान क्यों न चुदवाये?

मैं तो शादी के पहले कुनबे के सारे मरदों से चुदवा चुकी थी।
यही सब सोच कर मैं बड़े प्यार से बेटी की चूत पर और गांड पर हाथ फेरने लगी।

मेरा बेटा भी सना की चूचियाँ मसलने लगा।
उसका लण्ड बहनचोद और ज्यादा सख़्त हो गया था।

फिर मैंने बेटी की चूत में दो उंगली घुसेड़ दी।
मैंने देखा कि उसकी चूत की आग धधक रही है।

मैं समझ गयी कि बेटी की चूत अब चुदने लायक हो गयी है।
बेटी सना बड़ी मस्ती से अपने भाई जान का लण्ड नंगी नंगी चूस रही थी।
मैं उसके पेल्हड़ सहला रही थी।

तभी मौका पाकर मैंने लण्ड बेटी की चूत पर रगड़ा तो बेटा भी उत्तेजित हो गया उसने सट्ट से लण्ड अंदर घुसा दिया तो बेटी की चीख निकल पड़ी- उई माँ … इस भोसड़ी वाले ने पूरा लण्ड एक ही बार में पेल दिया अम्मी जान! फट गई मेरी चूत बहनचोद … बड़ा दर्द हो रहा है अम्मी जान, हाय रे ऊऊऊ ऊँहूँ ओ हां हे हे … मरी जा रही हूँ। अब क्या होगा?

मैंने कहा- चुप रह माँ की लौड़ी। अब होगी तेरी चुदाई और क्या? तू भी अपनी अम्मी की तरह चुदेगी। ज्यादा शोर मत मचा बुर चोदी सना। तेरी माँ भी इसी तरह चुदती है।

फिर तो बेटा असद अपनी बहन को खूब घपाघप चोदने लगा; पूरा लौड़ा पेल पेल कर चोदने लगा।

मुझे हैरानी हुई यह देख कर कि सना भी खूब अपनी गांड उठा उठा कर अपने भाई से चुदवाने लगी.
वह बोली- हायल्ला … बड़ा मज़ा आ रहा है। और चोदो मुझे … कुतिया की तरह चोदो मुझे भाई जान! हूउउउ होओओओ हीइ अअअअअ … बड़ा मज़ा आ रहा है. तू भोसड़ी का मेरी माँ चोदता है तो मुझे भी उसी तरह चोद।

मैं मादरचोद नंगी बैठी हुई अपने बेटे से अपनी बेटी चुदवा रही थी।
जिस तरह मुझे अपने बेटे के लण्ड पर गर्व हो रहा था उसी तरह मुझे अपनी बेटी की चूत पर भी गर्व हो रहा था।

वह भी इतना मोटा तगड़ा लण्ड पूरा का पूरा पेलवाकर चुदवा रही थी।

मुझे अपने पुराने दिन याद आने लगे जब मेरी अम्मी ने मुझे मेरे भाई जान से चुदवाया था और कई बार चुदवाया था।

बेटे का लण्ड बेटी की चूत फाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था।
मैं उनकी चुदाई देख देख कर मज़ा भी ले रही थी और खुश भी हो रही थी।

उस दिन के बाद मेरा बेटा मुझे चोदने के साथ साथ अपनी बहन भी चोदने लगा।
कुछ दिनों में ही बेटी सना बड़ी बेशर्म और बेहया हो गयी, गालियां दे दे कर चुदवाने लगी।
कभी वो मेरी चूत पर लण्ड रगड़ती कभी मैं उसकी चूत पर लण्ड रगड़ती।

एक दिन उसने मुझसे कहा- अम्मी जान, मुझे अब्बू जान का भी लण्ड चाहिए। मैंने जबसे अब्बू का लण्ड देखा है तब से मेरी नींद हराम हो गयी है. मेरी आँखों में उसी का लण्ड घूमता रहता है अम्मी जान। इतना ही नहीं, जब मैं उसे तुम्हें चोदते हुए देखती हूँ तो मेरी चूत ससुरी गनगना उठती है। अब मैं रुक नहीं सकती। मैं भी अब्बू से चुदवाऊंगी अम्मीजान!

मैं उसकी बातें सुनकर दंग रह गयी, उसने अब्बू से चुदवाने की जिद पकड़ ली।

फिर क्या … अपने शौहर का लण्ड उसकी चूत में पेलने के अलावा मेरे पास कोई और चारा नहीं था क्योंकि अपने अब्बू से चुदवाने की इच्छा वह कई बार मुझसे पहले भी ज़ाहिर कर चुकी थी।

आपको यह जानकर थोड़ी हैरानी होगी और मज़ा भी आएगा कि मुझे मेरे शौहर के साथ मेरा बेटा भी चोदने लगा था। यानि मुझे बाप बेटा दोनों मिलकर चोदते थे।

यह सिलसिला बहुत दिनों से चल रहा था।

मैंने भी अपने अब्बू से चुदवाया है तो मैंने सोचा कि जब मैं अपने अब्बू से चुदवा सकती हूँ तो मेरी बेटी क्यों नहीं चुदवा सकती अपने अब्बू से?

मैं तो आज भी जब मायके जाती हूँ तो अब्बू के लण्ड का मज़ा लेकर ही आती हूँ।

एक दिन जब मेरा मियां मुझे अकेले चोद रहा था तो उसके मुंह से निकला- यार हसीना, आजकल बेटी सना की जवानी कुछ ज्यादा ही मस्त लग रही है।
मैंने फ़ौरन उसकी बात पकड़ ली और कहा- तो क्या तुम उसे अपना लण्ड पकड़ाना चाहते हो? उसे चोदना चाहते हो?
उसने कहा- हां बिल्कुल चोदना चाहता हूँ।

अब हमारे घर में चुदाई का माहौल ही ऐसा था जिससे न तो बेटा अछूता रह पाता था और न बेटी।
न मैं अपने आपको रोक पाती थी और न मेरा शौहर!

मैं अपने शौहर की बात सुनकर मन ही मन बड़ी खुश हुई और बेटी को इशारा कर दिया।

मेरे इशारा करते ही बेटी हमारे सामने आ गई।
मैं नंगी थी ही … उसका अब्बू भी नंगा था और उसका लण्ड भी खड़ा था।

बस मैंने बेटी का हाथ पकड़ कर अपने शौहर के लण्ड पर रख दिया।
उसने लण्ड बड़े मजे से पकड़ लिया क्योंकि उसने हमारी सारी बातें चुपचाप सुन ली थी।

मेरे शौहर को भी उसे लण्ड पकड़ाने में मज़ा आ गया.
लण्ड साला और तन कर झूमने लगा।

तब तक मैंने बेटी सना के सारे कपड़े उतार दिये तो वह भी मेरी तरह एकदम नंगी हो गयी।

उसके अब्बू ने पहली बार अपनी बेटी को नंगी देखा तो बहुत ज्यादा ही उत्तेजित हो गया।
उसने फ़ौरन लण्ड बेटी के मुंह में घुसेड़ दिया।

बेटी भी बड़े प्यार से लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी।

मेरा शौहर अपनी बेटी के नंगे जिस्म से खेलने लगा और मैं उन दोनों को देख कर ख़ुशी से फूली नहीं समा रही थी।
बेटी और उसके बाप दोनों की इच्छा पूरी हो रही थी.

बेटी अपने अब्बू से चुदना चाहती थी और अब्बू उसे चोदना चाहता था।
बाप ने सोचा कि आज मुझे बहुत दिनों के बाद एक एक नई ताज़ी चूत मिली है और बेटी ने सोचा कि आज मुझे एक मोटा तगड़ा मस्ताना लण्ड मिला है जिसका मैं पूरा फायदा उठाऊँगी।

उस दिन मेरे शौहर ने अपनी बेटी को बड़ी मस्ती से चोदा, पूरा का पूरा लण्ड पेल पेल कर चोदा; उसकी दोनों टांगें पकड़ कर चोदा.
बेटी भी सिसकारियां ले ले कर और अपनी कमर को हिला हिलाकर चुदवाने लगी।

मैंने भी बेटी का हौसला बढ़ाया और कहा- बेटी सना, तुम निश्चिन्त होकर जवानी का मज़ा लूटो। मैं भी ऐसे ही पोर्न फॅमिली सैक्स का मजा लेती हूँ।

बेटी मेरी बातें सुनकर बहुत उत्तेजित हो गयी और तब उसने पहली बार ही खूब जम कर अपने अब्बू से चुदवाया।
मैंने भी उसकी जम कर तारीफ की और उसका हौसला बढ़ाया।

इस तरह हम चारों, मैं हसीना, मेरा शौहर हनीफ, मेरा बेटा असद और बेटी सना, मिलकर सेक्स का मज़ा एक साथ लेने लगे।
2 लण्ड और 2 चूत का खेल काफी समय तक चलता रहा।

वे दोनों हमको अदल बदल कर चोदते रहे और हम दोनों माँ बेटी अदल बदल कर चुदवातीं रहीं।

लगभग हर रोज़ इस तरह फैमिली सामूहिक चुदाई हमारे घर में होने लगी।

एक दिन एक बहुत मजेदार बात हुई जिसकी मुझे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी।
लेकिन जब हो गई तो सच में बहुत बहुत मज़ा आया।

इसे आप अगली कहानी में पढ़िए।

पोर्न फॅमिली सैक्स कहानी आपको कैसी लगी?
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लेखिका की पिछली कहानी: पड़ोसन ने बुला कर मुझे दे दी अपनी चूत

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