मस्त मौला शौकीन भाभी
मेरे सामने वाले घर में निःसंतान दम्पति रहते हैं. उनसे हमारे करीबी सम्बन्ध हैं. मेरी इस मस्त चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे मुझे मौक़ा मिला उस भाभी की चूत चुदाई का!
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मेरे सामने वाले घर में निःसंतान दम्पति रहते हैं. उनसे हमारे करीबी सम्बन्ध हैं. मेरी इस मस्त चुदाई कहानी में पढ़ें कि कैसे मुझे मौक़ा मिला उस भाभी की चूत चुदाई का!
मेरे घर के सामने एक आंटी अपनी बेटी को मुझसे बचाती रहती थी कि मैं कहीं डोरे न डाल दूं. लेकिन मेरा ऐसा इरादा नहीं था. कुछ समय बाद हालात ऐसे हुए कि आंटी खुद …
मेरे पड़ोसी मेरे पास आये कि उनकी बेटी को कोई लड़का तंग करता है. मैंने उनकी बेटी से बात की तो मुझे पता चला कि वो गर्म लड़की चुदाई के लिए तड़प रही थी. मैंने उसे चोदा कैसे?
बड़े भाई की मृत्यु के बाद मेरी शादी भाभी से हो गयी और कोई कुंवारी चूत चोदने का सपना सपना ही रह गया. मैंने अपनी भाभी/बीवी को अपना सपना बताया तो …
अब देखो, इन चूचियों को क्यों बनाया गया है. यह मर्द को आकर्षित करने और लड़की को उत्तेजित करने के काम आती हैं. अब तुम लेट जाओ और देखो इन चूचियों का कमाल.
वो दरवाजा बंद करके आई तो मैंने उसकी पैन्टी उतार दी और अपनी लुंगी सामने से हटाकर उसकी स्कर्ट ऊपर उठाकर उसको अपनी गोद में बिठा लिया और …
रिटायरमेंट के बाद मैं अकेला अपने पुश्तैनी घर में आ गया. आधे घर में मैं और बाक़ी आधे घर में मेरे स्वर्गीय भाई का परिवार था. वहां मेरे सेक्स जीवन के बारे में पढ़ें.
मैं रिटायर फौजी खेती करता हूँ. मेरे पास घोड़ा था. एक बार मेरे भाई की नातिन आई. वो घोड़े की सवारी करना चाहती थी. मैंने उसकी कुंवारी चूत को लौड़े की सवारी करवा दी.
नयी पड़ोसन ने मेरी बीवी को अपनी वासना के बारे में बताया तो मैंने मौक़ा देख उसे चोद दिया. बाद में मैंने उसके बेटे की पत्नी को कैसे चोदा? सेक्सी कहानी का मजा लें!
हमारे सामने वाले फ्लैट में तीन लोगों का परिवार विधवा भाभी, उनका बेटा और बहू रहने आया. नये पड़ोसियों से हमारे सम्बन्ध बन गये. ये सम्बन्ध जिस्मानी सम्बन्धों में कैसे बदले?
मेरा क्लासमेट गोल मटोल चिकना था. मैंने बड़ी मुश्किल से टिका कर उसकी गांड मारी. एक रात मैं पढ़ने के लिए उसके घर सोया. मैंने देखा उसका बाप उसकी मां चोद रहा था. फिर …
पड़ोसन के घर उसकी भतीजी रहने आई हुई थी. मेरे बार बार कहने पर वो अपनी भतीजी को मेरे पास भेजने को राजी हो गई. तो क्या वो लड़की आई और मैं कुछ कर पाया?
पड़ोसन की जवान बेटी को मैं चोद चोद कर पूरे मजे ले चुका था. अब बारी उसकी मम्मी की थी. मैंने उस पर अपना जाल फेंका तो वो भी आसानी से फंस गयी या नहीं? पढ़ें कहानी के इस भाग में!
पड़ोसन की बेटी को मैं पेपर दिलाने लखनऊ ले गया. वहां होटल में चुदाई के खूब मजे लेने के बाद दूसरे दिन हम वापस आ गए. लेकिन अब मैं उसकी दोबारा चुदाई के जुगाड़ में था.
मैं अपनी पड़ोसन की कुंवारी बेटी को एक बार चोद चुका था. उसने अपनी पहली चुदाई खुल कर करवाई और पूरा मजा लिया. उसके बाद मैंने उसके साथ और क्या क्या किया, पढ़ें और मजा लें!
ट्रांसफर होकर मैंने कानपुर में मकान किराये पर लिया. ठीक सामने गुप्ताइन का घर था. मैंने जब से उसे देखा, दिल उस पर फिदा था, मैं किसी भी तरह उसको चोदना चाह रहा था.
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