ऐरी-गैरी नौकरानियाँ मेरे घर में काम कर चुकी थीं. मगर एक दिन वह हुस्न की रानी जब आई तो मेरे लंड ने मेरी एक न सुनी. किस तरह मैंने उसकी कातिल जवानी का रस भोगा, कहानी में पढ़ें.
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