चूत में अन्तर्वासना के अंगारे
चूत और चुदाई भी क्या चीज़ बनाई है ऊपर वाले ने… औरत किसी भी उम्र की हो, मर्द को अगर उसकी चूत चोदने को मिले तो चोदने से पीछे नहीं हटेगा। ऐसी ही कहानी का मज़ा लें।
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चूत और चुदाई भी क्या चीज़ बनाई है ऊपर वाले ने… औरत किसी भी उम्र की हो, मर्द को अगर उसकी चूत चोदने को मिले तो चोदने से पीछे नहीं हटेगा। ऐसी ही कहानी का मज़ा लें।
अपने बॉयफ़्रेंड को मैंने अपनी विधवा मम्मी से मिलवाया और कहा कि हम दोनों शादी करेंगे। उसके बाद वो अक्सर हमारे घर आने लगा। एक दिन मैं कॉलेज से जल्दी घर आई तो…
गर्ल कॉलेज़ में इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगी तो वहाँ की लड़कियों को नकल करने देने के बदले एक शानदार प्रोफ़ेसर साहिबा ने खुद को मेरे सुपुर्द कर दिया। पढ़ कर मज़ा लें।
मैं पुलिस में हवलदार हूँ, हमारी ड्यूटी जंगल में नदी किनारे पुल पर लगी। कोई नहीं आता जाता था वहाँ सिवाये रेल गाड़ी के… लेकिन हमें वहाँ दो हिजड़े मिले।
गाँव में एक रात मैं चाचा के घर रही, चाचा शराब पीकर आए। चाची के दुत्कारने पर चाचा ने मेरे से अपनी ठरक मिटानी चाही। उन्होंने मेरे मुँह में अपना लंड घुसा दिया।
तीन साल पहले ऋषिकेश में एक साधू बाबा से जोरदार चुदी थी. दोबारा वहाँ जाना हुआ तो फिर से वैसी चुदाई के लालच में बाबा की तलाश में निकल पड़ी. क्या मुझे बाबा मिले?
ओह कोमल मेरी जान, एक दिन ऐसा आए जब तुम जागते हुये, मेरा यह लंड अपनी चूत में लो जानेमन… चाट चाट कर ही तेरी चूत का पानी निकाल दूँगा मैं, एक बार मेरी हो जा!
मेरा लंड कमल के पेट पे रगड़ खा रहा था, मेरा दिल चाह रहा था कि इसको अभी नंगी करूँ और अपना लंड इसकी कुँवारी चूत में डाल दूँ।
मगर मैं ऐसा नहीं कर सकता था क्योंकि उसकी माँ सामने लेटी सब कुछ देख रही थी।
मैं उसकी दोनों टाँगें चौड़ी कर के अपना लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करने लगा। पूरी लाइट जल रही थी, सारा परिवार हमारे आस पास सोया था, और हम दोनों जीजा साली बिल्कुल नंगे चोदापट्टी में लगे थे।
मुझे अपनी बड़ी साली गुड्डी के घर जाने का मौका मिला। दूध जैसा गोरा बदन, सुंदर चेहरा, 38 या शायद उस से भी बड़े साइज़ का ब्रा पहनती होगी। मेरा ध्यान बरबस ही उसकी विशाल छातियों की तरफ चला जाता!
गरमी की छुट्टियों में हम चार दोस्त चूत के सपने लेते लेते स्कूल चले गए. वहाँ हमें एक औरत दिखाई दी. हिम्मत करके उसके पास गए, पूछा, वो चौकीदार की बीवी थी.
वो बोली- अरे भैया, तब मैं थी भी कितनी, अब तो दो बच्चे हो गए हैं, और तीन जानों ने चूसे हैं, इनको तो खुद बहत पसंद हैं, बहुत दबाते हैं और बहुत पीते हैं।
मेरी मौसी की लड़की 15 साल बाद हमारे घर आई, शादी हो चुकी है. कोई समय था जब हम दोनों आपस में काफी आगे बढ़ गए थे. मैं बार बार उसे पुराने वक़्त की यादें दिला रहा था और वो बार बार बचती जा रही थी।
मैं और मेरा दोस्त रिंकू, नई नई जवानी चढ़ी थी तो ज़्यादा बातें तो सेक्स की ही होती थी, किस के चूचे बड़े हैं, किसकी गांड बड़ी है, बस सारा दिन इसी चक्कर में उलझे रहते थे।
आंटी बोली- इस तरह जैसे तुम इतना ज़ोर लगा रहे हो, इस से तुम भी जल्दी थक जाओगे और मुझे भी चोट पहुँचती है, तुम्हारा लंड मेरे अंदर जा कर ज़ोर से लगता है, आराम से धीरे धीरे अपने लंड से मुझे रगड़ते हुये सेक्स करो!
अपनी मामी, मासी, चाची, बुआ और उनकी लड़कियों के चूचे तो मैंने दबा कर देखे ही थे। एक दो रिश्तेदारों की चूत भी देखी थी। मगर किसी सोई हुई लड़की या औरत की चूत को छूना खतरे से खाली नहीं होता।
सेक्स की कोई उम्र नहीं होती, हर उम्र के मर्द औरत को सेक्स की चाहत होती है। यह बात अलग है कि वो अपनी उम्र के साथ साथ अपनी इस इच्छा को दबा लेते हैं, या फिर मार लेते हैं। पर चूत और लंड की चाहत सभी को हर उम्र में होती है।
बहुत ही छोटे छोटे से उसके चूचे, मैंने उसे अपने और पास किया और उसका चूचे अपने मुँह में लेकर चूसे। छोटे छोटे निप्पल, दाल के दाने जैसे, मैंने उन पर काटा
मैंने उसको पुरुष और स्त्री के बीच के सेक्सुयल संबंध के बारे में डीटेल से बताया। वो बड़े ध्यान से मेरी हर बात को सुन रही थी और कॉपी में नोट भी कर रही थी।
दूर के रिश्ते में ताऊ का बेटा हमारे घर रहने आया. एक रात मेरी नींद खुली तो देखा कि वो मेरी माँ की चारपाई पर है, मेरी माँ अधनंगी लेटी है और वो माँ के बदन से खेल रहा है.
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