अपने यार को प्यार नहीं करोगी?
पहलू दो- संजीव का फ़साना हैलो दोस्तो, मेरा नाम संजीव शुक्ल है, मैं 28 साल के सजीला बांका नौजवान हूँ। शादी हो चुकी है, एक
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पहलू दो- संजीव का फ़साना हैलो दोस्तो, मेरा नाम संजीव शुक्ल है, मैं 28 साल के सजीला बांका नौजवान हूँ। शादी हो चुकी है, एक
एक कहानी दो पहलू पहलू एक- शीतल की कहानी मेरा नाम शीतल शर्मा है, मैं 42 साल की गोरी चिट्टी और बहुत ही खूबसूरत औरत
मेरा नाम संजय चोपड़ा है और पेशे से मैं एक डाक्टर हूँ, रायपुर छत्तीसगढ़ में रहता हूँ। एमबीबीएस करने बाद सरकारी हस्पताल में नौकरी मिल
दोस्तो, मेरा नाम रवि है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। पर फिलहाल काम के सिलसिले में मुंबई में रहता हूँ। मैं 22 साल
दोस्तो, मेरा नाम आकाश है,19 साल का हूँ और मैं दिल्ली के पीतमपुरा में रहता हूँ। जहाँ हम रहते हैं वो चार मंज़िला एम आई
दोस्तो, आज मैं आपको एक बड़ी ही रोचक बात बताने जा रहा हूँ। मेरा नाम रजिन्दर है, दिल्ली में रहता हूँ। 30 साल का हूँ
मैं भी समझ चुकी थी कि आज मेरी कौमार्य का आख़िरी दिन है, सो जो होना है होने दो, अगर आज मुझे चुदना है तो क्यों ना इस पल का मज़ा लूँ.. बजाए बेकार का विरोध करके उसकी भी मुश्किल बढ़ाऊँ।
मेरी एक साली है, इतनी खूबसूरत और ज़बरदस्त कद-काठी की स्वामिनी कि मैंने उसके नाम से अपने ठुल्लू को कई बार पीटा है। साली के साथ ओरल सेक्स की कहानी पढ़ें!
कहानी का पिछला भाग : जब संजना ने स्पेनिश लौड़ा लिया-1 यह कह कर उसने आँखों पर कपड़ा रखा और टाँगें फैला कर लेट गया।
दोस्तो, मैं आपकी दोस्त संजना, लुधियाना से एक बार फिर आपके के लिए एक और कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी काल्पनिक नहीं है, कुछ-कुछ
मेरा नाम श्वेता है, मैं 20 साल की पटियाला, पंजाब की रहने वाली लड़की हूँ। मैं इस वक़्त एलएलबी के सेकेंड ईयर की स्टूडेंट हूँ।
जब ये सब हो रहा था तो वीरेन ने मेरा हाथ पकड़ा और उसने अपना तना हुआ लिंग पकड़ा दिया। मैंने अपना हाथ झटक दिया
दोस्तो, मैं संजना लुधियाना वाली, आप सबके लिए एक नई कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी बिल्कुल काल्पनिक है। यह सिर्फ़ उन लड़के-लड़कियों के लिए
दोस्तो, लीजिये सुनिए आज एक नई कहानी ! यह वास्तव में मेरे एक दोस्त के साथ घटी थी। उसी के शब्दों में ! मेरा नाम
हैलो दोस्तो आज मैं आपको अपने एक यादगार ट्रेन के सफर की कहानी सुनाने जा रहा हूँ। यह बात है 20 मार्च की। मैंने अपने
उफ़्फ़ ! जब उसने अपनी जीभ मेरी चूत के दाने पर फेरी तो मेरे तो बदन में जैसे बिजलियाँ दौड़ गई। मैंने अपनी दोनों जांघों में उसका सर दबा लिया और अपने दोनों हाथ उसकी पीठ पर फिराने लगी।
प्रेषिका : संजना एक दिन रविवार को मैंने अपनी बीवी से कहा- 3-4 दिन हो गए अपने घर की सफाई नहीं हुई है, मैं घर
संजना हैलो दोस्तो, मैं आपकी दोस्त संजना, लुधियाना से एक बार फिर आपके लिए एक और कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी बिल्कुल सच है,
हेलो दोस्तो, यह कहानी बिल्कुल काल्पनिक है और सिर्फ़ आपके मनोरंजन के लिए है। तो मजा लीजिए ! मेरा नाम सौरभ शर्मा, उमर 43 साल,
मैं चुपके से उसके पास गई, धीरे से उसके पायजामे का नाड़ा खोला। पायजामे के नीचे उसने चड्डी पहन रखी थी, मैंने उसकी चड्डी हटाई तो अंदर कुल्हाड़ी के दस्ते जैसा मोटा लम्बा लण्ड खड़ा था।
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