चाची सास की ज़बरदस्त चुदाई
प्रणाम दोस्तो, आप सबने मुझे जो प्यार दिया, उसका मैं आभारी हूँ। मैंने पहले अपनी साली पिंकी की चुदाई आपके सामने रखी, उसकी बेटी सोनिया
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प्रणाम दोस्तो, आप सबने मुझे जो प्यार दिया, उसका मैं आभारी हूँ। मैंने पहले अपनी साली पिंकी की चुदाई आपके सामने रखी, उसकी बेटी सोनिया
लेखक : वीरेंदर उसके मम्मों को दबाते दबाते पीठ पर हाथ फेरते फेरते मैं नीचे आया, धीरे से उसकी सलवार का नाड़ा खींच दिया। “हाय
लेखक : वीरेंदर प्रिय पाठको, आपने मेरी कहानियाँ पढ़ी। अब इस कहानी को पढ़ने से पहले मैं आपको याद दिला दूँ कि मेरी बीवी ने
मैंने कमरे में उसको दबोच लिया, वो बिस्तर पर गिर गई। मैंने उसकी टीशर्ट में हाथ घुसा कर पहले बगलों में गुदगुदी की फिर उसके मम्मों को मसलने लगा। उसके चुचूकों को चुटकी में भर कर मसला.
मैंने बाथरूम में जाकर लण्ड को धोया, उसके कमरे की तरफ गया, उसने कुण्डी नहीं लगाई थी, उसकी पीठ दरवाज़े की तरफ थी, वो ब्रा की हुक बंद कर रही थी।
प्रेषक : वरिंदर सबसे पहले धन्यवाद सभी पाठकों का जिन्होंने मेरी हर कहानी को पढ़कर मुझे बहुत प्यार दिया। आज मैं एक बार फिर से
प्रेषक : वरिंदर “हाय जीजू ! आपका बहुत बड़ा है ! क्या लौड़ा पाया है आपने ! मोना की तो चांदी है !” मेरा पूरा
प्रेषक : वरिंदर वो जाकर बिस्तर पर गिर गई, मैंने भी वक़्त गंवाए बिना उसको दबोच लिया वहीं बिस्तर पर ! मैंने उसकी ब्रा भी
प्रेषक : वरिंदर बेहद छोटा सा हल्का गुलाबी टॉप, केप्री टाइप छोटा सा लोअर वो भी बारीक सा। उसकी काली पैंटी साफ़ साफ़ दिख रही
गुरुजी, आपका बहुत बहुत धन्यवाद कि आपने पहले पिंकी को चोदने की, मेरी साली पिंकी फिर उसकी बेटी सोनिया को चोदने की पिंकी की बेटी
प्रेषक : वरिंदर इस वक़्त वो बहुत कम कपड़ों में थी, मैंने उसको गुदगुदी करनी चालू की। मौसा जी ! क्या ना ? आपको हर
वो बहुत खुश थी, मैं जानता था कि उसको क्या चाहिए – आजादी ! वो बहुत खुश हुई। मैंने उसको गुदगुदी निकाली, वो भागी और
मेरी साली पिंकी-3 से आगे पता नहीं साली किस मिट्टी से बनी थी, मैंने पूरा उतार दिया और रगड़ने लगा। साथ साथ वो खुद अपनी
वो मेरे होंठ चूसने लगी। मैंने भी अपना पूरा सहयोग दिया। मैंने उसको उल्टा लिटा लिया और उसकी गर्दन से चूमता हुआ नीचे आता गया और फिर धीरे से उसकी ब्रा की हुक खोल दी।
मैंने अपनी टीशर्ट उतार फेंकी, उसको अपनी और घुमाया उसके होंठ चूम लिए। मेरी बांह उसकी कमर पर चली गई, वहाँ से झटका देकर उसको अपने साथ चिपका लेता- पिंकी, तुम बहुत खूबसूरत दिख रही हो!
वो मुझसे लिपट गई, उसकी छाती का दबाव जब मेरी छाती पर पड़ा, मैं तो पागल होने लगा, अपनी बाँहों को पीछे ले जाकर उसकी पीठ पर कसते हुए मेरा हाथ जब उसके ब्लाऊज़ के ऊपर नंगे जिस्म पर लगा, उसने खुद को और कस लिया।
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