कमसिन जवानी की चुदाई के वो पन्द्रह दिन-7
अंकल ने मुझे दो लड़कों के साथ भेज दिया. दोनों ने मेरी चुदाई की तैयारी शुरू कर दी थी और अपने दो दोस्तों को भी मेरी नंगी चूत की फोटो भेज कर बुला लिया था.
Hindi Sex Stories » Archives for वन्द्या » Page 3
अंकल ने मुझे दो लड़कों के साथ भेज दिया. दोनों ने मेरी चुदाई की तैयारी शुरू कर दी थी और अपने दो दोस्तों को भी मेरी नंगी चूत की फोटो भेज कर बुला लिया था.
चार लंड एक के बाद एक मेरी चूत में घुस कर निकल चुके थे लेकिन मैं प्यासी थी. मैं इन्तजार में थी कि कोई जानदार लंड मिले जो लगातार मेरी चूत चोद कर मुझे एक बार ठंडी कर दे.
कार में मुझे तीन अंकल ने अधूरा चोद कर छोड़ दिया था. बाद में मैं मॉल में गई तो बिना पेंटी की मेरी चूत ने फर्श पर रस टपका दिया, उसे दो लड़कों ने देख लिया. फिर क्या हुआ?
कार ढाबे पर रुकी थी, सब लोग उतर गए थे. कार में दूसरे वाले ठाकुर अंकल मुझे नंगी कर चुके थे. इसके बाद अंकल ने मेरे साथ क्या क्या किया? पढ़ें और मजा लें!
मैं अपनी मम्मी और अंकल लोग के साथ कार में मानकपुर जा रही थी. रास्ते में चाय के लिए रुके तो मैं और एक अंकल कार में रुक गए बाक़ी सब उतर गए. फिर कार में क्या हुआ?
मेरे दादा की उम्र के अंकल मुझे कार में चोद रहे थे और उनके दोस्त पास बैठे मुझे देख कर लंड मसल रहे थे. मेरी चूत में आग लगी थी तो मैं बेशर्म हो चुकी थी.
मैं मौसी की बेटी की शादी में गयी थी पन्द्रह दिन के लिए. उन दिनों में कई मर्दों ने मेरी चुदाई की. इस भाग में पढ़ें कि मैं अपनर दादा की उम्र के आदमी से चलती कार में कैसे चुदी.
उन 15 दिनों में हर रोज मेरी चुदाई हुई. वे दिन आज भी मैं याद करती हूं तो रोमांचित हो जाती हूं. मैंने वहीं पहली बार अपनी मम्मी को दो अंकलों से चुदते देखा था.
मेरा मौसेरा भाई इतनी तेजी से अपना लंड मेरी चूत में डाल रहा था कि 5 मिनट में ही उसने मेरी चूत को और मुझे बेहाल कर दिया. मुझे कुछ होश नहीं था.. मैं हवश और चुदाई में मदहोश हो गई.
मैं तेरी मम्मी की कल परसों अपने किसी दोस्त से चुदाई करवा दूंगा. तू ठीक उसी समय एकदम से सामने आ जाना और अपनी मम्मी को चुदते हुए देख लेना. फिर तेरी मम्मी कुछ नहीं कह सकेगी.
अब तू कुछ भी यार.. बस इतना ज़ोर से कर कि मैं बिल्कुल बेहोश हो जाऊं.. मेरी प्यास बुझा हरामी मादरचोदो कुत्तों.. साले तुम तीन तीन मर्द लगे हो और मैं तड़प रही हूं.. तीनों छक्के हो क्या भड़वे साले..
तेरी मम्मी को मैं भी चोदने वाला था. सब बात हो गई थी. मैंने उसके दूध भी बहुत दबाए थे. तेरी मम्मी ने मेरा लंड चूस कर मेरा जल्दी से रस निकाला था और पी गई थी.
अंकल ने मेरी गांड की तरफ आकर मेरे कूल्हों में हाथ फेर कर होंठों से मेरी पीठ को चूम लिया. मेरी पीठ को चाटते हुए अंकल नीचे की तरफ आकर मेरे चूतड़ों पर अपनी गर्म जीभ चलाने लगे.
मैं बोली- उम्र चाहे मर्द की अठारह साल हो या सत्तर.. उससे कुछ नही होता, ओल्ड एज वाले मेच्योर होते हैं.. एक्सपीरियंस होता है. वो ज्यादा अच्छे से लड़की को सेटिस्फाई करते हैं.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था. मेरी शर्म भी ना जाने कहाँ चली गई. मुझे यह भी नहीं होश कि क्या बोलना चाहिए, मैं बोली- अंकल चोद दीजिए.. मुझसे कुछ नहीं कहा जा रहा. न सह पा रही हूँ. बस जल्दी करिए.
तभी मेरी स्कर्ट को कोई दूसरा ऊपर करने लगा. मैंने अन्दर पैंटी नहीं पहनी थी, तो वे मेरी टांगें चौड़ी करके मेरी जांघों को चाटने लगे. उसी समय एक अंकल ने मेरे हाथ मेंअपना लंड पकड़ा दिया.
अंकल ने मुझे अपनी बांहों में भर लिया और बोले- डार्लिंग, तू मत शरमा, बहुत मस्त है तू, बहुत सेक्सी है, तुझे चोद चोद के आज मैं पागल कर दूंगा! क्या मस्त दूध हैं तेरे …
मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी तो अब वही चूत का रस अंकित निकाल कर मेरे पीछे मेरी गांड में लगाने लगा मेरे कूल्हे फैलाकर मेरी गांड के सुराख में जहाँ छेद था वहाँ एक उंगली हल्के से डालने लगा.
मौसी की बेटी की शादी में शादी से पन्द्रह दिन पहले पहली बार एक साथ पांच बुड्ढों ने और एक जवान लड़का रिश्ते के भाई ने मेरी बेदम चुदाई की, इनमें दो मेरे सगे रिश्तेदार हैं।
आज मुझे बहुत मजा आया, आज पहली बार मैंने अपने सारे अरमान जो थे, पूरे कर लिए. आज का दिन, ये पल कभी नहीं भूलूंगी, बहुत ही मस्त बेइंतहा मजा आया. मेरे जिस्म की हर ख्वाहिश पूरी हो गई!
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।