दीदी की कामवासना और उनके गुलाम
एक दिन मैंने कामवासना से भरी मेरी दीदी का एक अलग रूप देखा, उनकी वासना का क्रूर रूप… दीदी का जुल्म उनके गुलामों पर… दीदी के हाथ में एक हंटर था. उन्होंने मुझे देखा और हंटर लहराते हुए कहा- चल बहन के लंड, आज तेरी माँ चोदती हूँ.. जल्दी से कुत्ता बन जा.