दरवाजे में दरार
मैं खाना बना कर कमरे में अपने बिस्तर पर लेटी थी जब गुसलखाने से साहिल तौलिया बांधे हुए बाहर निकला। शायद उसने मुझे नहीं देखा था इसलिए उसने तौलिया खोल के एक तरफ रख दिया और नंगा हो कर अंडरवियर पहनने लगा।
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मैं खाना बना कर कमरे में अपने बिस्तर पर लेटी थी जब गुसलखाने से साहिल तौलिया बांधे हुए बाहर निकला। शायद उसने मुझे नहीं देखा था इसलिए उसने तौलिया खोल के एक तरफ रख दिया और नंगा हो कर अंडरवियर पहनने लगा।
टी पी एल प्रिय अन्तर्वासना के पाठको, मेरा आप सबको सादर प्रणाम ! मैं पिछले तीन वर्षों से अन्तर्वासना की पाठिका हूँ और इन तीन
लेखिका : कविता लालवानी सहयोगी : टी पी एल करीब एक घंटे के बाद हम अलग हुए और नितिन ने मुझे सिर्फ सलवार और कमीज
लेखिका : कविता लालवानी सहयोगी : टी पी एल जब मैंने नितिन से स्पंज करवा लिया तो देखा कि उसका पजामा गीला हो गया था
मैं अपने कमरे में ज्यादातर अर्धनग्न ही रहती हूँ, जीजाजी के जाने के बाद मैं अक्सर एक छोटी सी निकर और एक लो नेक की बनियान बिना ब्रा और पैंटी के ही पहनती हूँ जिससे मेरी लंबी टाँगें और मेरे चूचियों के दर्शन सबको आराम से हो सकते हैं।
क्योंकि पिछले 40 मिनट से दरवाजे के पास खड़े हो कर मैं यह दृश्य होते देख रही थी इसलिए इतनी उत्तेजित हो गई थी कि
तरुण के लिंग को देखने के बाद मेरी कामुकता का फिर से पुनर्जन्म हो गया और अगले तीन दिन सोते-जागते वह दृश्य बार बार मेरी
प्रिय अन्तर्वासना के पाठको ! आप सब को इस नाचीज़ तृष्णा का सप्रेम प्रणाम ! मुझे अन्तर्वासना पढ़ते हुए अभी सिर्फ एक माह ही हुआ
रवि मैं अपने मम्मी-पापा का इकलौता बेटा हूँ, लेकिन एक गरीब परिवार होने के नाते हम एक छोटे शहर राजपुरा में दो कमरे वाले घर
लेखक: अमित कुमार प्रेषक: टी पी एल बुआ ने आगे से ब्रा को अपनी चूचियों पर निर्धारित कर अपने हाथ पीछे करके ब्रा के हुक
लेखक: अमित कुमार प्रेषक: टी पी एल मेरे प्रिये अन्तर्वासना के पाठको, कृपया इस नाचीज़ टी पी एल का सादर प्रणाम स्वीकार करें। मैं अपने
प्रिये मित्रो, मेरा नाम रोहन है, मैं 25 वर्ष का ऊंचे कद, चौड़ी छाती वाला एक तंदरुस्त जवान हूँ और पंचकूला में अपनी 23 वर्षीय
प्रेषिका : मोना सिंगल मेरे लौड़े से निकली बाकी की रस की सारी पिचकारियाँ टब के पानी में जा गिरी ! जब मैंने आँखें खोलीं
प्रेषिका : मोना सिंगल मित्रो, यह मेरी आप बीती है ! यह मेरी कौमार्यभंग यानि सील टूटने की कहानी है जो मैं अपने होटल के
प्रेषक : महेश शर्मा मैं अतिथि-कक्ष में पहुँचा तो देखा कि चाची बैड के बाएँ ओर लेटी हुई है और उसके गाउन के ऊपर के
प्रेषक : महेश शर्मा दोस्तो नमस्कार ! आज मैं अपना एक सुखद अनुभव लिख रहा हूँ, जो मेरी चाची ने लगभग चार वर्ष पहले मुझे
कहानी का पिछला भाग : ससुर जी का महाराज-1 मैंने महसूस किया कि मैं अपनी तृष्णा को अब और नहीं दबा सकती थी और उस
मेरा नाम खुशी है और अब मेरी उम्र 22 साल है. मैं एक बहुत सुंदर और जवान स्त्री हूँ, मेरा कद 5 फुट 6 इंच
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