गीत मेरे होंठों पर-4
हमारी चूत भी कुलबुलाने लगी थी. हम लोगों ने आज तक इतने करीब से किसी मर्द का लंड नहीं देखा था. पेंट की जिप नीचे खिसकने लगी और हमारी धड़कनें तेज होने लगीं.
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हमारी चूत भी कुलबुलाने लगी थी. हम लोगों ने आज तक इतने करीब से किसी मर्द का लंड नहीं देखा था. पेंट की जिप नीचे खिसकने लगी और हमारी धड़कनें तेज होने लगीं.
मासिकधर्म मां बनने के लिए जरूरी है. यह जवानी की दहलीज पर पहला कदम है. मासिक शुरू होने के बाद लड़कियों में निखार आता है, शरीर स्त्रीत्व को स्वीकार करने लगता है.
आराम से तो पति भी चोदता है. थोड़ा रगड़ के गहरी चुदाई हो, थ्रीसम, ग्रुप हो तो मजा आये। मैं चाहती हूँ कि मैं बड़े-बड़े लंड से घंटों चुदूं जब तक मैं थक कर गिर ना जाऊं।
यह कामुकता भरी कहानी मेरी एक प्रशंसिका की है. उसने मुझे उसकी कहानी लिखने को कहा और अपने सेक्स जीवन की शुरुआत की काफी बातें बताई. आप पढ़ कर मजा लें.
मामा भानजी की चुदाई की इस हिंदी एडल्ट स्टोरी में पढ़ें : मामा जी ने नीचे मेरी चूत पर अपने चूतड़ उछाल कर लंड से एक जोर का धक्का लगाया तो उनका आधा लंड मेरी बेचारी मासूम सी चूत की फांकों को अलग करता हुआ खून खराबे के साथ अन्दर जा चुका था.
मेरे पड़ोस की एक लड़की मेरी क्लास में पढ़ती थी, हमारी आपस में दोस्ती थी. एक बार उसने मुझे बताया कि उसका मासिक धर्म रुक गया है. सुन कर मैं डगमगा गया और लगभग गिरने जैसी हालत हो गई।
इस हिन्दी सेक्सी स्टोरी का यह अन्तिम भाग है. इसमें पढ़ें कि छोटी ने कैसे पहल करके अपने दिल के अरमान पूरे किये अपनी चूत चुदाई करवा के और गांड मरवा कर!
तभी छोटी ने अचानक मेरा गाल चूम लिया और खुश होकर दूसरी तरफ देखने लगी, मुझे उसका इशारा समझ आ गया था, और यहाँ साथ आने का कारण भी समझ आ गया, और मेरे लंड देव ने भी सलामी दे दी।
बाबा के डेरे में साधवी बनाने के लिए क्या क्या कारनामे किये जाते थे, इस ग्रुप सेक्स स्टोरी में पढ़ें. एक लड़की को कई कई मर्दों से सेक्स करना होता था. भुक्त भोगी लड़की के मुख से सुनें!
मैं पूर्ण नग्न अपने हर अंग में चमक लिए हुए उनके लंड को सलामी देने पर मजबूर कर रही थी, उस कमरे में एक एक करके साधक घुसते रहे और मैं गिनती कर रही थी ये कितने कमीने मुझे एक साथ चोदेंगे तीन.. चार तक ज्यादा डर नहीं लगा क्योंकि उतना तो मैंने सोच ही रखा था, पर जब पांचवें, छटवें और सातवें साधक ने उस कक्ष में प्रवेश किया तो मेरी गांड पहले से फटनी शुरू हो गई।
मैं कभी कभी तनु के साथ या आंटी के साथ भी वाइल्ड सेक्स करने लगा था। अब मैंने कई बार छोटी के सामने तनु की कोमल गोरी उभरी हुई गांड को भी बेरहमी से बजाया और ऐसी चुदाई से तनु को खुश होते देख कर छोटी के अंदर भी ऊर्जा का संचार होने लगा। अब छोटी कभी कभी शरमाने भी लगी थी.
आपने पढ़ा तनु की पुरानी सहेली भी अब हमारे साथ मिल चुकी है और मौके की नजाकत के चलते हम सेक्स करने लगे। अब आगे…
वहाँ मुझे नग्न करके दूध और गंगाजल से नहलाया गया, और मुझे ये भी पता कि उस पूजा की छुप कर वीडियो रिकार्डिंग की गई होगी और जब बाबा मेरी जिस्म को देख कर पसंद करेगा तब मुझे गुप्त कक्ष तक ले जाया जायेगा, जहाँ पहले मेरा भोग बाबा के लंड में लगेगा फिर उसके चेले भी मेरा कस के भोग करेंगे।
नमस्कार दोस्तो, इस एडल्ट कहानी के पिछले भाग में अब तक आपने पढ़ा कि हम बाबा जी का पाखंड जानने आश्रम में श्रद्धालु बनकर पहुंचे
मेरे लिए किसी के जिस्म को भोगने से ज्यादा मायने रखता है कि मैं उसके दिल में अपने लिए कुछ जगह बना पाऊं। मैं आज इलाज के जिस तरीके की बात कर रहा था, वो छोटी के साथ संभोग का नहीं था, मैं तो बाबा को रंगे हाथों पकड़ना चाहता था, और छोटी के सामने या छोटी के हाथों से उसे सजा दिलाना चाहता था।
आंटी ने मेरे सीने कंधे और पेट में अपने नाखून गड़ाने, नोचने शुरू कर दिये, मेरी कामुक आहें अब चीखों में बदल गई और आंटी ने घातक रूप धारण करते हुए मेरे मुंह से अपना मुंह लगा दिया, और जीभ को चूसने लगी जिसे ऐसा चुम्बन पसंद भी ना हो, वो ऐसी हरकत करे तो आपका डर और भी बढ़ जाता है।
अब मैंने आंटी को उनकी बेटी के सामने पूरी नंगी कर लिया और अपने हाथों, होंठों से उनके नंगे बदन को छू कर, सहला कर, मसल कर और चूम कर मजा देने लगा. आंटी की सिसकारियां निकलने लगी.
आंटी ने खुद को मेरे साथ सम्भोग के लिए तैयार कर लिया था लेकिन फिर भी संस्कार जनित लज्जा उनमें दिख रही थी. हमने आंटी की बेटी को पास बिठाया और उसे दिखा कर आपने प्रेमालाप करने लगे. पढ़ें मेरी हिंदी एडल्ट स्टोरी और जानें कि आगे क्या हुआ!
मैं दो दिन से देसी आंटी को सेक्स के लिए राजी करने की कोशिश कर रहा था लेकिन आंटी के देसी संस्कार उन्हें हाँ करने से रोक रहे थे. लेकिन छोटी के इलाज के लिए और आंटी के प्रति मेरे प्यार को देखते हुए उन्होंने हाँ कर दी.
इस कहानी के पिछले भाग में अब तक आपने पढ़ा कि आंटी यानि तनु की मम्मी ने अपनी आपबीती कहानी मुझे सुनाई और बताया कि
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