दोस्त की बहन की चुदाई में दीदी ने मदद की-3
मैं दीदी की चुदाई करते हुए दोस्त की बहन की चुदाई में मदद के लिए कहा रहा था. दीदी ने मेरी मदद भी की. कहानी पढ़ कर मजा लीजिए कि मैंने उसे कैसे चोदा.
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मैं दीदी की चुदाई करते हुए दोस्त की बहन की चुदाई में मदद के लिए कहा रहा था. दीदी ने मेरी मदद भी की. कहानी पढ़ कर मजा लीजिए कि मैंने उसे कैसे चोदा.
मैं अपने दोस्त की बहन की चुदाई की फिराक में था, लेकिन मेरी दीदी ने उसे मेरे साथ देख लिया, दीदी समझ गई, मैं दीदी की चुदाई का मजा पहले से ही लेता था.
मैं अपने दोस्त की बहन की चुदाई की कोशिश कर रहा था, वो हमारे घर आती थी, मेरी बहन उसकी सहेली थी. मैं अपनी बहन की चुदाई पहले ही करता था .
दीदी की चुदाई की कहानी में पढ़ा कि हम दोनों समन्दर के किनारे एक दूसरे के लंड चुत को चूसने की तैयारी में थे लेकिन मैं तो दीदी की चुदाई की फ़िराक में था।
मैंने बीसियों लड़कियाँ चोदी पर जो मजा अपनी दीदी की चुदाई करके मिला, वो किसी दूसरी से नहीं मिला। समन्दर किनारे दीदी की चुदाई करने में जो मजा मुझे मिला, आप भी लें।
वो बोलीं- तुम्हारा लण्ड बहुत शानदार है.. पता नहीं फिर कब इससे अपनी चूत चुदवा पाऊं.. आज मैं तुम्हारा लण्ड अपनी गाण्ड में भी महसूस करना चाहती हूँ.. क्या तुम मेरी गाण्ड मारना पसंद करोगे?
मैंने आंटी की साड़ी.. पेटीकोट पूरी कमर से ऊपर कर दिया और नंगी चूत देखी। ओह.. क्या नज़ारा था मेरी प्यारी आंटी की पतली लकीर वाली चूत का..
वो पेट के बल लेट कर पढ़ रही थी। उसके चूतड़ ऊपर थे, तब उसने वही टी-शर्ट और कैपरी पहन रखी थी। मैं उसकी गाण्ड की दरार में उंगली घुमाने लगा।
मैंने उसकी सलवार भी उतार दी, उसकी पैन्टी उसके चूत के रस से बिल्कुल गीली हो गई थी.. तो देर ना करते हुए मैंने उसकी पैन्टी भी उतार दी… उसकी एकदम चिकनी क्लीन शेव..
मोनिका के जाते ही मैं रसोई में पहुँचा और उसकी माँ को पीछे से पकड़ लिया, उन्होंने साड़ी और बैकलैस ब्लाउज पहना हुआ था। मैं उनको कंधों पर चुम्बन करने लगा और उनके नंगे पेट को सहलाने लगा।
झड़ने के बाद वो मेरा सारा माल पी गई और लंड को चाट कर साफ़ कर मेरे बदन पर उंगली फिराने लगी। मैं उठा और उसके लहँगे को घुटनों तक उठा दिया और उसके पैरों को चूमने लगा।
मेरी दोनों बहनों के चूतड़ों के उभार मस्त दिख रहे थे और चोलियाँ चूचियों तक ही थीं। चोली और लहंगे के अलावा बाकी का भाग नंगा था.. मतलब कमर.. पेट पूरा नंगा था.. मेरा तो फिर से लंड खड़ा हो गया।
चूत चाटने से चेतना अपनी चूत की पहली चुदाई के लिये उतावली थी तो मैंने दो उंगलियाँ डालीं और लौड़े के लिए चूत का मुँह खोल कर लण्ड का टोपा उसके गुलाबी छेद पर रखा।
चेतना ने मुझको लण्ड को पैंट के अन्दर डालते हुए देख लिया। फ़िर हम साथ बैठ कर पढ़ने लगे। मैंने उसको बोला- तुम बहुत ही खूबसूरत लग रही हो। इतना कह कर मैंने अपना हाथ चेतना की टांगों पर रख दिया।
चेतना मेरे साथ स्कूल जाया करती थी। एक दिन बस से उतरते हुए वो फ़िसल गई और उसकी ड्रेस कीचड़ से सन गई। कीचड़ साफ़ करते हुए मेरे हाथ उसकी चूचियों पर पड़े तो…
दोनों ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और अपनी चूचियों को तेल में डुबो कर मेरे बदन पर घुमाने लगीं।
मैं ये चूचियों से मसाज करना पॉर्न मूवी में देख चुका था.. लेकिन आज पहली बार मेरे साथ भी यही हो रही थी।
सोनाली भी दीदी की चूतड़ों को सहलाने लगी.. कुछ देर बाद दीदी की ब्रा नीचे करके वो उसकी चूचियों को चूमने लगी और दबाने भी लगी। दोनों एक-दूसरे की चूचियों को मसल ही रही थी.. तभी मैं सिर्फ़ अंडरवियर और टी-शर्ट में अन्दर पहुँच गया।
सोनाली अपनी गाण्ड मेरे मुँह के सामने हिलाने लगी। कुछ देर ऐसा करने के बाद दीदी लंड पर से हटी.. और सोनाली जा कर लौड़े पर बैठ गई। अब दीदी ने अपनी चूत मेरे मुँह के पास रख दी.. चूसने के लिए..
मैंने अपनी छोटी बहन से मिल कर अपनी दोनों बहनों को एक साथ चोदने की योजना बनाई कि जब मैं बड़ी बहन को नंगी कर चुका हूँगा तो छोटी बहन हमें रंगे हाथ पकड़ लेगी और…
मैंने अपनी दोनों बहनों को अब तक अलग-अलग चोदा था। इस घटना क्रम में मैं अपनी दोनों सगी बहनों को एक साथ चोदूँगा. एक बहन घर में ही है, दूसरी ट्रेन से आ रही है.
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