मामू की गांड चुद गई: ऑडियो सेक्स स्टोरी
मेरे मामू मेरे घर आये, मेरा और मेरी सहेली का दिल उस पर आ गया और हम दोनों अपनी फुद्दी उससे चुदवाने के लिए उसके कमरे में गईं!
Hindi Sex Stories » Archives for शमीम बानो कुरेशी
मेरे मामू मेरे घर आये, मेरा और मेरी सहेली का दिल उस पर आ गया और हम दोनों अपनी फुद्दी उससे चुदवाने के लिए उसके कमरे में गईं!
मैं अपने कॉलेज में होने वाले टेस्ट की तैयारी कर रही थी। तभी अब्दुल का फोन आया,’बानो, क्या कर रही है ? जल्दी से ऊपर
नेहा वर्मा एवं शमीम बानो कुरेशी फ़िर एक दिन मैं जब सवेरे विजय के यहाँ गई तो वहाँ उसका एक दोस्त और था। मैं उसे
नेहा वर्मा एवं शमीम बानो कुरेशी “कल आऊँगी… अब चलती हूँ !” “मत जाओ प्लीज… थोड़ा रुक जाओ ना !” वह जैसे लपकता हुआ मेरे
लेखिका : नेहा वर्मा मेरी शादी हुए दो साल हो चुके हैं, शादी के बाद मैंने अपनी चुदाई की इच्छा को सबसे पहले पूरी की।
मैंने भी अपने सीने को उभारा और मैं इतरा कर उसके साथ साथ चलने लगी। वो भी अपना लण्ड पकड़ाये हुए आराम से पूल के
लेखिका : शमीम बनो कुरैशी मेरे नथुनों में बानो की चूत की रसभरी महक बस गई। ऐसी खुशबू मैंने जिन्दगी में पहली बार पाई थी।
लेखिका : शमीम बानो कुरेशी रोज की तरह मेरे पति शराब की बोतल ले कर घर आ गये थे। मैंने उनके लिये शराब के साथ
मेरी शादी हुये लगभग चार साल हो चुके थे। कुछ अभागी लड़कियों में से मैं भी एक हूँ। शादी के दिन मैं बहुत खुश थी।
‘भेन की चूत, ले भाभी की चूत… साला अकेला मुठ मारता है? भाभी तो साली चूतिया है जो देखती ही रहेगी… भाभी की भोसड़ी नजर नहीं आई?’ भाभी वासना में कांप रही थी।
लेखिका : शमीम बानो कुरेशी जब मैंने एम ए करने के लिये दाखिला लिया तो मुझे होस्टल में जाना पड़ा। डर के मारे मेरी जान
बनारस में कहावत है कि किसी जवान लड़की की गाण्ड देख कर अगर लौड़ा खड़ा नहीं हुआ तो वो बनारसी नहीं है। यहाँ लोग गाण्ड
शादी के बाद से नज़मा भाभी की चुदाई बहुत ही कम हुई थी। जवान तन लण्ड का प्यासा था। मुझे रोज चुदते देख कर उसका
जवानी की मस्ती मैं जी भर के लूटना चाहती हूं, लगता है कि बस रोज रात को कोई मुझे दबा कर चोद जाये … जानते
लेखिका : कला सिंह सहयोगी : शमीम बानो कुरेशी मैं एक साधारण परिवार की लड़की हूँ। वाराणसी के एक घनी आबादी में रहती हूँ। मुझे
मैं उन दिनों अपने चाचा जान के यहाँ वाराणसी आई हुई थी। उनके लड़का अब्दुल बड़ा ही खूबसूरत था। गोरा चिट्टा, दुबला सा, लम्बा सा,
मेरे घर में आज कल मेरी छोटी मौसी और मौसा जी आये हुए हैं। मैं रात को रोज़ उनकी चुदाई देखती हूँ, और मजा लेती हूँ। मौसा मौसी रात को छत पर जाकर चुदाई किया करते थे।
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।