यह कहानी मेरी गांड में लंड की है. मेरे कॉंप्लेक्स के केयर टेकर अंकल मुझे रोज चोदते हैं. मुझे खूब मजा आता है. एक दिन उनका एक दोस्त आया. उस दिन उन दोनों ने मुझे चोदा, मेरी गांड भी मारी.
एक महाचोदू किस्म के बड़ी उम्र के आदमी से चुदवा कर मुझे मजा आ गया था. तो मैंने एक बार फिर एक सीनियर सिटीजन को अपनी चूत चोदने के लिए पटाया. क्या इस बार भी मुझे पूरा मजा मिला?
मेरे पति विदेश में जॉब करते थे तो मेरी वासना तृप्ति नहीं होती थी. गैर मर्द से चुदाई का सोचा पर डर लगता था. फिर मुझे एक नयी सहेली मिली, उसने मेरी मदद की! कैसे की? खुद पढ़ें!
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