प्रशंसिका ने दिल खोल कर चूत चुदवाई -1
मैंने उसकी जांघ पर हाथ रखा और उसके गाल को चूमते हुए बोला- क्या तुम मुझे अपनी चूत दिखाओगी? ‘लेकिन मैं ट्रेन में अपनी चूत तुम्हें कैसे दिखा सकती हूँ?’
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मैंने उसकी जांघ पर हाथ रखा और उसके गाल को चूमते हुए बोला- क्या तुम मुझे अपनी चूत दिखाओगी? ‘लेकिन मैं ट्रेन में अपनी चूत तुम्हें कैसे दिखा सकती हूँ?’
मेरी कम्पनी में एक नई लड़की आई और उसे मेरे पड़ोस में ही फ़्लैट मिला कम्पनी से… अक्सर सामना होने पर हाय हेलो होने लगी और आगे चल कर …
सूजी के कमरे में जाकर मैंने उसे ब्रा पैन्टी का उपहार देकर बताया कि मैं उसकी चूत चुदास और नंगे बदन से खेलेते हरकतें देख चुका हूँ और उसे चोदना चाहता हूँ।
दोनों लड़कियाँ प्रोफ़ेसर के पास जाकर उसे गर्म करने लगी। कहानी में पढ़ें कि कैसे लड़कियों ने प्रोफ़ेसर को चोद। उसके बाद मैं सूजी को चोदने के जुगाड़ में लग गया।
गायब होने वाली दवा पीकर मैंने पहले एक लड़की के कम्रे में घुस कर उसकी गान्ड के छेद पर अपना वीर्य छोड़ा और फ़िर दो लड़कियों को एक लड़के से चूत चुदवाते देखा।
उसके नंगा जिस्म बिल्कुल परफेक्ट था, उसके गीले बिखरे बाल.. बड़ी-बड़ी आँखें.. खरबूजे जैसे उसके चूचे और सबसे ज्यादा तो उसकी चिकनी चूत.. इतनी चिकनी कि पानी की बूँदें भी उसकी चूत पर टिक नहीं रही थीं..
अदृश्य होकर मैं लड़कियों के टॉयलेट में गया और मूतते हुए उनकी गांड चूतों को छेड़ कर उन्हें परेशान करके मज़े लिए. उसके बाद एक लड़के लड़की की चुदाई देखी.
सपने में मैं प्रोफेसर से अदृश्य होने की दवा लेकर एक बूंद पीकर एक लड़की के कमरे में घुस कर उसकी हरकतें देखने लगा. वो अन्तर्वासना कहानियाँ पढ़ कर मुठ मार रही थी..
कहानी काल्पनिक है.. क्योंकि यह कहानी मेरे सपने से है, आपसे शेयर करना चाहता हूँ और जितना मैं सोच सकता हूँ.. उतना गंदा सोच कर.. मैं इस कहानी को लिख रहा हूँ.
सड़क पर चुद रही लड़की और उसका यार मेरे घर आ गये। मेरा लौड़ा देख कर लड़की मुझ पर फ़िदा हो गई। इस भाग में पढ़ें कि कैसे उसने मेरे साथ नहा कर मेरा लौड़ा चूसा, गान्ड मरवाई।
एक रात करीब नौ बजे दिल्ली – नोएडा हाईवे से अपनी बुलेट से लौट रहा था कि मैंने सड़क के एक किनारे एक कार को हिलते हुए देखा.. मैंने देखा कि कार का शीशा खुला हुआ है और एक लड़की लड़के के लण्ड पर बैठ कर उछल-कूद कर रही है.. जिससे उसकी चूचियाँ भी रह-रह कर उछल रही थीं।
हम दोनों नंगे नीचे आ गए प्रज्ञा घुटने के बल बैठ गई और मेरे लौड़े को वापस तैयार करने लगी.. जब लौड़ा तन गया तो उसने क्रीम के ट्यूब लिया.. मेरे लौड़े पर क्रीम लगाई और ट्यूब मुझे देते हुई बोली- इसको मेरी गाण्ड में अच्छी तरह भर कर लगा दो.. काफी दिन बाद मेरी गाण्ड में लौड़ा जा रहा है.. दर्द करेगा..
मैंने फिर उसको पलटाया और उसके गाण्ड में अपने लौड़े लगाकर सहलाने लग़ा, फिर पीठ को चूमता हुआ नीचे गाण्ड के उभारों पर दांत गड़ाने लगा, जहाँ जहाँ मैं दाँत गड़ाता.. एक मीठे दर्द के साथ उस जगह को वो सहलाती जाती थी।
मैं भाभी की बहन को चोदने को लालयित था तो भाभी ने कहा कि आज की रात वो जरूर अपनी बहन की चूत दिलवा देंगी। मैं उनके कमरे में छिपा था, भाभी प्रज्ञा को चुदने को मना रही थी।
भाभी और मैं नंगे थे कि उनकी बहन आ गई, हमें नंगे देख भड़क गई, मैं डर गया। वो भाभी को कहने लगी कि अभी जीजा जी को भाभी की करतूत बता रही है। मेरी और फ़ट गई…
भाभी और मैं अकेले घर में नंगे होकर मस्ती कर रहे थे, भाभी की झांटें, बगलें साफ़ करके मैंने उन्हें चोदा। दूसरी बार की चूत चुदाई मैंने मालिश से शुरु की लेकिन…
भाभी की चूत चुदाई अगले दिन होनी थी पर मेरी बेचैनी कम करने के लिये भाभी ने अपना नंगा जिस्म दिखाया पर वहाँ उसकी बहन भी कपड़े बदलने आ गई तो उसे भी नंगी देखा!
भाभी की चूत चोदे काफी दिन हो गए थे. मैं भाभी की चूत चुदाई के लिए तरस गया था. एक दिन बहाने से भाभी बाज़ार में मुझे मिली, रेस्तराँ के केबिन में चूत दिखाई और आगे की योजना बताई !
नलिनी की चूत चोदने के बाद मैंने उसे कहा कि रात को उसकी गान्ड चुदाई की बारी है, उसे सुहागरात वाला जोड़ा पहनने को कहा। वो मेकअप करके तैयार हुई तो उसकी गान्ड चुदी! कैसे? इस कहानी में पढ़ें!
नलिनी के बुलाने पर मैं उसके घर गया, उससे बात की, उसकी झान्टें साफ़ की और उसे खुल कर सेक्स करने के लिये कहा। ना नुकुर करते हुए उसने पहली बार मेरा लण्ड चूसा…
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