सुमन चाची की गाण्ड भी बहुत मस्त व टाइट थी और मैं उनकी गाण्ड में भी अपना लंड पेलना चाहता था पर सुमन चाची गाण्ड मरवाने के नाम से ही बिदक जातीं और कहतीं- इसे तो तेरे चाचा भी नहीं मार सके..
चाची की चिकनी चूत देख कर मेरा मन ललच गया और मैं चूत चाटने लगा। फ़िर चाची की चुदाई की और उन्हें परम आनन्द दिलाया। चाची की गान्ड की बात करते ही वो बिदक गई।
पापा के खास दोस्त की पत्नी को चोदने की इच्छा मेरे मन में घर कर चुकी थी. मैंने उन्हें चोदा भी. कहानी के दूसरे भाग में चाची खुद मेरे पास आई और मुझे गर्म किया।
मैं पढ़ाई के कारण अपने पापा के बहुत ही खास दोस्त के पास रहता था.. उनकी पत्नी को चाची कहता था और उन्हें चोदने की इच्छा मेरे मन में घर कर चुकी थी. मैंने उन्हें चोदा भी…
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