मैं चाची को कभी-कभी घूरता रहता। मेरी नज़र कभी अचानक उनकी मम्मों की दरार.. साड़ी के पल्लू के बीच में से उसकी नाभि.. या फिर उनके पर्फेक्ट कूल्हे पर पड़ जाती..
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