मैंने जयपुर से रात की स्लीपर बस में डबल वाली सीट पर आराम से लेटा था. तभी सीट पर एक मस्त लड़की दिखी. मैंने कैसे उसे पटाया और फिर उसके जवान जिस्म का मजा लिया.
यह कहानी मेरी और मेरे मामा की लड़की ख़ुशी की है. जब मैं कॉलेज की पढ़ाई के लिए शहर गया था तो किस तरह मुझे मेरे मामा की लड़की बस में मिली, उससे प्यार कैसे हुआ, यह कहानी में पता चलेगा.
मैं हॉस्टल में रहता था. एक दिन एक बुक शॉप पर मुझे मेरे मामा की बेटी मिल गई. वो रूम लाकर रह रही थी. हम दोनों मिलने लगे, फोन पर बात करने लगे. लेकिन बात चूर चुदाई तक कैसे पहुंची? मैंने दीदी को कैसे चोदा?
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