चौबीस घण्टे की प्रेमिका
दोस्तो, मेरी पूर्व लिखी कथाओं पर आप सबकी तारीफ़ के लिए धन्यवाद। यहाँ पर आप इनका मज़ा ले सकते हैं। जिस घटना का जिक्र आज
Hindi Sex Stories » Archives for रवीश सिंह
दोस्तो, मेरी पूर्व लिखी कथाओं पर आप सबकी तारीफ़ के लिए धन्यवाद। यहाँ पर आप इनका मज़ा ले सकते हैं। जिस घटना का जिक्र आज
दोस्तो, भावना अमरीका से आई थी, उसने जो कहानी बताई वो ही बयां कर रहा हूँ। अपने देवर विनोद से उसके कैसे संभोग सम्बन्ध बने
Bhavana Ka Yaun Safar-4 दोस्तो, भावना अमरीका से आई थी, उसने जो कहानी बताई वो ही बयां कर रहा हूँ। जैसा मैंने कहा यह सच्ची
Bhavana Ka Yaun Safar-3 दोस्तो, भावना अमरीका से आई थी, उसने जो कहानी बताई वो ही बयां कर रहा हूँ। जैसा मैंने कहा कि यह
Bhavana Ka Yaun Safar-2 दोस्तो, भावना अमरीका से आई थी, मैंने उसे अपने ऑफिस के पास ही घर दिलाया था। उसने जो कहानी बताई वो
Bhavana Ka Yaun Safar-1 दोस्तो, यह सच्ची कहानी है पर पात्रों की गोपनीयता को ध्यान में रकह्ते हुए नाम व स्थान बदल दिए गए हैं।
Sex mein Koi Laaj Sharam Nahi-2 दो विदेशी नवयौवनाओ ने मुझे जो सेक्स का ज्ञान दिया वो बता रहा हूँ। जैसा पहले भाग में मैंने
Sex mein Koi Laaj Sharam Nahi-1 दोस्तो, आप लोगों ने मेरी कहानियाँ पसंद की, उसके लिए धन्यवाद। आपने देखा होगा कि मैं सेक्स में कोई
रवीश सिंह प्रिय मित्रो, कई दिनों के बाद नई कहानी लिख रहा हूँ, आशा है पसन्द आएगी। ज़िन्दगी में कई बार कुछ लोगों से अजीब
गणित का ट्यूशन-1 गणित का ट्यूशन-2 मैं अपनी ऑनलाइन मित्र की कहानी बता रहा हूँ। बात उन दिनों की है जब रेखा जवानी में कदम
गणित का ट्यूशन-1 उन दिनों रेखा जवानी में कदम रख ही रही थी। गणित सीखने रेखा उनके पिता के सीनियर राकेश के पास जाने लगी।
दोस्तो, हम सबकी चहेती अन्तर्वासना डॉट कॉम पर आप मेरी कहानियाँ पढ़ते और सराहते आये हैं उसके लिये आभार। वैसे तो मैं अपनी एक कहानी
दोस्तो, मेरी कहानियों को सरहाने के लिए धन्यवाद, शुक्रिया ! आज जो घटना बता रहा हूँ, काफ़ी पहले घट चुकी है जब मैं जिम में
शाहीन बाहर जाने लगी तो मैं बोल पड़ा, “नहलाया तो है ही नहींं?” “वाकई मर्द कुत्ते होते हैं।” पूजा मुस्कुराते हुए बोली, “शाहीन, नहला आ
अपनी पिछली कहानी में मैंने बताया था कि कैसे शाहीन की सखी पूजा मल्होत्रा मेरे घर में हफ्ते भर के लिए रुकी थी। उसके पापा
चूमते हुए मैंने उसके कुर्ते के कुछ हुक खोल दिए और अन्दर हाथ डाल ब्रा के हुक भी। शाहीन भी मेरे बरमूडा में हाथ डाल मेरे लंड को उत्तेजित कर रही थी।
दोस्तो, मैं अपनी क्लाइंट लिंडा के कहने पर मैं उसकी मित्र मीरा के जन्मदिन का तोहफ़ा बन शहर से दूर एक फार्म हाउस पर था।
दोस्तो, इस कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मैं लिंडा की मित्र मीरा का बर्थडे गिफ्ट था और उसे रात को बालकनी में
आपको मेरी कहानियाँ पसंद आ रही है उसके लिए शुक्रिया। पिछली कहानी पर किसी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि मैंने कैसे अपने दोस्त इमरान
जिम में चुदाई की शुरुआत से आगे प्रेषक : रवीश सिंह दोस्तो, आपको मेरी कहानी बहुत पसंद आई इसके लिए शुक्रिया ! जैसा मैंने बताया
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